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सीएम उद्धव ठाकरे

कोरोना का कहर : महाराष्ट्र में लग सकता है लॉकडाउन, उद्धव बोले-और कोई विकल्प नहीं

by Sneha Shukla

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई

द्वारा प्रकाशित: संजीव कुमार झा
अपडेटेड सन, 11 अप्रैल 2021 01:08 AM IST

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महाराष्ट्र में खतरनाक तरीके से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री कोटव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 8 से 15 दिनों तक के लिए सख्त लॉकडाउन लगाने की तैयारी की है। शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में उन्होंने इसका संकेत दिया है। इस बैठक में लॉकडाउन को लेकर सभी दलों के नेता एकमत दिखाई दिए। लेकिन भाजपा ने जल्दबाजी में लॉकडाउन न लागू करने और श्रमिक वर्ग के लिए पैकेज जाहिर करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय नेताओं के साथ करीब ढाई घंटे की बैठक में कहा कि कोरोना संक्त्रमण की उछाल को देखते हुए लॉकडाउन के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं दिखाई दे रहा है। कोरोना की चैन तोड़ने के लिए कम से कम 8 दिनों का सख्त लॉकडाउन लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सख्त पांबदी में छूट नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि शनिवार की बैठक खासतौर से विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के लिए बुलाई है। विपक्ष के सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।

वर्तमान में, किसी भी तरीके से कोरोना संक्रमण को और फैलने से रोकना हमारी प्राथमिकता है। जन संभावना और कोरोना संकट के बीच हमें हाल ही में यह लड़ाई जीतनी है तो थोड़ा धैर्य रखना होगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि सरकार के फैसले का समर्थन करें। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कोरोना मरीजों के आकड़े चिंताजनक हैं।]अब कोठर निर्णय की जरूरत है।

लॉकडाउन पाते हैं, लेकिन लोगों की आर्थिक मदद भी हो सकती है
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लॉकडाउन से जिनकी रोजी-रोटी प्रभावित होगी उनकी मदद के लिए विचार करना चाहिए। बिना इसके पूर्ण लॉकडाउन किया गया तो रिवोह पैदा होगा। इसलिए जनभावना का कुछ करना होगा। भले ही कर्ज लेना पड़े लेकिन लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, कोरोना पर राजनीति नहीं हो इसलिए अपने नेताओं व मंत्रियों को समझा जाता है। अगर, दिनभर सत्तापक्ष के मंत्री केंद्र सरकार के खिलाफ बोलते रहेंगे तो हमें भी जवाब देंगे। फडणवीस ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग की रिपोर्ट जल्द ही मिल जाएगी और निजी अस्पतालों में रेमेडेसिवर इंजेक्शन मुहम्मद को लगाया जाएगा।

श्रमिकों के लिए पैकेज घोषित कर सकती है सरकार
लॉकडाउन को लेकर हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि वर्तमान में लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। बैठक में आम लोगों को होने वाली परेशानी पर चर्चा हुई। उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने आश्वासन दिया है कि श्रमिक वर्ग के लिए सोमवार तक पैकेज घोषित किया जाएगा। पाटील ने कहा, हम लॉकडाउन के विरोध में नहीं हैं, लेकिन विभिन्न घटकों की मदद होनी चाहिए। सरकार के पास विधायक निधि दो करोड़ से चार करोड़ रुपये देने के लिए पैसे हैं। मुंबई में नगरसेवकों को सुशोभनीकरण के लिए 400 करोड़ रुपये हैं। तो गरीबों की मदद के लिए पैसे क्यों नहीं हैं।

विस्तार

महाराष्ट्र में खतरनाक तरीके से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री कोटव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 8 से 15 दिनों तक के लिए सख्त लॉकडाउन लगाने की तैयारी की है। शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में उन्होंने इसका संकेत दिया है। इस बैठक में लॉकडाउन को लेकर सभी दलों के नेता एकमत दिखाई दिए। लेकिन भाजपा ने जल्दबाजी में लॉकडाउन न लागू करने और श्रमिक वर्ग के लिए पैकेज जाहिर करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय नेताओं के साथ करीब ढाई घंटे की बैठक में कहा कि कोरोना संक्त्रमण की उछाल को देखते हुए लॉकडाउन के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं दिखाई दे रहा है। कोरोना की चैन तोड़ने के लिए कम से कम 8 दिनों का सख्त लॉकडाउन लगाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सख्त पांबदी में छूट नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि शनिवार की बैठक खासतौर से विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के लिए बुलाई है। विपक्ष के सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।

वर्तमान में, किसी भी तरीके से कोरोना संक्रमण को और फैलने से रोकना हमारी प्राथमिकता है। जन संभावना और कोरोना संकट के बीच हमें हाल ही में यह लड़ाई जीतनी है तो थोड़ा धैर्य रखना होगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि सरकार के फैसले का समर्थन करें। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कोरोना मरीजों के आकड़े चिंताजनक हैं।]अब कोठर निर्णय की जरूरत है।

लॉकडाउन पाते हैं, लेकिन लोगों की आर्थिक मदद भी हो सकती है

विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लॉकडाउन से जिनकी रोजी-रोटी प्रभावित होगी उनकी मदद के लिए विचार करना चाहिए। बिना इसके पूर्ण लॉकडाउन किया गया तो रिवोह पैदा होगा। इसलिए जनभावना का कुछ करना होगा। भले ही कर्ज लेना पड़े लेकिन लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, कोरोना पर राजनीति नहीं इसलिए अपने नेताओं व मंत्रियों को समझा जाता है। अगर, दिनभर सत्तापक्ष के मंत्री केंद्र सरकार के खिलाफ बोलते रहेंगे तो हमें भी जवाब देंगे। फडणवीस ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग की रिपोर्ट जल्द ही मिल जाएगी और निजी अस्पतालों में रेमेडेसिवर इंजेक्शन मुहम्मद को लगाया जाएगा।

श्रमिकों के लिए पैकेज घोषित कर सकती है सरकार

लॉकडाउन को लेकर हुई सर्वदलीय बैठक में शामिल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि वर्तमान में लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। बैठक में आम लोगों को होने वाली परेशानी पर चर्चा हुई। उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने आश्वासन दिया है कि श्रमिक वर्ग के लिए सोमवार तक पैकेज घोषित किया जाएगा। पाटील ने कहा, हम लॉकडाउन के विरोध में नहीं हैं, लेकिन विभिन्न घटकों की मदद होनी चाहिए। सरकार के पास विधायक निधि दो करोड़ से चार करोड़ रुपये देने के लिए पैसे हैं। मुंबई में नगरसेवकों को सुशोभनीकरण के लिए 400 करोड़ रुपये हैं। तो गरीबों की मदद के लिए पैसे क्यों नहीं हैं।

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