Home » क्या है SIP, STP, SWP? कैसे निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद मिलता है फायदा?
Investment Tips: कोरोना काल में पैसे का करें सही निवेश, बुरे वक्त में आएगा काम

क्या है SIP, STP, SWP? कैसे निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद मिलता है फायदा?

by Sneha Shukla

हर कोई चाहता है कि उसका पैसा ऐसी जगह निवेश हो, जहां उसे ठीक रिर्टन मिले और रिस्क कम हो। हालांकि बढ़िया रिटर्न के लिए लोग शेयर मार्केट का रुख करते हैं लेकिन शेयर मार्केट में रिस्क काफी ज्यादा होता है। जिसके कारण बहुत से लोग इससे दूरी भी बना लेते हैं लेकिन निवेशक एसआईपी, एसटीपी, एसडब्ल्यूपी के जरिए बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद बहुत कम रिस्क पर बढ़िया मुनाफा हासिल कर सकते हैं।

निवेश बाजार के उतार-चढ़ाव से कई बार काफी परेशान हो जाते हैं। इस तरह के निवेशकों को निवेश और निकासी के सिस्टमैटिक प्लान को तवज्जो देनी चाहिए। एक बढ़िया फंड चुनने के बाद यह योजना काफी फायदे का सौदा साबित हो सकती है। निवेश की प्रणालीैटिक रणनीति को तीन भागों में बांटा जाता है। इन सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी), सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी) और सिस्टमैटिक विड्रॉनल प्लान (एसडब्ल्यूपी) शामिल हैं। आइए जानते हैं कि कैसे निवेश इनसे फायदा उठा सकते हैं।

सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP)
पैसे को एक सही तरीके से निवेश करने की प्रक्रिया को SIP कहते हैं। इस प्रक्रिया के तहत बाजार में पैसा एक साथ और एक ही वक्त में निवेश नहीं किया जाता है। बल्कि अपने पैसे को कई हिस्सों में बांट दिया जाता है और अलग-अलग समय में निवेश किया जाता है। SIP का जिक्र म्यूचुअल फंड्स के संदर्भ में ज्यादा होता है। इससे तय समय पर एक निश्चित राशि पसंदीदा म्यूचुअल फंड में लगाई जाती है। हालांकि एसआईपी की प्रक्रिया वाली रणनीति को शेयर बाजार में भी अपनाया जा सकता है। एसआईपी के जरिए निवेश करने का फायदा ये होता है कि इस प्रक्रिया में एक मुश्त पैसा नहीं लगाना पड़ता है और बाजार जब नीचे आया हुआ होता है तो हमें उस वक्त भी निवेश का विकल्प मिल जाता है।

सिस्टमैटिक ट्रांसफर प्लान (एसटीपी)
एसटीपी निवेश करने की रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एसटीपी का इस्तेमाल तब किया जाता है जब निवेश के लिए एकमुश्त फंड मौजूद हो, लेकिन अपने पिछले निवेश को एवरेजिंग करने के लिए एसआईपी के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो इसके तहत आप इस फंड को किसी सुरक्षित डेट फंड में रख सकते हैं। इसके बाद फंड से अपने पसंदीदा वित्तीय फंड में हर महीने एक राशि ट्रांसफर करने का आदेश दे सकते हैं। इससे पूरा निवेश सिस्टमैटिक तरीके से ट्रांसफर होगा और डेट फंड में बेहतर रिटर्न लिया जा सकेगा।

सिस्टमैटिक विड्रॉवल प्लान (SWP)
बाजार में पैसा निवेश करने के बाद उसकी निकासी का भी ध्यान रखें। अपनी निवेश की गई राशि को सही समय पर निकालना बहुत महत्वपूर्ण होता है। बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण पैसे निकालने का सही समय का पता लगा पाना असभंव है। ऐसे में SWP का सहारा लेना काफी ठीक होता है। SWP के माध्यम से अपने फंड को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट कर एक निश्चित समय में निकाला जा सकता है। ऐसे में पूरी राशि पर एवरेजिंग का फायदा मिलेगा और पैसे को बाजार की गिरावट पर निकालने की जोखिम का भी फायदा मिलेगा।

यह भी पढ़ें: कोरोना काल में ऑनलाइन मोटर बीमा पॉलिसी की तरफ लोगों का रुझान, ग्राहकों को होते हैं ये फायदे

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment