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चोर का माफीनामा...

जींद : तीन ताले तोड़कर कोविड वैक्सीन चोरी, 12 घंटे बाद चोर ने खुद थाने पहुंचाया, माफी भी मांगी

by Sneha Shukla

ख़बर सुनकर

नागरिक अस्पताल से बुधवार रात करीब साढ़े 12 बजे कोरोना वैक्सीन चोरी हो गई लेकिन 12 घंटे बाद वह मिल लगायी। चोरी करने वाला व्यक्ति स्वयं ही सिविल लाइन थाना में वैक्सीन का पहुंचा गया।
वीरवार दोपहर लगभग 12 बजे बाइक सवार युवक सिविल लाइन थाने के बाहर चाय के खोके पर पहुंचे और वहां पर बैठे एक बुजुर्ग को थैला देकर कहा कि इसे थाने में पहुंच देना। इसमें मुंशी का खाना है। जब थैले को बुजुर्ग ने थाने में पहुंचाया तो पुलिसकर्मियों ने खोलकर देखा तो उसमें चोरी हुई कोविड वैक्सीन थी। थैले में हाथ से लिखा एक पत्र भी था, जिसमें लिखा था कि ‘सॉरी मुझे नहीं पता था कि इसमें कोइ वैक्सीन है’। इसके बाद जब पुलिस ने आकर युवक की तलाश की तो वह नहीं मिला। इसके बाद सफीदों रोड के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी गई। अनाड़ी थ के कारण लगभग ढाई लाख रुपये की 1710 डोज वैक्सीन बर्बाद हो गई है। यह दवा अब किसी को नहीं लगाई जा सकती है।

वास्तव में बुधवार रात को नागरिक अस्पताल स्थित पीसीबी सेंटर से 1710 कोविवि वैक्सीन चोरी हो गया था। इसमें 1270 वैक्सनी कोविशील्ड और 440 को वैक्सीन थी। घटना का पता सुबह पचास पता लगाया जब सफाई कर्मचारी सुरेश निकासी बैग केंद्र के सामने सफाई कर रहा था। सुरेश ने देखा कि पीसी सेंटर का ताला टूटा हुआ था। सुरेश ने अपनी जानकारी फोन पर स्वास्थ्य देखभाल राममेहर वर्मा को दी। ड्यूटी पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी शीला देवी ने आकर देखा तो को विभाजित वैक्सीन गायब थी और फ्रिजर के बाहर बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लगने वाली वैक्सीन भी बाहर बिखरी पड़ी हुई थी।

शीला ने गर्भवती और बच्चों को लगने वाली वह दवाई वापस फ्रिजर में रख ली थी। इसके बाद मौके पर स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। रमेश पांचाल और सिविल सर्जन डॉ। मनजीत सिंह को दी। डॉ। रमेश पंयाचा ने पीसीबी सेंटर के बाद जिला वैक्सीन भंडार कक्ष में जायजा लिया। वहाँ 1500 को वैसीन व 110 कोविशील्ड वैसीन सुरक्षित रखा गया था। जिला वैक्सीन भंडार कक्ष में 1610 वैक्सीन सुरक्षित रखी गई थी। चोरों द्वारा केवल पीसी सेंटर को ही निशाना बनाया गया था। घटना की जानकारी पाकर सिविल लाइन थाना प्रभारी राजेंद्र मोर और डीएसपीसी धर्मबीर खर्ब मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पीएमओ डॉ। बिमला राठी के बयान पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

22 मिनट में चोरी को अंजाम दिया
सिविल लाइन थाना प्रभारी राजेंद्र और डीएसपी धर्मबीर खर्ब ने फ्लू कॉर्नर के बाहर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें पता चला कि रात 12 बजकर 44 मिनट पर पीसीबी सेंटर के साथ लगते पार्क की ग्रिल फंकरकार लोगों के पीसीबी सेंटर के बाहर आते हैं। इसके बाद वे ताला तोड़कर अंदर चले जाते हैं। थोक केंद्र में घुसने के बाद उन्होंने फ्रिजर में 1770 को विभाजित वैक्सीन डोज चोरी कर ली। रात एक बजकर छह मिनट पर चोर अंडे केंद्र से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। चोरों ने वारदात को 22 मिनट में अंजाम दिया है।

नागरिक अस्पताल की चौकी का पुलिसकर्मी पॉजिटिव निकला
चोरी की घटना की सूचना मिलने के बाद डीएसपी धर्मबीर खर्ब नागरिक अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने फ्लू कॉर्नर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी। इस दौरान उन्होंने नागरिक अस्पताल स्थित चौकी के प्रभारी नफे सिंह से पूछा कि वह पीसीबी सेंटर की तरफ रात में गश्त करते हैं या नहीं तो उन्होंने बताया कि उनके साथ रात को साढ़े 12 बजे ड्यूटी पर तैनात एएसआई सुखजीत कोरोना पोजिटिव मिल गए। सुखजीत के चेतन पर पर वह अकेले ही रात को ड्यूटी दे रहे थे, जिसकी वजह से वह पीसीबी सेंटर की ओर गश्त नहीं लगा पाया।

पीसी सेंटर के बाहर नहीं सीसीटीवी कैमरा
पीसी सेंटर के बाहर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है। इसके अलावा किसी कर्मचारी की ड्यूटी भी नहीं लगाई गई। चार महीने पहले जब सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीन भेजी गई थी तो उस समय शुरुआत में केवल दस से 12 दिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष के बाहर लगाई गई थी। उसके बाद सुरक्षा के लिहाज से वहाँ न तो किसी पुलिसकर्मी या फिर कर्मचारी की ड्यूटी लगाई और न ही सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरा लगवाया। इसके चलते थनों ने बड़ी आसानी से चोरी की वारदात को अंजाम दिया।

सीसीटीवी कैमरों में दो लड़के दिखाई दे रहे हैं जो 20 से 25 मिनट में चोरी की वारदात कर फरार हो गए। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। कोई साफ फोटो मिल जाए तो थोंस की पहचान में आसानी होगी। कोरोना वैक्सीन एक घंटे भी बाहर रखा गया तो वह किसी काम नहीं रहता। प्राथमिक जांच में ऐसा लग रहा है कि वह चोरी करके कुछ कमा सकती है। फाइल चोरी होने के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी।
-ओपी नरवाल, डीआईजी

बुधवार रात को मैं 10 बजे काम निपटाकर पीसी सेंटर की ओर से घर के लिए निकला था। उस समय सब ठीक था। फुटेज में सामने आया है कि रात पौने एक बजे थैले में सेंटर सेंटर में घुसे हैं। ऐसा लग रहा है कि चोर वैक्सीन चुराने नहीं आए थे। वैक्सीन उठनी होती है तो वे जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष से वैक्सीन निकाल सकते थे। थोक केंद्र में रूटीन की बची हुई वैक्सीन रखी जाती है। ऐयसा लगता है कि चोर कंप्यूटर या अन्य सामान चोरी करने आए थे, जो गलती से वैक्सीन लेकर चले गए हैं। गायब हुई रिपोर्ट की भी जांच की जाएगी कि कौन-कौन सी फाइल गायब है। पीसी सेंटर के बाहर सीसीटीवी कैमरा भी लगवाना होगा।
डॉ। मनजीत सिंह, सिविल सर्जन, नागरिक अस्पताल जींद।

आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा: डीएसपी
डीएसपी जितेंद्र सिंह खटकड़ ने बताया कि आरोपी की तलाश में साइबर, सिविल व थाना पुलिस की टीम काम कर रही है। शहर में संदिग्ध स्थानों पर सीसीटीवी की मदद से आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

प्रयोग लायक नहीं बची दवा
दवा को दो से आठ डिग्री के तापमान पर रखना होता है। एक घंटे तक बाहर रहने पर खराब हो जाता है। यह दवा खराब हो गई है। इसकी कीमत लगभग ढाई लाख रुपये है।
डॉ। रमेश पांचाल, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

  सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में पुलिसकर्मी दिखाई देता है।  इंटरवेंशन

सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में पुलिसकर्मी दिखाई देता है। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

  जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष में वैक्सीन डॉ।  रमेश पांचाल  अंतर्मुखी।

जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष में वैक्सीन डॉ। रमेश पांचाल। अंतर्मुखी।– फोटो: जींद

    पैकेज सेंटर के बाहर गेट का तोड़ा गया तालाब।  इंटरवेंशन

पैकेज सेंटर के बाहर गेट का तोड़ा गया तालाब। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

  सीसीटीवी कैमरे में कैद योग्य व्यक्ति।  इंटरवेंशन

सीसीटीवी कैमरे में कैद योग्य व्यक्ति। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

  थोक केंद्र के कमरे में अलमारियों के तोड़े गए टी।  इंटरवेंशन

थोक केंद्र के कमरे में अलमारियों के तोड़े गए टी। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

नागरिक अस्पताल से बुधवार रात करीब साढ़े 12 बजे कोरोना वैक्सीन चोरी हो गई लेकिन 12 घंटे बाद वह मिल लगायी। चोरी करने वाला व्यक्ति स्वयं ही सिविल लाइन थाना में वैक्सीन का पहुंचा गया।

वीरवार दोपहर लगभग 12 बजे बाइक सवार युवक सिविल लाइन थाने के बाहर चाय के खोके पर पहुंचे और वहां पर बैठे एक बुजुर्ग को थैला देकर कहा कि इसे थाने में पहुंच देना। इसमें मुंशी का खाना है। जब थैले को बुजुर्ग ने थाने में पहुंचाया तो पुलिसकर्मियों ने खोलकर देखा तो उसमें चोरी हुई कोविड वैक्सीन थी। थैले में हाथ से लिखा एक पत्र भी था, जिसमें लिखा था कि ‘सॉरी मुझे नहीं पता था कि इसमें कोइ वैक्सीन है’। इसके बाद जब पुलिस ने आकर युवक की तलाश की तो वह नहीं मिला। इसके बाद सफीदों रोड के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी गई। अनाड़ी थ के कारण लगभग ढाई लाख रुपये की 1710 डोज वैक्सीन बर्बाद हो गई है। यह दवा अब किसी को नहीं लगाई जा सकती है।

दरअसल बुधवार रात को नागरिक अस्पताल स्थित पीसीबी सेंटर से 1710 कोविवि वैक्सीन चोरी हो गया था। इसमें 1270 वैक्सनी कोविशील्ड और 440 को वैक्सीन था। घटना का पता सुबह पचास पता लगाया जब सफाई कर्मचारी सुरेश निकासी बैग केंद्र के सामने सफाई कर रहा था। सुरेश ने देखा कि पीसी सेंटर का ताला टूटा हुआ था। सुरेश ने अपनी जानकारी फोन पर स्वास्थ्य देखभाल राममेहर वर्मा को दी। ड्यूटी पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी शीला देवी ने आकर देखा तो को विभाजित वैक्सीन गायब थी और फ्रिजर के बाहर बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लगने वाली वैक्सीन भी बाहर बिखरी पड़ी हुई थी।

शीला ने गर्भवती और बच्चों को लगने वाली वह दवाई वापस फ्रिजर में रख ली थी। इसके बाद मौके पर स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। रमेश पांचाल और सिविल सर्जन डॉ। मनजीत सिंह को दी। डॉ। रमेश पंयाचा ने पीसीबी सेंटर के बाद जिला वैक्सीन भंडार कक्ष में जायजा लिया। वहाँ 1500 को वैसीन व 110 कोविशील्ड वैसीन सुरक्षित रखा गया था। जिला वैक्सीन भंडार कक्ष में 1610 वैक्सीन सुरक्षित रखी गई थी। चोरों द्वारा केवल पीसी सेंटर को ही निशाना बनाया गया था। घटना की जानकारी पाकर सिविल लाइन थाना प्रभारी राजेंद्र मोर और डीएसपीसी धर्मबीर खर्ब मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पीएमओ डॉ। बिमला राठी के बयान पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

22 मिनट में चोरी को अंजाम दिया

सिविल लाइन थाना प्रभारी राजेंद्र और डीएसपी धर्मबीर खर्ब ने फ्लू कॉर्नर के बाहर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें पता चला कि रात 12 बजकर 44 मिनट पर पीसीबी सेंटर के साथ लगते पार्क की ग्रिल फंकरकार लोगों के पीसीबी सेंटर के बाहर आते हैं। इसके बाद वे ताला तोड़कर अंदर चले जाते हैं। थोक केंद्र में घुसने के बाद उन्होंने फ्रिजर में 1770 को विभाजित वैक्सीन डोज चोरी कर ली। रात एक बजकर छह मिनट पर चोर अंडे केंद्र से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। चोरों ने वारदात को 22 मिनट में अंजाम दिया है।

नागरिक अस्पताल की चौकी का पुलिसकर्मी पॉजिटिव निकला

चोरी की घटना की सूचना मिलने के बाद डीएसपी धर्मबीर खर्ब नागरिक अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने फ्लू कॉर्नर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी। इस दौरान उन्होंने नागरिक अस्पताल स्थित चौकी के प्रभारी नफे सिंह से पूछा कि वह पीसीबी सेंटर की तरफ रात में गश्त करते हैं या नहीं तो उन्होंने बताया कि उनके साथ रात को साढ़े 12 बजे ड्यूटी पर तैनात एएसआई सुखजीत कोरोना पोजिटिव मिल गए। सुखजीत के चेतन मिलने पर वह अकेले ही रात को ड्यूटी दे रहे थे, जिसकी वजह से वह पीसीबी केंद्र की ओर गश्त नहीं लगा पाया।

पीसी सेंटर के बाहर नहीं सीसीटीवी कैमरा

पीसी सेंटर के बाहर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है। इसके अलावा किसी कर्मचारी की ड्यूटी भी नहीं लगाई गई। चार महीने पहले जब सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीन भेजी गई थी तो उस समय शुरुआत में केवल दस से 12 दिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष के बाहर लगाई गई थी। उसके बाद सुरक्षा के लिहाज से वहाँ न तो किसी पुलिसकर्मी या फिर कर्मचारी की ड्यूटी लगाई और न ही सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरा लगवाया। इसके चलते थनों ने बड़ी आसानी से चोरी की वारदात को अंजाम दिया।

सीसीटीवी कैमरों में दो लड़के दिखाई दे रहे हैं जो 20 से 25 मिनट में चोरी की वारदात कर फरार हो गए। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। कोई साफ फोटो मिल जाए तो थोंस की पहचान में आसानी होगी। कोरोना वैक्सीन एक घंटे भी बाहर रखा गया तो वह किसी काम नहीं रहता। प्राथमिक जांच में ऐसा लग रहा है कि वह चोरी करके कुछ कमा सकती है। फाइल चोरी होने के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी।

-ओपी नरवाल, डीआईजी

बुधवार रात को मैं 10 बजे काम निपटाकर पीसी सेंटर की ओर से घर के लिए निकला था। उस समय सब ठीक था। फुटेज में सामने आया है कि रात पौने एक बजे थैले में सेंटर सेंटर में घुसे हैं। ऐसा लग रहा है कि चोर वैक्सीन चुराने नहीं आए थे। वैक्सीन उठनी होती है तो वे जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष से वैक्सीन निकाल सकते थे। थोक केंद्र में रूटीन की बची हुई वैक्सीन रखी जाती है। ऐेसा लगता है कि चोर कंप्यूटर या अन्य सामान चोरी करने आए थे, जो गलती से वैक्सीन लेकर चले गए हैं। गायब हुई रिपोर्ट की भी जांच की जाएगी कि कौन-कौन सी फाइल गायब है। पीसी सेंटर के बाहर सीसीटीवी कैमरा भी लगवाना होगा।

डॉ। मनजीत सिंह, सिविल सर्जन, नागरिक अस्पताल जींद।

आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा: डीएसपी

डीएसपी जितेंद्र सिंह खटकड़ ने बताया कि आरोपी की तलाश में साइबर, सिविल व थाना पुलिस की टीम काम कर रही है। शहर में संदिग्ध स्थानों पर सीसीटीवी की मदद से आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

प्रयोग लायक नहीं बची दवा

दवा को दो से आठ डिग्री के तापमान पर रखना होता है। एक घंटे तक बाहर रहने पर खराब हो जाता है। यह दवा खराब हो गई है। इसकी कीमत लगभग ढाई लाख रुपये है।

डॉ। रमेश पांचाल, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

  सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में पुलिसकर्मी दिखाई देता है।  इंटरवेंशन

सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में पुलिसकर्मी दिखाई देता है। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

  जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष में वैक्सीन डॉ।  रमेश पांचाल।  अंतर्मुखी।

जिला वैक्सीन भंडारण कक्ष में वैक्सीन डॉ। रमेश पांचाल। अंतर्मुखी।– फोटो: जींद

    पैकेज सेंटर के बाहर गेट का तोड़ा गया तालाब।  इंटरवेंशन

पैकेज सेंटर के बाहर गेट का तोड़ा गया तालाब। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

  सीसीटीवी कैमरे में कैद योग्य व्यक्ति।  इंटरवेंशन

सीसीटीवी कैमरे में कैद योग्य व्यक्ति। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

  थोक केंद्र के कमरे में अलमारियों के तोड़े गए टी।  इंटरवेंशन

थोक केंद्र के कमरे में अलमारियों के तोड़े गए टी। इंटरवेंशन– फोटो: जींद

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