Home » टर्म, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस में फर्क नहीं जानते तो यहां जानिए
टर्म, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस में फर्क नहीं जानते तो यहां जानिए

टर्म, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस में फर्क नहीं जानते तो यहां जानिए

by Sneha Shukla

<पी शैली ="पाठ-संरेखित करें: औचित्य;"> कई लोग टर्म, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस में मायने नहीं रखते हैं। ये सभी लाभकारी होते हैं। आज हम आपको अपनी इस कहानी में बताने जा रहे हैं कि आखिर ये अंतर क्या है। दरअसल इंश्योरेंस के प्रकार के बारे में जानने में बहुत जरूरी हो जाता है ताकी अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बीमा करवाई जा सके।

बाजार में कई सारी बीमा कंपनियां मौजूद हैं जो कि अलग-अलग प्रकार के बीमा उपलब्ध करवाते हैं। इंश्योरेंस के जरिए भविष्य में होने वाले अप्रत्याशित नुकसान से बचा जा सकता है या उस नुकसान को कम किया जा सकता है। बीमा के जरिए भविष्य में होने वाली अनहोनी से निपटा जा सकता है। इसके लिए जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा के लिए जाते हैं। वहीं बीमा के मैच्योर होने पर अच्छा रिटर्न भी मिलता है। इसके अलावा टैक्स बेनेफिट भी मिलता है।

जीवन बीमा (लाइफ इंश्योरेंस)
जीवन बीमा से मतलब किसी जिंदा शक्स के बीमा से है। इसके तहत लोग जीवन का बीमा करवाते हैं। किसी शख्स का जीवन बीमा हो रखा है और किसी समय उस शख्स की मौत हो जाती है तो उसी स्थिति में मृतक शख्स के आश्रितों को मुआवजा मिलता है। वहीं अगर जीवन बीमा मैच्योर हो जाता है और जिस शख्स का जीवन बीमा किया जाता है वह जिंदा रहता है तो इस स्थिति में मैच्योरिटी काफी बेहतर हो जाती है। साथ ही

स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस)

स्वास्थ्य बीमा की जरूरत तब पड़ती है जब किसी बीमारी के इलाज के लिए आर्थिक संकट पैदा हो जाता है। वर्तमान में किसी भी बीमारी का इलाज करवाना काफी गंभीर साबित होता है। ऐसे में इलाज के लिए होने वाले खर्चे को चुकाने के लिए स्वास्थ्य इंश्योरेंस काफी काम आता है। अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है और स्वास्थ्य इंश्योरेंस लिया गया है तो उसके इलाज का खर्च बीमा कंपनी उठाएगी। हालांकि किसी भी बीमारी पर होने के खर्च की सीमा स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पर निर्भर करती है।

शब्द इंश्योरेंस

शब्द इंश्योरेंस पॉलिसी जीवन बीमा से थोड़ा अलग होता है। टर्म इंश्योरेंस और ट्रेडिशनल लाइफ इंश्योरेंस में डेथ बेनेफिट को लेकर सबसे बड़ा अंतर देखने को मिलता है। टर्म इंश्योरेंस के लिए शख्स की अगर टर्म पीरियड के दौरान मौत हो जाती है तो उसका बेनेफिट मिलता है। हालांकि लाइफ इंश्योरेंस करवाए हुए शख्स की मौत होने पर उसे डेथ और मैच्योरिटी बेनेफिट दोनों मिलते हैं। वहीं टर्म इंश्योरेंस के तहत डेथ बेनेफिट की मिलने वाली राशि लाइफ इंश्योरेंस में मिलने वाले मैच्योरिटी बेनेफिट से ज्यादा होती है।

वहीं टर्म इंश्योरेंस में लाइफ इंश्योरेंस की तरह मैच्योरिटी रिटर्न नहीं मिलता है। टर्म इंश्योरेंस के लिए शख्स की मौत हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उसके परिवार को बेनेफिट मिलता है। अगर कोई शख्स कम प्रीमियम भरना चाहता है और सिर्फ डेथ रिस्क कवर चाहता है तो उसके लिए टर्म इंश्योरेंस प्लान फायदेमंद रहता है। अगर कोई शख्स लाइफ कवर के साथ निवेश करने का लक्ष्य रखता है तो वह लाइफ इंश्योरेंस का विकल्प ले सकता है। इसके साथ ही टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को बंद करवाना लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के मुकाबले काफी आसान है।

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment