कोरोना की वैक्सीन लगवाते स्वास्थ्य कर्मी
– फोटो: पीटीआई
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बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में भी टीके को लेकर मुख्य सचिवों ने सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में टीके का कोई संकट नहीं है। पर्याप्त मात्रा में राज्यों को टीके दिए जा रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन का यहाँ तक कहना है कि कुछ राज्य टीके की आड़ लेकर जनता में खौफ पैदा कर रहे हैं, जबकि राजनीति करने वाली यह सरकारें कोरोना को रोक पाने में विफल साबित हुई हैं। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने सोशल मीडिया पर पूरा हिसाब भी दिया।
उन्होंने लिखा है कि महाराष्ट्र को अब तक 1.06 करोड़ की खुराक दी गई है, जिसमें 90 लाख का इस्तेमाल हो चुका है। 7.43 लाख खुराक एक-दो दिन में पहुंच जाएगी। केंद्र के हिसाब से महाराष्ट्र के पास इस समय 23 लाख खुराक उपलब्ध हैं।
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में टीकाकरण उचित दिशा में आगे बढ़ रहा है लेकिन उनके पास अभी चार से पांच दिन का स्टॉक ही बचा है। पर्याप्त टीके के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को भी दो बार पत्र लिखा जा चुका है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का कहना है कि बुधवार तक उनके यहां टीके की केवल तीन लाख खुराक मौजूद थी। भिड़क केवल दो दिन तक चल पाएगा।
उनके अलावा ओडिशा स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव पी के महापात्रा ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कोविशील्ड की 15-20 लाख खुराक देने का अनुरोध किया है। उन्होंने यहां तक कहा कि ओडिशा में वर्तमान में तीन दिन के लिए ही खुराक बची हुई हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने पांच लाख खुराक बेकार कर दी: केंद्रीय मंत्री
मैं यह साफ करना चाहता हूं कि महाराष्ट्र सरकार के पास टीके की 23 लाख खुराक है, जो पांच से छह दिन के लिए है। अब गांवों और जिलों में इसे बांटने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। योजना नहीं बनाने के कारण राज्य सरकार ने पांच लाख खुराक बेकार कर दी। बाकी राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र को ज्यादा टीके दिए गए।-प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय मंत्री
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