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कोरोना के मामलों में वृद्धि के बीच दिल्ली कारागार विभाग ने फैसला किया है कि वह पांच अप्रैल से जेल में बंद कैदियों से उनके घरवालों की मुलाकात पर रोक लगा देगी। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आंतरिक बैठक की व्यवस्था को कैदियों की सामान्य दिनचर्या के मद्देनजर 20 मार्च को बहाल किया गया था। अधिकारियों ने कहा, जेल अधिकारियों ने राजधानी में कोरोनाइरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इसे फिर से सुरक्षित करने का फैसला किया गया है।
उन्होंने कहा कि कैदियों से उनके वकीलों की मुलाकात की व्यवस्था हालांकि समुचित को विभाजित ऐहतियातों के साथ जारी रहेगी। कैदियों के लिए संचार और ‘ई-मुलाकात’ की सुविधा भी बरकरार रहेगी।
कोरोना का कहर: दिल्ली सरकार ने फिर ट्रेसिंग और टेस्टिंग पर ध्यान केंद्रित किया
दिल्ली कारागार के महानिदेशक, संदीप गोयल ने कहा कि कोविद -19 मामलों के एक बार फिर बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली के कारागार में बंद कैदियों की उनके परिवार के सदस्यों और दोस्तों से किए जाने वाली भौतिक मुलाकात को सोमवार को अगले आदेश तक विज्ञापन रखने का फैसला हुआ। किया गया है 15 दिन में एक बार फिर स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
दिल्ली कार विभाग विभाग द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक दो अप्रैल तक संभावित पाए गए 130 कैदियों में से 118 कैदी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं जबकि दो की मौत हो गई हैं जबकि 10 कैदी उपचाराधीन हैं। जानकारी में बताया गया कि कोविड -19 पीड़ित कारागार के 293 कर्मचारी भी अब स्वस्थ हो चुके हैं।
दिल्ली में अब तक 6.68 लाख लोग हैं
बता दें कि, दिल्ली में शुक्रवार को कोविड -19 के 3594 नए मामले सामने आए थे जो इस साल सबसे ज्यादा हैं। साथ ही संक्रमण से 14 और लोगों की मौत हो गई, जिससे मृतकों की कुल संख्या 11,050 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक स्वास्थ्य बुलेटिन में बताया गया कि दिल्ली अब कुलिटेन्स की संख्या 6,68,814 हो गई है, जबकि अभी तक 6.45 लाख से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं। राजधानी में शुक्रवार को सक्रिय रोगियों की संख्या 11,994 पर पहुंच गई, जबकि एक दिन पहले यह संख्या 10,498 थी। पॉजिट पेपर रेट भी 4.11 प्रतिशत हो गया है, जबकि एक दिन पहले यह 3.57 था। दिल्ली में गुरुवार को को 2790 मामले आए, जबकि बुधवार को 1819 मामले दर्ज किए गए। बुधवार को संक्रमण की दर 2.71 प्रति थी।
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