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कोरोना महामारी (COVID-19) दिल्ली में फिर से विकराल रूप धारण करती नजर आ रही है। दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे संभावितों के आंकड़े रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। दिल्ली में लगभग तीन महीने से बहुत अधिक समय बाद मंगलवार को एक बार फिर कोरोना के 1100 से अधिक नए रोगी मिलने के बाद यहां संभावितों का कुल आंकड़ा 6.49 लाख के पार पहुंच गया है। इसके साथ ही अब पॉजिट और रेट भी 1.31 प्रतिशत पर आ गया है। कोरोना संक्रमण से आज 4 और मरीजों की मौत हो गई। शुक्रवार को 888 मामले सामने आए थे।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 1101 नए मरीज मिले और चार मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। इससे पहले 20 दिसंबर को 1139 मामले आए थे।
दिल्ली में आज 620 मरीज कोरोना मुक्त होकर अपने घरों को भी लौट गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दिल्ली में अब तक टाइपों की कुल संख्या 6,49,973 हो गई है। वहीं आज 2316 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
राजधानी में अब कोरोनावायरस संक्रमण के सक्रिय मामले भी एक बार फिर से बढ़कर 4,411 हो गए हैं। वहीं, अब तक कुल 6,34,595 मरीज इस महामारी को मात देकर कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इसके साथ ही अब तक मरने वालों की संख्या 10,967 हो गई है।
दिल्ली ने पिछले 24 घंटों में 1,101 ताज़ा COVID19 मामले, 620 वसूलियां और 4 मौतें दर्ज कीं; 6,49,973 पर मामला दर्ज pic.twitter.com/jTFrCqLTVV
– एएनआई (@ANI) 23 मार्च, 2021
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आज दिल्ली में कुल 84,237 टेस्ट किए गए हैं। इनमें से 52,099 आर बफरआर / सीबीएनएएटी / ट्रूनैट टेस्ट और 32,138 एपिड एंटीजन टेस्ट किए गए। दिल्ली में अब तक कुल 13,974,132 परिवर्तन हुए हैं और प्रति 10 लाख लोगों पर 7,35,480 टेस्ट किए गए हैं। इसके साथ ही अब दिल्ली में विभाजन जोन की संख्या अब 871 पर पहुंच गई है।
1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगता है
केंद्र सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि देश में एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को विभाजित -19 रोधीoc लगवाने के पात्र होंगे। गौरतलब है कि पहले 45 साल से अधिक आयु के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग टीका लगवाने के पात्र थे। अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग को विभाजित -19 रोधीके लगवा करेंगे। देश में को विभाजित -19 रोधीकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और सबसे पहले डॉक्टरों सहित स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। इसके बाद कोविदे के खिलाफ मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीकाकरण अभियान के तहत लाया गया। एक मार्च को अगले चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण के दायरे में लाया गया था।
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