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बैंक में Joint Account खुलवाने का है प्लान, यहां जानें इससे जुड़ी जरूरी बातें

बैंक में Joint Account खुलवाने का है प्लान, यहां जानें इससे जुड़ी जरूरी बातें

by Sneha Shukla

एक ऐसा बैंक खाता जिसे दो या उससे अधिक लोग मिलकर चलाते हैं, जेई बैंक कह रहे हैं। आम तौर पर बिजनेस पार्टनर, दोस्त, पति-पत्नी और परिवारों के सदस्य संयुक्त खाते खुलते हैं। खाताधारकों में से कोई भी जेवी खाते में जमा धन वापस ले सकता है। प्रत्येक खाता डीलरों के नाम वाले डेबिट कार्ड भी अलग से जारी किए जा सकते हैं। भारत में सेविंग अकाउंट की पेशकश करने वाले सभी बैंक संयुक्त खाते भी देते हैं। हालांकि कुछ बैंक ऐसे खातों के मामले में चार संयुक्त धारकों को अनुमति देते हैं।

संयुक्त खाता सामान्य खातों की तरह ही होता है। यह स्थायी या अस्थायी हो सकता है। सबसे सामान्य प्रकार का जॉइंट खाता किसी भी व्यक्ति के बीच लागू होता है। यदि दो लोगों में से किसी एक की मौत हो जाती है तो कोई भी खाता संचालित कर सकता है।

एनिवन या सर्वाइव (कोई भी या उत्तरजीवी)

  • यह खाता तब मान लेता है जब दो से अधिक व्यक्ति संयुक्त रूप से खाता शुरू करते हैं।
  • कोई भी जमाकर्ता किसी भी समय खाते का संचालन कर सकता है।
  • जमाकर्ताओं में से यदि कोई एक कि मृत्यु हो जाती है तो अन्य खाते के साथ जारी रख सकते हैं।

फॉर्मर या सर्वाइवर (पूर्व या उत्तरजीवी)

  • केवल प्रथम खाताधारक ही खाता संचालित कर सकता है।
  • पहले खाताधारकों के निधन पर दूसरे खातेदार को ही अधिकार मिलता है। इसके कुछ आवश्यक शर्तों को पूरा करना होता है जैसे मृत्यु का प्रमाण प्रस्तुत करना आदि।

नाबालिग खाता (लघु खाता)
एक अभिभावक के साथ संयुक्त रूप से एक नाबालिग के नाम से एक बचत बैंक खाता भी खोला जा सकता है। यहां अभिभावक को नाबालिग की ओर से खाने का संचालन करना चाहिए।

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