अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने कहा है कि इसने भारत सरकार को अपने को विभाजित टीके की आपूर्ति के लिए बिना मुनाफे वाली कीमत की पेशकश की।]कंपनी के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को यह दावा किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार से बातचीत चल रही है।
फाइजर के प्रवक्ता ने एक बयान जारी करके कहा, ” भारत के लिए फ़जर ने सरकार को इसके टीकाकरण अभियान के लिए ‘नॉट फॉर प्रॉफिट’ की पेशकश की है। हम सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं भारत के टीकाकरण अभियान में वैक्सीन उपलब्ध करवाने को प्रतिबद्ध हैं। ’’ भारत में अमेरिकी वैक्सीन की कीमत को लेकर आई कुछ खबरों को खारिज करते हुए कंपनी ने यह बयान जारी किया है।
कंपनी ने कहा है कि इसने उच्च, मध्यम और निम्न आय वाले देशों के लिए अलग-अलग कीमत रखी है और दुनिया भर के सभी लोगों तक को विभाजित -19 वैक्सीन की समान और सस्ती पहुंच के लिए अनुकूलन जताई है। कंपनी ने कहा, ” सीखने में मौजूदा महामारी के हालात में फ़जर ने टीकाकरण अभियानों के लिए सिर्फ सरकारों को वैक्सीन आपूर्ति करने को प्राथमिकता दी है। भारत में भी हमारा यही रुख रहेगा। ”
टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए भारत ने पिछले सप्ताह विदेशी टीकों के लिए भी रास्ता खोला दिया। बताया जा रहा है कि मोडेरना, फाइजर और जॉनसन और जॉनसन के उत्पादक भारत में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए सरकार से बातचीत कर रहे हैं।
फाइजर कोरोना टीके के लिए अमेरिकी सरकार से प्रति डोज 19.5 डॉलर (लगभग 1500 रुपए) चार्ज कर रही है यूरोपीय संघ के लिए कंपनी ने 2022-23 के लिए करीब 1700 रुपए प्रति डोज का चार्ज लिया है।
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