महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कोटव ठाकरे ने मंगलवार को राज्य में बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर लगाम लगाने के लिए पूरे राज्य में धारा -144 की घोषणा की। राज्य सरकार ने हालात पर गौर करते हुए 14 अप्रैल रात आठ बजे से 15 दिनों का राज्यव्यापी कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है।
सीएम ठाकरे ने राज्य के लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि बुधवार की रात आठ बजे से कर्फ्यू शुरू होगा और आवश्यक सेवाओं को इससे छूट दी गई है। ठाकरे ने कहा कि ” लॉकडाउन की तरह पाबंदियां लागू रहने तक आपराधिक दंड प्रक्रिया की धारा 144 (निषेधाज्ञा) लागू रहेगी। हालांकि, उन्होंने नई पाबंदियों को लॉकडाउन नहीं कहा।
# उध्दवचैकर कोरोना, लॉकडाउन के बारे में बात करना, प्रतिबंधों को लागू करना, लेकिन यह कहना कि हम लॉकडाउन नहीं लगाएंगे।
इस बीच मुझे: pic.twitter.com/4Bvu4SHfMX
– दीपक सिंह कुशवाह (@its_dsk) 13 अप्रैल, 2021
जैसा कि कोटव ठाकरे ने लोगों से “घर से काम” करने का अनुरोध किया और इसे “जनता कर्फ्यू” मानने से परहेज किया, इससे लोग कन्फ्यूज हो गए। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कुछ को छड़कर सभी पाबंदियां लॉकडाउन की तरह ही लागू की गई हैं। इंटरनेट पर लोगों ने सीएम उद्धव के भाषण पर तंज कसते हुए एक पर एक मेमे शेयर किया। किसी ने फिल्म थ्री इडिएट्स के मशहूर डायलॉग- ‘कहना क्या चाहते हो’ का सहारा लिया तो किसी ने कहा कि पूछा- ‘तो, लॉकडाउन है या नहीं।’
महाराष्ट्र के सी.एम. # उध्दवचैकर पूर्ण के बजाय धारा 144 लागू करना # महाराष्ट्राडॉकडाउन
* ले लोग pic.twitter.com/9TKdGmfJNK
– अविनाश सिंह 🚩 (@Patriot_Avinash) 13 अप्रैल, 2021
# महाराष्ट्राडॉकडाउन # उध्दवचैकर
कोरोनावायरस और यह उत्परिवर्ती की तरह है: pic.twitter.com/i0nR74n6MM
– जितेश रोचलानी (@ JRism9) 13 अप्रैल, 2021
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