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नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गर्मी से संबंधित अपने पूर्वानुमान में कहा है कि उत्तर और पूर्वी भारत में अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। आईएमडी ने कहा कि दक्षिण भारत के ज्यादातर हिस्सों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर आदि क्षेत्रों में अधिकतम तापमान के सामान्य स्तर से कम रहने का अनुमान है। मौसम विज्ञान विभाग ने कहा, ” आगामी गर्मियों के मौसम (अप्रैल से जून) में, उत्तर, उत्तर-पश्चिम के अधिकांश भागों और पूर्व मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है। ”
बता दें कि देश के कई हिस्सों में मार्च महीने में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। आईएमडी ने यह भी कहा कि अभी तक भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मध्यम ला नीना की स्थिति है और समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सामान्य से नीचे है।
आईएमडी ने कहा कि ताजा पूर्वानुमान आने वाले मौसम में एसएसटी बढ़ने का संकेत देते हैं। गर्मियों के संबंध में यह आईएमडी का दूसरा पूर्वानुमान है। इससे पहले उसने इस महीने की शुरुआत में मार्च से मई के लिए भविष्यवाणी जारी की थी।
भुवनेश्वर में प्रचंड गर्मी
ओडिशा की राजधानी भुवनों में लोगों को बुधवार को जबरदस्त गर्मी का सामना करना पड़ा क्योंकि यहां का अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के विभिन्न भागों में लू का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी।
भुवनेश्वर में गर्मी के कारण सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। मंगलवार से अब तक अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुयी है। भुवनेश्वर प्रदेश में सबसे अधिक गर्म स्थान बन गया है। मौसम केंद्र के अनुसार, 1948 के बाद से भुवनेश्वर में मार्च महीने का यह सबसे अधिक तापमान है। इससे पहले 21 मार्च 2016 को भुवनेश्वर का तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
बीते महीने कोरोना हुआ बेकाबू, जनवरी-फरवरी में जितने मामले आए, अकेले मार्च में दर्ज हुए उतने मामले
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