ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएमएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि चार राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, पुडुचेरी, और तमिलनाडु में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद भारत को फिर से देशव्यापी लॉकडाउन नहीं लगाना चाहिए। ओवैसी ने रविवार को एक अपने ट्विटर पर एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया है।
इस वीडियो में वे यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से भारत में कोरोना लॉकडाउन लगाते हैं, तो यह एक गलती होगी। इस वीडियो में ओवैसी ने कहा है कि मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री देश में असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और असम में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद लॉकडाउन की घोषणा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को लागू करना गरीबों के साथ एक विश्वासघात होगा।
ओवैसी का दावा, पिछले साल 10 करोड़ की नौकरी मिली
ओवैसी ने दावा किया कि पिछले साल लगे देशव्यापी लॉकडाउन में 10 करोड़ गरीबों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी। ओवैसी ने दावा किया है कि लगभग 25-30 लाख श्वेतप्रकाश श्रमिकों ने भी अपनी नौकरी खो दी और कई लोगों की तो मौत भी हो गई। इसलिए मुझे उम्मेद है कि मार्च 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने जो गलती की थी, उसे इस साल नहीं बदला जाएगा।
देश में कोरोना की दूसरी लहर
बता दें कि में कोरोनावायरस की दूसरी लहर चल रही है। यह दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है। भारत में पिछले कुछ दिनों से एक लाख से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र सहित देश के 10 राज्यों में हालात बहुत खराब बताए जा रहे हैं।
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