कोरोना परिस्थिति के बीच भारत की मदद को आगे आए कई देशों में से एक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पीएम नरेंद्र मोदी ने बात की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पुतिन से बातचीत की जानकारी खुद ट्विटर पर दी है। पीएम मोदी ने लिखा, ‘मेरे मित्र व्लादिमीर पुतिन से आज काफी अच्छी बातचीत हो रही है। हमने कोरोनासिस के बढ़ते खतरे को लेकर बात की और उन्हें इस महामारी के दौर में भारत के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। ‘ रूस की ओर से भारत को कोरोना वैक्सीन स्पुतोनिक- वी की सप्लाई का भरोसा दिया गया है। 1 मई से देश में इस वैक्सीन की सप्लाई शुरू होने की बात कही जा रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बातचीत के दौरान हमने द्विपक्षीय सहयोग पर भी बात की। खासतौर पर अंतरिक्ष मिशन, अक्षय ऊर्जा और हाइड्रोजन इकॉनमी को लेकर भी बात हुई। स्पुतनिक- वैक्सीन को लेकर हमारा सहयोग मानवता को मजबूत करेगा और कोरोना से जंग को आगे बढ़ाएगा। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के साथ मंत्रालय स्तर की वार्ता कर जाने का भी ऐलान किया। एक ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ‘अपनी मजबूत रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति पुतिन के साथ 2 + 2 स्तर की वार्ता को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी है। इसके तहत विदेश और रक्षा मंत्रालय के बीच बातचीत होगी। ‘
आज मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक उत्कृष्ट बातचीत हुई। हमने विकसित COVID-19 स्थिति पर चर्चा की, और मैंने महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में रूस की मदद और समर्थन के लिए राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया। @ क्रेमलिनरूसिया_ई
– नरेंद्र मोदी (@narendramodi) 28 अप्रैल, 2021
ब्रिटेन से यूएई तक कई देशों ने मदद की पेशकश की
बता दें कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के उभार के बीच अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, यूएई, सऊदी अरब सहित कई देशों ने मदद की पेशकश की है। खासतौर पर अमेरिका से वैक्सीन को तैयार करने के लिए आवश्यक कच्चे माल की सप्लाई हासिल करने में सफलता हासिल हुई। अपनी घरेलू जरूरतों का हवाला देते हुए अमेरिका की ओर से पहले कच्चे माल की सप्लाई पर रोक हटाने से इनकार कर दिया गया था।
हमने अपने विविध द्विपक्षीय सहयोग की भी समीक्षा की, विशेष रूप से अंतरिक्ष अन्वेषण और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में, जिसमें हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था भी शामिल है। स्पुतनिक-वी वैक्सीन पर हमारा सहयोग महामारी से लड़ने में मानवता की सहायता करेगा।
– नरेंद्र मोदी (@narendramodi) 28 अप्रैल, 2021
अजीत डोभाल से बात के बाद अमेरिका के भी सुर
हालांकि रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की ओर से अपने अमेरिकी समकक्ष से बात किए जाने के बाद से उसके सुर बदले हैं। यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि कोरोनासिस की पहली लहर के दौरान भारत ने हमारी मदद की थी, जो हमें याद दिलाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हमारे संकट के वक्त में भारत के साथ बनाया गया था। ऐसे में अब हम उसकी मदद करने के लिए तत्पर हैं।
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