कोरोनावायरस के संकट से भारत बुरी तरह प्रभावित है। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से देश ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर की कमी से जूज़ रहा है। ऐसी परिस्थिति के जब में एक बार फिर से भारत की मदद के लिए उसका सबसे पुराना साथी रूसी सामने आया है। भारत की मदद के लिए दवाईयां, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर सहित अन्य सामान सहित रूस के दो विमान दिल्ली टर्मिनल पहुंचे। यह बात की जानकारी सेंट्र बोर्ड ऑफ़ इंडैरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) ने दी है।
समचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीबीआईसी ने बताया है कि आज सुबह रूस से दो विमान दिल्ली टर्मिनल पहुंचे हैं, जिनमें 20 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, 75 वेंटिलेटर, 150 बेडसाइड मेडिकल केयर, 22 मिलिन टन दवाएं शामिल हैं। एयर कार्गो और दिल्ली कस्टम इसके शीघ्र क्लियरेंस को लेकर काम कर रहे हैं।
एयर कार्गो, दिल्ली कस्टम्स ने रूस में सुबह से 24 * 7 काम करने वाली दो उड़ानों में तेजी लाई, जिसमें 20 ऑक्सीजन कंसंटेटर, 75 वेंटिलेटर, 150 बेडसाइड मॉनिटर और 22 एमटी की कुल दवाइयाँ शामिल थीं: सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ इनडायरेक्ट टैक्सेज़ एंड कस्टम्स (CBIC) pic.twitter.com/AZwZDS3aHA
– एएनआई (@ANI) 29 अप्रैल, 2021
बता दें कि भारत के लिए मानवीय सहायता के बारे में रूस से दो विमान 28 अप्रैल को चले गए थे। दोनों विमान रात में मॉस्को के समीप जुकावस्की हवाई अड्डे से रवाना हुए थे। हवाई अड्डा के प्रवक्ता ने बताया कि पहले विमान ने स्थानीय समयानुसार पंगे बजे उड़ान भरी थी जबकि दूसरा विमान लगभग आठ बजे भारत के लिए रवाना हुआ था। रूस ने पहले ही भारत को 22 टन से अधिक को विभाजित -19 निरोधी उपकरण और दवाओं देने की अनुकूलन जतायी थी।
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ संचार पर बातचीत की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि हमारी सशक्त रणनीतिक साझीदारी को और गति देने के लिए राष्ट्रपति पुतिन और मैंने हमारे विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता प्रणाली स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ बातचीत में को विभाजित की स्थिति पर चर्चा की और रूस की ओर से मिलने वाली मदद के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया।
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