शुक्रवार को देश में कोरोनावायरस के कुल 4,02,351 मामले सामने आए। इसी के साथ भारत ने कोरोनाइन अन्य देशों को मीलों पीछे छोड़ दिया। देश में 22 अप्रैल से रोजाना कोरोना संक्रमण के तीन लाख मामले सामने आ रहे थे। तब इसने अमेरिका में इस साल 8 जनवरी को किसी एक दिन में 3,07,516 मामलों को भी पीछे छोड़ दिया था। अब ये आंकड़ा चार लाख के पार पहुंच गया है।
अप्रैल मे अप्रैल 66 लाख से अधिक मामला
देश में अप्रैल के दौरान कोविड -19 के 66 लाख से अधिक नए मामले सामने आए जो पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद संक्रमण के मामलों को लेकर सबसे खराब महीने साबित हुआ है। अप्रैल महीने में दर्ज किए गए नए मामले पिछले छह महीनों में सामने आए मामलों से अधिक रहे जो कि संक्रमण की दूसरी लहर की शुद्धता को दर्शाता है।
इससे पहले देश में गुरुवार को संक्रमण के 3.86 लाख से अधिक नए मामले सामने आए जिनके साथ ही संदिग्ध लोगों का अब तक का आंकड़ा 1,87,67,962 तक पहुंच गया जबकि मार्च के अंत तक मामलों की संख्या 1,21,49,335 थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल के बाद से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। पांच अप्रैल से प्रतिदिन एक लाख से अधिक मामले सामने आने लगे जबकि 15 अप्रैल से इनकी संख्या प्रतिदिन दो लाख को पार कर गई और 22 अप्रैल से रोजाना तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
पिछले चार सप्ताह में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, पंजाब, मध्यप्रदेश और राजस्थान में परिस्थितियाँ अधिक चिंताजनक हुई हैं।
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित
शुक्रवार को महाराष्ट्र में कोविद -19 के 62,919 मामले सामने आए और 828 लोगों की मौत से मौत हो गई। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने दी है। संक्रमण के नए मामले बृहस्पतिवार की तुलना में कम रहे, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ गई। राज्य में बृहस्पतिवार को संक्रमण के लिए जहां 66,159 मामले आए थे, वहीं मृतकों की संख्या 771 रही थी।
इसी के साथ शुक्रवार को कुलिटेन्स की संख्या 46,02,472 हो गई जबकि मृतकों की कुल संख्या 68,813 रही। मुंबई में 3888 नए मामले सामने आए और 89 लोगों की मौत हो गई जिससे महानगर में टाइपों की कुल संख्या 6,48,471 हो गई जबकि मृतकों की संख्या 13,125 हो गई है। राज्य में शुक्रवार को 69,710 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई जिससे राज्य में अभी तक 38,68,976 लोग बीमारी से ठीक हो चुके हैं।]
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