असफल डिपोजिट यानि एफडी निवेश का सबसे लोकप्रिय विकल्प है। इसका कारण यह है कि इसमें आश्वासन के साथ रिटर्न मिलता है। बहुत से लोग अधिक रिटर्न की चाह में अन्य स्थानों पर भी पैसे लगाते हैं जहां एफडी से ज्यादा रिटर्न मिलता है लेकिन वह सर्ंटीड नहीं होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि एफडी में निवेश करने पर गारंटीड रिटर्न सहित और क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
निश्चित रिटर्न
एफडी का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें सर्ंटीड रिटर्न मिलता है। निवेश की शुरुआत में ही बता दिया जाता है कि मैच्योरिटी पर आपको कितना फायदा होगा। कोई जोखिम नहीं है। किसी भी स्थिति में न तो उससे ज्यादा पैसा मिलता है और न ही कम। & nbsp;
इंश्योरेंस कवर
बैंक में एफडी कराने पर डिपॉजिट इंश्योरेंस या क्रेडिट एश्योरेंस ( DICGC) का इंश्योरेंस कवरेज मिलता है। & nbsp; बैंक डिफॉल्ट कर देता है या दिवालिया हो जाता है तो इस इंश्योरेंस कवर के तहत 5 लाख रुपये तक मिलते हैं। इसमें मूलधन और ब्याज शामिल होंगे।
लाइफ इंश्योरेंस
अगर आप बैंक में एफडी बनाते हैं तो आपको मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस भी मिल सकता है। जी हां कई बैंक यह सुविधा देते हैं। ऐसा बैंक इसलिए करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग एफडी कराएं। बैंक अपने ग्राहकों को एफडी की रकम के बराबर लाइफ इंश्योरेंस की पेशकश करते हैं।
लोन
एफडी कराने का एक बड़ा फायदा यह है उस बैंक से लोन आसानी से मिल जाता है। कुछ बैंक तो एफडी के आधार पर ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी भी देते हैं। एफडी एक तरह से आपकी संभावना है। लोन न चुका पाने की स्थिति में लोन के पैसे आपकी एफडी से कवर कर के लिए जाएंगे।
कर बेनिफिट
पांच साल या उससे अधिक समय के लिए नाकाम डिपॉजिट देने पर शिशु अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट क्लेम की जा सकती है। आप साल भर में 1.5 लाख रुपये तक पर टैक्स छूट पा सकते हैं। 5 साल से कम की एफडी पर टैक्स चुकाना होता है। किसी वर्ष में तमाम बैंकों से मिली ब्याज 40 हजार रुपये से अधिक है तो उस पर भी कर लगेगा।
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