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Islamophobia meaning in Hindi – इस्लामोफोबिया का हिंदी अर्थ क्या होता है ?

by Pritam Yadav

Islamophobia meaning in Hindi :- साल 2022 से हर वर्ष 15 मार्च को इस्लामोफोबिया डे मनाया जाता है। इस्लामोफोबिया इस्लाम से संबंध रखता है। पर क्या आप जानते हैं, कि Islamophobia meaning in Hindi क्या होता है ?

यदि नहीं, तो आज का यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। आज के इस लेख में हम इस्लामोफोबिया से संबंधित जानकारी पर चर्चा करेंगे और जानेंगे, कि Islamophobia meaning in Hindi क्या होता है। साथ ही इसके कारण और प्रभाव भी जानेंगे।


इस्लामोफोबिया का हिंदी अर्थ क्या होता है ? – Islamophobia meaning in Hindi

इस्लामोफोबिया दो शब्दों से मिलकर बना है पहला इस्लाम शब्द है और दूसरा फोबिया है। जिसका अर्थ होता है मुसलमान के प्रति नफरत या डर की भावना होना। खास कर जब उन्हें आतंकवाद इत्यादि के स्रोत के रूप में देखा जाता है।


Islamophobia क्या है ?

इस्लाम एक धर्म है, जिसे मुस्लिम धर्म भी कहा जाता है और इस्लाम धर्म को मानने वाले अनुयायि मुसलमान कहलाते हैं।

वही फोबिया एक प्रकार की घृणा या डर होता है, जिसका कोई particular कारण नहीं होता अर्थात फोबिया एक अनचाहे fear को कहा जाता है जो किसी वस्तु को लेकर होता है, फिर चाहे वह वस्तु डरावनी हो या वह डरावनी ना भी हो, परंतु उससे डर लगता है।

इस प्रकार से, जब इस्लाम और फोबिया दोनों शब्दों को जोड़ा जाता है तो इस्लामोफोबिया शब्द निकल कर सामने आता है और इसका अर्थ होता है कि इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों से डरना या फिर बिना किसी वजह से उनसे घृणा करना।

इस्लामोफोबिया शब्द पश्चिम के देशों में अधिक प्रचलित है। इस्लाम शब्द मुस्लिम शब्द का पर्यायवाची शब्द भी है। इसलिए इस्लामोफोबिया को मुस्लिमोंफोबिया भी कहा जाता है।


इस्लामोफोबिया के कारण

दोस्तों लोगों के बीच इस्लामोफोबिया को लेकर बहुत सारे मतभेद है। आप यूं कह सकते हैं कि जीतने मुह, उतनी बातें हैं। इनमें से कुछ कारणों के बारे में हम आपको आगे बताने वाले हैं :-

विश्व के एक बड़े वर्ग का यह मानना है कि इस्लामिक कट्टरवाद इस्लामोफोबिया का सबसे बड़ा कारण है। जिसके कारण विश्व में बहुत सारे आतंकी संगठन बन गए हैं जो इस्लाम के नाम पर फल फूल रहे हैं।

हालांकि यह एक सच्चाई है कि आतंकी संगठनों का सबसे अधिक शिकार मुसलमान ही हुए हैं। सीरिया और अफगानिस्तान इसके बड़े उदाहरण है।

लोगों के एक अन्य वर्ग के अनुसार इस्लामिक कट्टरवाद की वजह से दुनिया में बहुत सारी ऐसी घटनाएं हुई है जिसके कारण इस्लामोफोबिया बढा है।

उदाहरण के लिए वर्ष 2015 में चार्ली हेब्डो नाम की एक कार्टून पत्रिका में पैगंबर मोहम्मद का एक कार्टून प्रकाशित किया था और जिसकी वजह से उनके दफ्तर पर आतंकी हमला हुआ और बहुत सारे कार्टूनिस्ट को मार दिया गया था।

यही नहीं एक शिक्षक को पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाने के लिए भी मौत के घाट उतार दिया गया था। इस प्रकार की घटनाओं से ही लोगों के मन में इस्लाम धर्म के लिए एक गलत छवि बनती है।

कई लोगों के मत के अनुसार इस्लामोफोबिया का एक बड़ा कारण राजनीति भी है। यूरोप में इस्लामोफोबिया का कारण पश्चिम एशिया में अस्थिरता के कारण आए शरणार्थी भी माने जाते हैं।

कुछ लोगों के मत के अनुसार विश्व में इस्लाम के दुश्मन इस्लाम को मानने वाले ही है। जैसे सीरिया में मरने वाले और मारने वाले दोनों ही मुसलमान है, जिसकी वजह से वे इस्लामोफोबिया फैलाते हैं।


इस्लामोफोबिया के प्रभाव

इस्लामोफोबिया बढ़ने का प्रभाव यह हुआ है कि मुसलमान के खिलाफ अत्याचारों में भी बढ़ोतरी हुई है और मुसलमानों को हर वाक्य के लिए शक की निगाह से देखा जाने लगा है। बल्कि कई जगह पर तो वह बराबरी के मौके से भी वंचित रहने लगे हैं।

इस्लामोफोबिया की वजह से विश्व के लगभग हर हिस्से में मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं सामने आई है बल्कि यूरोप से तो हर दिन इस्लामोफोबिया के चलते मुसलमानों को मारने की घटनाएं सामने आती ही रहती है।


भारत में इस्लामोफोबिया

भारत में Islamophobia है या नहीं, इसको लेकर भी अलग-अलग लोगों के अलग-अलग विचार है। अप्रैल 2020 में ‘इस्लामिक सहयोग संगठन’ जिसे इंग्लिश मे Organisation of Islamic Cooperation-OIC नाम से जाना जाता है, के  Independent Permanent Human Rights Commission- IPHRC ने एक ट्वीट के माध्यम से भारत में बढ़ते Islamophobia पर चिंता जताई  थी।

IPHRC ने भारतीय सरकार से मुस्लिम अल्पसंख्यक के rights की रक्षा के लिये immediate action लेने के लिये आग्रह किया था।

24 जुलाई 2021 में, अमेरिकी सांसदों ने भारत व चीन के साथ साथ दुनिया के अन्य देशों में मुस्लिमों के खिलाफ होने वाली हिंसा से निपटने व इसे रोकने के लिए एक विशेष दूत नियुक्त करने की appeal की थी।

भारत में  जब भी किसी मुस्लिम पर किसी गैर मुस्लिम के द्वारा अत्याचार करने का मामला आता है तो इसे इस्लामोफोबिया से ही जोड़कर देखा जाता है।


भारत में इस्लामोफोबिया के कारण

भारत में islamophobia का कारण राजनीति को माना जाता है। हालांकि इसके भी दो पहलू है जिसके एक पहलू में हिंदू धर्म खतरे में है और दूसरे में इस्लाम धर्म।

राजनेता के द्वारा वोट प्राप्त करने के लिए हिंदुओं को इस्लाम का डर दिखाया जाता है इसके अलावा लव जिहाद जैसी चीजों के कारण भी भारत में islamophobia बढ़ा है।


इस्लामोफोबिया को रोकने के उपाय

कुछ लोगों के मत के अनुसार मुसलमान के खिलाफ होने वाले अत्याचारों को रोकने से इस्लामोफोबिया खत्म होने के आसार है। मुसलमान को आगे बढ़ने का अवसर देना होगा ताकि मुसलमान कट्टरपंथी का रास्ता छोड़ दे। इससे इस्लामोफोबिया को खत्म किया जा सकेगा।

कुछ लोगों का मानना है, कि इस्लामोफोबिया की सबसे बड़ी समस्या खुद इस्लाम में कट्टरता है जिससे इस्लाम को खुद से खुद ही लड़ना पड़ेगा और जिस दिन यह  कट्टरता समाप्त हो जाएगी, उस दिन यह islamophobia शब्द अपने आप ही खत्म हो जाएगा।


निष्कर्ष :-

दोस्तों, अपने इस लेख के माध्यम से जाना कि Islamophobia meaning in Hindi क्या होता है। हमें उम्मीद है की इस लेख में इस्लामोफोबिया के बारे में दी गयी जानकारी आपको पसंद आई होगी।

यदि इस लेख से संबंधित कोई भी सुझाव या कोई भी सवाल आपके मन में है तो आप हमें नीचे कमेंट करके बताएं। साथ ही इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस ब्लॉग के साथ जुड़े रहे।


FAQ’s :-

Q1. 15 मार्च को कौन सा दिवस मनाया जाता है ?

Ans. विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस

Q2. 15 मार्च कौन सा अंतर्राष्ट्रीय दिवस है ?

Ans. इस्लाम के खिलाफ प्रथम अंतर्राष्ट्रीय दिवस, इस्लामोफोबिक डे

Q3. आप मुसलमानों के बारे में क्या जानते हैं ?

Ans. दुनिया में आज लगभग 190 करोड़ से मेकर 200 करोड़ मुसलमान की आबादी है। 
अफ्रीका, यूरोप और मध्यपूर्व में मुसलमानों के पहुंचे समुदाय बसते हैं और सबसे अधिक 
मुसलमान दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में रहते हैं।

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