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Shiksha kya hai

Shiksha kya hai | शिक्षा का परिभाषा, भेद, उदाहरण और फायदे

by Pritam Yadav

Shiksha Kya hai :- आज के इस आर्टिकल के मदद से हम शिक्षा क्या है, के बारे में जानने वाले है। दोस्तों आपने शिक्षा शब्द को बचपन से ही सुनते आया होगा और हो सकता है कि आपके माता पिता ने भी आपको एक अच्छी शिक्षा देने की कोशिश की होगी और एक अच्छा समाज में रखा होगा मगर क्या आपको मालूम है कि शिक्षा क्या होता है और शिक्षा का अर्थ क्या होता है ।

और शिक्षा की परिभाषा क्या है और शिक्षा के फायदे और नुकसान क्या क्या होते हैं अगर आप का जवाब ना है और आप शिक्षा से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहे क्योंकि इस लेख में हम शिक्षा से जुड़ी हर एक जानकारी प्राप्त करने वाले है।


शिक्षा क्या है ? | what is education in Hindi | Shiksha Kya Hai

शिक्षा एक खास प्रकार की प्रक्रिया होती है जो सीखने और सिखाने के क्रियाकलापों को दर्शाती है। यह प्रक्रिया प्राकृतिक के जीवन के अंत तक चलती रहती है, हालांकि कोई भी व्यक्ति हो चाहे जानवर हो या कोई भी सजीव वनस्पति हो वह इस प्रक्रिया के अधीन होता है।

शिक्षा का आशय जीवन के शुरुआत से लेकर अंत तक है क्योंकि जब भी एक छोटा बच्चा या कोई सजीव चीज़ जन्म लेता है तो वह जन्म के शुरुआत से ही कुछ ना कुछ सीखना शुरू कर देता है और वह  मरते दम तक कुछ ना कुछ सीखते रहता है।


शिक्षा का अर्थ क्या होता है ? | शिक्षा का परिभाषा

शिक्षा शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है और संस्कृत भाषा में शिक्षा का शाब्दिक अर्थ ” ज्ञानार्जन करना ” होता है। ज्ञानार्जन करना का मतलब होता है (ज्ञान को प्राप्त करना, ज्ञान को अर्जित करना, ज्ञान को ग्रहण करना, और इत्यादि)। इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि शिक्षा ज्ञान अर्जन करने का एक सतत प्रक्रिया है।

शिक्षा को अंग्रेजी भाषा में Education कहते हैं और Education शब्द का उतप्ति लैटिन भाषा से हुआ है। लैटिन भाषा में Education शब्द का अर्थ “नई-नई बातों को जानना और अपने जीवन काल में आगे बढ़ना” होता है। कई महापुरुषों ने कहा है कि, मनुष्य की अंतर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा हैं।


शिक्षा के भेद | Shiksha Ke Bhed

ऊपर हमने Shiksha Kya Hai के बारे में बताया, अब हम Shiksha Ke Bhed के बारे में जानते है।

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में जाना की शिक्षा क्या होता है और शिक्षा का अर्थ क्या होता है अब हम इस टॉपिक के माध्यम से जानने वाले हैं, कि आखिर शिक्षा कितने प्रकार के होते हैं तो चलिए शुरू करते हैं इस टॉपिक को बिना देरी किए हुए।

जब कोई सजीव चीज़ पैदा होता है, तब उसकी शिक्षा की प्रक्रिया उसी वक्त से चालू हो जाती है।

उदाहरण के तौर पर माने तो समाज में एक छोटा बच्चा जब जन्म लेता है तो जन्म के वक्त से ही उसका शिक्षा ग्रहण करने की प्रक्रिया चालू हो जाती है जब वह पैदा लेता है तो वह सबसे पहले अपनी मां के द्वारा कुछ सीखता है, फिर हल्का बड़ा होता है तो अपने परिवार से कुछ नया चीज सीखता है, और बड़ा होता है तो वह समाज से कुछ सीखता को ग्रहण करता है ।

फिर वह स्कूल जाता है तो वहाँ से कुछ सीखता है इसी प्रकार से वह शिक्षा को ग्रहण करता रहता है तो उसके बड़ा होने के आधार पर ही शिक्षा को कुछ भागों में बांटा जाता है, और उन सभी भागों का नाम हमने नीचे में स्टेप बाई स्टेप कर के लिख रखा है, तो आप उन्हें ध्यान से पढ़े और समझे।

  • अनौपचारिक शिक्षा (non-formal education)
  • औपचारिक शिक्षा (formal education)
  • सकारात्मक और नकारात्मक शिक्षा (positive and negative education)
  • व्यक्तिगत एवं सामूहिक शिक्षा (individual and group education)
  • प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष शिक्षा (direct or indirect education)

शिक्षा का महत्व

ऊपर हमने Shiksha Kya Hai के बारे में बताया, अब हम शिक्षा का महत्व के बारे में जानते है।

जिस प्रकार से हमारे जीवन में हवा, आग, पानी इत्यादि चीज़े जरूरी है ठीक उसी प्रकार से शिक्षा भी हमारे जीवन को व्यतीत करने के लिए बहुत जरूरी है। शिक्षा के बल पर दुनिया के हर एक चीज को हासिल किया जा सकता है। जितने भी बड़े-बड़े विशेषज्ञ गणितज्ञ और विज्ञान और इत्यादि लोगों ने इतने चीजों का आविष्कार किया और खोज किया तो वह सब शिक्षा के बदौलत ही किया।

क्योंकि उन्होंने खुद से एक्सपेरिमेंट करके उस चीज को समझा और उस चीज से सीखा अगर आज वह सब शिक्षा नहीं ग्रहण किए होते तो आज हम उसी अवस्था में पड़े रहते, मगर शिक्षा ही एक ऐसी प्रक्रिया है जो जीवन के शुरुआत से लेकर हमारे अंत तक चलती रहती है तो इसका महत्व हमारे जीवन में बहुत ज्यादा है।


शिक्षा के फायदे

शिक्षा के फायदे अनगिनत है, और इसको अच्छी तरह से वर्णन करना बहुत मुश्किल है। क्योंकि आज जो कुछ भी हम हैं वह शिक्षा के बदौलत ही हैं।

शिक्षा से हम सभ्य बनते हैं और हमारी प्रवृत्ति में एक नया बदलाव देखने को मिलता है अक्सर लोग नए-नए चीजों को अपने जीवन में सीखते रहते हैं और आगे बढ़ते रहते हैं।

आज आप अपने आंखों से जितने भी टेक्नोलॉजी और नए-नए यंत्र तंत्र को देखते हैं वह सब शिक्षा के बदौलत ही बने हैं।

आज आप अगर इस लेख को पढ़ रहे हैं तो वह शिक्षा के बदौलत ही पढ़ रहे हैं, अगर आपने बचपन में शिक्षा ग्रहण नहीं की होती तो आपको इन सब चीजों के बारे में समझ नहीं होता। तो दोस्तों इसी प्रकार से शिक्षा के बहुत सारे फायदे हैं।


शिक्षा के नुकसान

इस टॉपिक को देख करके आपके मन में ख्याल आया होगा कि अगर शिक्षा के इतने सारे फायदे हैं, तो उसका नुकसान भी हो सकता है तो हमारा जवाब है जी हां क्योंकि जहां अच्छाई होती है वहां बुराई भी होती है।

आपने देखा होगा कि लोग शिक्षा का कई बार गलत उपयोग करते हैं तो वह शिक्षा का नुकसान में ही गिना जाता है। जिस प्रकार से शिक्षा के फायदे हैं उसी प्रकार से शिक्षा के नुकसान भी हैं जिन्हें पूर्ण रूप से दर्शाया नहीं जा सकता है।

वह आप अपने समाज में इधर उधर देख कर समझ सकते हैं।  क्योंकि जिस समाज में आप रहते हैं उस समाज में आपको अच्छे लोग भी मिलेंगे और गलत लोग भी मिलेंगे तो वह सब अच्छा और गलत होना उनके शिक्षा पर निर्भर करता है।

क्योंकि अक्सर लोग ज्ञान को प्राप्त करते हैं तो उस ज्ञान का गलत उपयोग भी लोग कर देते हैं अब उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि लोगों ने अपने ज्ञान का उपयोग करके एक चाकू का आविष्कार किया और उस चाकू का उपयोग लोग सब्जी काटने के लिए भी करते हैं।

और कई सारे लोग उस चाकू का उपयोग किसी की हत्या करने के लिए भी करते हैं तो आप इसे समझ चुके होंगे कि शिक्षा का क्या फायदा है और क्या नुकसान है।


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( Conclusion, निष्कर्ष )

उम्मीद करता हूं, कि आप को मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से  शिक्षा क्या हैं ( Shiksha Kya Hai ) के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको किस शिक्षा से जुड़ी हर एक जानकारी के बारे में बताने की कोशिश की है।

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