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2s In Train Means In Hindi

ट्रेन में 2S का मतलब क्या होता है ? | 2s In Train Means In Hindi

by Pritam Yadav

2s In Train Means In Hindi :- आज हम आपको इस लेख के माध्यम से 2s In Train Means In Hindi के बारे में बताने जा रहे हैं।

आप अक्सर ट्रेन की टिकट बुक करते होंगे। जब भी आप ट्रेन की टिकट ऑनलाइन बुक करते हैं, तो आपको बुकिंग के समय कई ऑप्शन पूछे जाते हैं जैसे – 2S, SL, AC इत्यादि हम AC, SL का मतलब तो समझ जाते हैं, लेकिन 2S का मतलब नहीं समझ पाते, लेकिन अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको 2s In Train Means के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी।


ट्रेन में 2S का मतलब क्या होता है ? ( 2s In Train Means In Hindi )

ट्रेन में 2S का मतलब Second Sitting होता है, जिसमें केवल बैठने के लिए सीट मिलती है। यह भी ट्रेन की अन्य Sleeper क्लास तथा AC क्लास की तरह एक क्लास है। यह सबसे निचले स्तर की क्लास होती है। सेकंड सीटिंग में सभी तरह के जनरल कोच आते हैं जैसे- d1, d2, D3, d4 इत्यादि।

सरल शब्दों में कहें तो 2s in train means ट्रेन का जनरल कोच। जर्नल कोच का नाम सुनकर आपको लगा होगा कि इसमें बहुत भीड़ भाड़ होती है लेकिन ऐसा नहीं है।

Second Sitting के लिए भी टिकट बुक की जाती है और जितनी सीट है केवल उतने ही यात्री सफर करते हैं।


सेकंड सीटिंग में बैठने की व्यवस्था ( Sitting Arrangement in 2S )

हमने आपको बताया कि सेकंड सीटिंग में केवल बैठने की व्यवस्था होती है। इसमें कोई भी यात्री सोकर यात्रा नहीं कर सकता इसलिए अधिकतर यात्री सेकंड सेटिंग में केवल दिन के समय ही सफर करते हैं।

Second Sitting उन यात्रियों के लिए सबसे अच्छा होता है जिन्हें केवल कुछ घंटों के लिए ही सफर करना है। जो यात्री कुछ घंटों के लिए सफर करना चाहते हैं वह बस की जगह सेकंड सीटिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Second Sitting में एक लाइन में कुल 6 सीटें होती हैं। 2S में बैठने का मॉडल 3+3 रखा गया है। इसमें लगभग 108 सीट होती है। साथ ही इस की सीटें काफी छोटी होती हैं और आरामदायक भी नहीं होती जिसके कारण Second Sitting क्लास में यात्रा करने पर थोड़ी मुश्किल आती है।

इसलिए वही यात्री इस में सफर करते हैं जिन्हें केवल कुछ घंटों की यात्रा तय करनी होती है। इसमें ऊपर की तरफ सामान रखने के लिए Rack भी दिया होता है जिसमें यात्री अपना सारा सामान रख सकते हैं। 2S में एयर कंडीशनर की व्यवस्था नहीं होती है।


क्या सेकंड सीटिंग में रिजर्वेशन कराना होगा ( Will the reservation have to be made in the second seating ? )

लोगों को अक्सर लगता है कि Second Sitting जर्नल कोच होता है तो इसमें रिजर्वेशन कराना जरूरी नहीं है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पहले के समय में Second Sitting में रिजर्वेशन नहीं होती थी लेकिन कोविड-19 के बाद से भारतीय रेलवे ने यह नियम बदल दिया है।

भारतीय रेलवे ने सेकंड सीटिंग में भी रिजर्वेशन कराना अनिवार्य कर दिया है। अब कोई भी यात्री 2S में भी बिना रिजर्वेशन के नहीं बैठ सकता।


ट्रेन में 2s और SL में क्या अंतर है ? ( Difference between 2S and SL ? )

ऊपर हमने 2S In Train Means In Hindi के बारे में बताया, अब हम Difference Between 2S And SL के बारे में जानते हैं।

ट्रेन के Second Sitting तथा SL में बहुत अंतर है। चलिए हम इन अंतर को समझते हैं।

  • Second Sitting में केवल बैठने की व्यवस्था होती है जबकि स्लीपर में बैठने तथा सोने दोनों की व्यवस्था होती है।
  • Second Sitting की सीटें आरामदायक नहीं होती जबकि स्लीपर क्लास की सीटें काफी आरामदायक होती हैं।
  • Second Sitting का किराया स्लीपर क्लास के किराए के मुकाबले काफी कम होता है।
  • Second Sitting में कोई भी यात्री लंबा सफर नहीं कर सकता जबकि स्लीपर क्लास में हम लंबे समय के लिए भी यात्रा कर सकते हैं। जैसे- स्लीपर क्लास में हम एक-दो दिन तक भी यात्रा कर सकते हैं लेकिन सेकंड सीटिंग में हम केवल कुछ घंटों के लिए ही यात्रा कर सकते हैं।
  • स्लीपर क्लास में बैठने की व्यवस्था काफी अच्छी होती है। इस सोच में लंबाई में 2 बर्थ तथा चौड़ाई में 3 बर्थ होती है। जबकि Second Sitting कोच में एक लाइन में केवल बैठने के लिए छह सीटें होती हैं।

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निष्कर्ष ( Conclusion )

आज के इस लेख में हमने आपको 2s In Train Means In Hindi के बारे में बताया है।

उम्मीद है कि आपको सेकंड सेटिंग ( 2S ) से संबंधित सभी जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आपको किसी तरह का प्रश्न पूछना हो तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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