नमस्कार दोस्तों, किसी भी व्यक्ति के जिंदगी में जीवन के भौतिक विज्ञान उसकी जिंदगी के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि जीवन के भौतिक आधार को क्या कहते हैं, (jivan ke bhautik aadhar ko kya kahate hain) यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि जीवन के भौतिक आधार को क्या कहते हैं, (jivan ke bhautik aadhar ko kya kahate hain) हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
जीवन के भौतिक आधार को क्या कहते हैं? (jivan ke bhautik aadhar ko kya kahate hain)
दोस्तो अक्सर कई अलग-अलग कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि जीवन के भौतिक आधार को क्या कहते हैं, और बहुत लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि जीवन के भौतिक आधार को “कोशिका” कहा जाता है। कोशिका हमारे शरीर के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, तथा उसी से हमारे शरीर का ढांचा तैयार होता है।
कोशिका क्या होती है? (What is a cell?)
दोस्तों कोशिका सचिवों के शरीर की एक रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई होती है, जो स्वत जनन करने की क्षमता रखती है। यह अलग अलग पदार्थों का एक छोटा सा संगठित रूप होता है जिसके अंतर्गत सभी क्रियाएं होती है, और इन्हीं के एक सामूहिक रूप को जीवन कहा जाता है। यानी कि किसी भी सजीव का शरीर छोटी-छोटी कोशिकाओं से मिलकर बना हुआ होता है।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि जीवन का भौतिक आधार क्या होता है, (jivan ke bhautik aadhar ko kya kahate hain) हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत किसी भी जीवन का भौतिक आधार कहे जाने वाली कोशिका से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि कोशिका क्या होती है, किस तरह से कार्य करती है, किस तरह से इसका निर्माण होता है, बता किस तरह से कोशिका हमारे शरीर या फिर किसी भी सजीव के शरीर का निर्माण करती है।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
FAQ
हक्सले के अनुसार जीवद्रव्य जीवन का भौतिक आधार है। एक जीवित कोशिका की कोशिका भित्ति के अंदर, जीवित पदार्थ को प्रोटोप्लाज्म के रूप में जाना जाता है।
1868 में हक्सले ने जीवद्रव्य को ‘जीवन का भौतिक आधार’ कहा क्योंकि जीवन के सभी गुण जीवद्रव्य में निवास करते हैं।
कोशिका की कोशिका झिल्ली के अंदर के पूरे पदार्थ को प्रोटोप्लाज्म कहा जाता है। यह सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। यह एक रेशेदार, जेली जैसा, अर्ध-तरल पदार्थ है। यह पारदर्शी और चिपचिपा होता है।
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