दोस्तों, कोडक विश्व की पहली ऐसी कंपनी थी जिसने विश्व का पहला डिजिटल कैमरा पेश किया था। यह उन्होंने सन् 1888 में किया था। उस समय किसी के घर में डिजिटल कैमरा होना शान की बात हुआ करती थी। आज के समय तो मोबाइल फोन में भी हमें कैमरा मिल जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि विश्व का सबसे पहला कोडक कैमरा किसने पेश किया था? या 1888 mein kisne pehla kodak camera pesh kiya tha. यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं।
क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि 1888 mein kisne pehla kodak camera pesh kiya tha। तो चलिए शुरू करते हैं
Kodak कंपनी
कोटक कंपनी को ईस्टमैन कोडक कंपनी के नाम से जाना जाता है। यह आज के समय अमेरिका में एक सार्वजनिक कंपनी है, इसने अपनी शुरुआत सबसे पहले डिजिटल फोटोग्राफी के इतिहास से की थी। इस कंपनी का मुख्यालय आज के समय न्यूयॉर्क के रोचेस्टर और न्यूजर्सी में है।
आज के समय कोडक कंपनी दुनिया भर के संस्थाओं को पैकेजिंग के लिए कार्यात्मक मुद्रण, ग्राफिक संचार, और पेशेवर सेवाएं उपलब्ध करवाता है। इसी के साथ यह आज के समय दवाइयां बनाने का काम भी कर रहा है। लेकिन इस कंपनी ने अपनी शुरुआत कैमरा बनाने से की थी। जी हां यह विश्व की पहली ऐसी कंपनी थी जिसने डिजिटल कैमरे का उत्पादन किया था। सन 1888 में कोडक कंपनी ने अपने स्थायित्व से पहले ही डिजिटल कैमरे को पेश किया था।
हालांकि 23 मई 1892 को जॉर्ज ईस्टमैन तथा हेनरी ए स्ट्रांग नेकोडक कंपनी की स्थापना की थी। उन्होंने एक लंबे समय तक अपने प्रोडक्टिविटी में फोटोग्राफिक फिल्म तथा डिजिटल कैमरे को अपने मुख्य स्थान पर रखा।
कोडक कंपनी का दिवालियापन
सन 1990 के दशक के अंत तक यानी कि सन 2000 के शुरुआत तक बड़े और भारी कैमरे का उपयोग करना काफी महंगा साबित होने लगा और इसी कारण फोटोग्राफिक फिल्म की बिक्री में भयंकर गिरावट आने लगी। डिजिटल फोटोग्राफी की तरफ दुनिया तेजी से बढ़ने लगी, कैमरा और छोटा होते गया साथ ही साथ बड़े कैमरे का इस्तेमाल करना आम लोगों ने बंद कर दिया।
इसके पश्चात कोडक कंपनी ने भी कैमरे का उत्पादन करना लगभग बंद ही कर दिया और डिजिटल प्रिंटिंग की ओर और आक्रामक पेटेंट बनाने के लिए जद्दोजहद में लग गई। साथ ही उसने राजस्व उत्पन्न करने का हर संभव प्रयास किया।
ऐसा कहा जाता है कि सन 2012 में कोडक दिवालियापन के कगार पर आ गयी। इसके पश्चात उन्होंने डिजिटल कैमरा, पॉकेट वीडियो कैमरा, डिजिटल पिक्चर फ्रेम बनाने का काम पूरी तरह से बंद कर दिया, और डिजिटल इमेजिंग के बाजार पर ध्यान देना शुरू कर दिया।
1888 mein kisne pehla kodak camera pesh kiya tha?
जॉर्ज ईस्टमैन ने सन 1888 में विश्व का पहला कोडक कैमरा पेश किया था, जिसमें कोडक कैमरा बनाया गया था। उस समय यह मात्र $25 में बेचना शुरू किया गया था। जॉर्ज ईस्टमैन द्वारा बनाए गए मूल कैमरे को अमेरिका में बेचना शुरू किया गया। यह 1 तरीके से कैमरे से ढका हुआ बॉक्स था और उस बॉक्स के अंतर्गत कैमरा था। यह कैमरा रोल फिल्म के साथ प्रीलोडेड आता था।
जब इसकी फिल्म खत्म हो जाती थी तो $10 लगाकर इसकी नेगेटिव फिल्म वापस से खरीद ली जाती थी। इसकी नेगेटिव फिल्म केवल कोडक के कारखाने से ही खरीदी जा सकती थी। हालांकि कुछ समय पश्चात उस नेगेटिव फिल्मकी कीमत $2 हो गई।
कोडक का पहला कैमरा कैसा था?
कोडक का पहला कैमरा समांतर चतुर्भुज आकार में बनाया गया था। यह कैमरे का एक पूरा बॉक्स था, और इसमें कोई दृश्यदर्शी लेंस नहीं था। इसमें सामने की ओर निश्चित फोकस पर किया गया फोकस लेंस था और इसे कि स्टैंड पर खड़ा किया जाता था। इसमें तो कुछ को जूम करने के लिए घूर्णन कुंजी का इस्तेमाल किया जाता था।
एक बार तस्वीर क्लिक करने के लिए इसमें बटन को दबाया जाता था, और बटन दबाने के पश्चात जो तस्वीर अंदर तैयार हो जाती थी, उसे कुंजी के द्वारा घुमा कर बाहर निकाला जाता था। इसके पश्चात दोबारा तस्वीर लेने के लिए और खाली फिल्म को फोकस में लेने के लिए वापस से कुंजी घुमाई जाती थी। इस प्रकार विश्व का पहला डिजिटल कैमरा काम करता था।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने जाना कि सन 1888 mein kisne pehla kodak camera pesh kiya tha इसी के साथ हमने कोडक कंपनी के बारे में भी आपको विस्तार से जानकारी दी है, जिसमें हमने आपको बताया कि कोडक कंपनी की शुरुआत कैसे हुई, और यह कंपनी किस प्रकार डिजिटल दुनिया से हटकर आज के समय कोरोना वैक्सीन बनाने में जुट चुकी है।
हम आशा करते हैं कि आप समझ चुके होंगे कि विश्व का पहला डिजिटल कैमरा किस कंपनी के द्वारा और किस व्यक्ति के द्वारा पेश किया गया था। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई सवाल पूछना हो तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के पूछ सकते है।