Home » शिवनेरी किले की संपूर्ण जानकारी | Shivneri fort information in hindi
shivneri fort information in hindi

शिवनेरी किले की संपूर्ण जानकारी | Shivneri fort information in hindi

by Sonal Shukla

नमस्कार दोस्तों, भारत के राजा महाराजाओं के द्वारा अलग-अलग प्रकार के किले बनाए गए हैं, तथा उनके अलग-अलग प्रकार की विशेषताएं देखने को मिलती है और इन्हीं खेलों की सूची के अंतर्गत शिवनेरी किले का नाम भी आता है, जो आज के समय एक काफी बड़ा पर्यटक स्थल भी है। आज के इस आर्टिकल के अंतर्गत हम आपको शिवनेरी किले की संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं, यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको शिवनेरी किले की संपूर्ण जानकारी से संबंधित संपूर्ण इंफॉर्मेशन देने वाले हैं । और इस विषय से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अभी हम आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं।

शिवनेरी किले की संपूर्ण जानकारी

shivaji maharaj shivneri killa
स्थानजुन्नार, पुणे जिला, महाराष्ट्र राज्य (भारत)
स्थापना17वीं शताब्दी
निर्माण (किसने बनवाया)यादवों द्वारा
प्रकारस्मारक भवन
वास्तुकलापहाड़ी वास्तुशिल्प कला
नियंत्रणकर्तामराठा साम्राज्य ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी, भारत सरकार
shivneri fort information in hindi

अगर शिवनेरी किले की इतिहास के बारे में बात किए जाए, तो शिवनेरी किला महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले के अंतर्गत स्थित है। अगर शिवनेरी किले की सबसे महत्वपूर्ण तथा सबसे खास बात की बात की जाए, तो शिवनेरी किले के अंतर्गत थी महान योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 1630 में हुआ था। तो यह बात इसको काफी महत्वपूर्ण बनाती है। हालांकि बाद में 1632 ईसवी के अंतर्गत शिवाजी महाराज ने इस किले को छोड़ दिया था।

उसके बाद 16 से 36 ईसवी के दौरान इस शिवनेरी किले को मुगलों ने अपने अधीन कर लिया था तथा कुछ वर्षों के बाद छत्रपति शिवाजी ने इस किले को जीतने का प्रयास किया था लेकिन वह असफल रहे थे, तथा उसके बाद 18वी शताब्दी के आते-आते यह शिवनेरी किला वापस मराठा साम्राज्य के पास आ गया था।

इसके अलावा अगर शिवनेरी किले की संरचना के बारे में बात की जाए, कि इसकी संरचना किस प्रकार की है, तथा यह किस तरह से बनाया गया है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं, कि शिवनेरी किला पुणे जिले में एक पहाड़ी के ऊपर स्थित है, इसके लिए के अंतर्गत हमें मंदिर मकबरा मस्जिद झरना तालाब आदि अलग-अलग चीजें देखने को मिल जाती है।

शिवनेरी किले के बारे में सबसे खास बात यह है, कि यहां पर छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाई गई है, तथा उनके साथ ही उनकी माता जी की मूर्ति भी इसके लिए के अंतर्गत स्थित है।

शिवनेरी किला एक पर्यटक स्थल

आज के समय शिवनेरी किला महाराष्ट्र राज्य के पुणे के अंतर्गत स्थित एक प्रमुख पर्यटक स्थलों की सूची के अंतर्गत से एक माना जाता है। आज के समय भारत के कई अलग-अलग क्षेत्रों से अलग-अलग लोग यहां पर इसके लिए को देखने के लिए आते हैं, इसके प्रमुख पर्यटक स्थल होने की के पीछे का प्रमुख कारण यह है, कि एक तो यहां पर अलग-अलग प्रकार के प्राचीन चीजें हमें देखने को मिलती है, एवं इस किले का इतिहास महान योद्धा छत्रपति शिवाजी से जुड़ा हुआ है, तो ऐसे में इस कारण भी अनेक लोग इस किले को पूरी दुनिया भर देता पूरे भारतवर्ष में देखने के लिए आते हैं।

दोस्तों यदि आप भी कभी पुणे या महाराष्ट्र घूमने का प्लान बनाते हैं, तो आप शिवनेरी किले को जरूर से विजिट कर सकते हैं, यहां पर आपको अलग-अलग प्रकार की ऐतिहासिक चीजें देखने को मिल जाती है, इसके अलावा आपको छत्रपति महाराज शिवाजी से जुड़ी अनेक जानकारी यहां पर देखने को मिलती है, तो ऐसे में ही है आपके लिए एक काफी अच्छा पर्यटक स्थल हो सकता है।

शिवनेरी किला का इतिहास

पुणे जिले पर पहले शिवनेरी चालुक्यों और राष्ट्रकूटों का शासन था। लगभग 1170 ई. से 1308 ई. तक यहां यादवों का शासन था। इसी काल में नानेघाट पहाड़ी पर शिवनेरी दुर्ग का निर्माण हुआ, जिसके बाद 1443 ई. में मालिकों ने यादवों को पराजित कर किले पर अधिकार कर लिया। बाद में दिल्ली सल्तनत के कमजोर पड़ने पर यह किला 16वीं शताब्दी में बहमनी सल्तनत और फिर अहमदनगर के सुल्तान को दे दिया गया।

यह किला अहमदनगर के सुल्तान द्वारा छत्रपति शिवाजी भोसले के दादा मालोजी भोसले को 1595 ई. में उपहार में दिया गया था। जिसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज भोसले का जन्म 19 फरवरी 1630 ई. को शिवनेरी किले में ही हुआ था। जिससे छत्रपति शिवाजी का बचपन इसी किले में बीता था। इसके बाद 1673 ई. में अंग्रेज यात्री ने इस किले का दौरा किया और इस किले पर अपना अधिकार स्थापित किया। 1820 ई. में तीसरे आंग्ल-मराठा युद्ध के बाद यह किला ब्रिटिश शासन के अधीन आ गया।

शिवनेरी किला के रोचक तथ्य

  • शिवनेरी दुर्ग त्रिभुजाकार है, जिसका प्रवेश द्वार पहाड़ी के दक्षिण-पश्चिम की ओर से है।
  • किले के मुख्य द्वार के अलावा इसके चारों ओर प्रवेश द्वार हैं, जिन्हें आम भाषा में चेन गेट कहा जाता है।
  • किले के चारों तरफ मिट्टी की मजबूत दीवारें हैं, जो किले के संरक्षण में मदद करती हैं।
  • किले के अंदर मुख्य इमारतें प्रार्थना कक्ष, एक मकबरा और एक मस्जिद हैं। किले के अंत में एक ओवरहैंगिंग है। जहां किले का निष्पादन हुआ था।
  • किले की सुरक्षा के लिए कई द्वार बनाए गए हैं, लेकिन सभी द्वारों में एक ही महत्वपूर्ण द्वार है, जिसे मान दरवाजा कहते हैं।
  • छत्रपति शिवाजी का जन्म किले में हुआ था और वे लगभग 10 वर्ष की आयु तक किले में रहे।
  • वर्तमान में किले के अंदर युवा छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के साथ उनकी माता जीजाबाई की मूर्ति भी रखी हुई है। जो शिवाजी के बचपन और जन्म स्थान को संबोधित करता है।
  • किले के मध्य में एक साफ पानी का कुंड है, जिसे बादामी तालाब कहते हैं। और इस तालाब के दक्षिणी भाग में जीजाबाई और शिवाजी महाराज की मूर्तियाँ रखी हुई हैं।
  • किले के अंदर दो झरने हैं, जिन्हें गंगा और यमुना के नाम से जाना जाता है, पूरे किले में सबसे खूबसूरत नजारा इन झरनों का होता है, लेकिन इन झरनों की एक खास बात यह है कि इनमें साल भर पानी रहता है।
  • शिवनेरी किले से 2 किमी की दूरी पर लेन्यंद्री गुफाएं हैं, जो महाराष्ट्र के सबसे बड़े मंदिरों में से एक हैं और एक संरक्षित स्मारक के रूप में घोषित की गई हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि शिवनेरी किले की संपूर्ण जानकारी क्या है (forts of shivaji maharaj shivneri), इसके अलावा शिवनेरी किले के अंतर्गत हमें क्या क्या देखने को मिलता है, तथा शिवनेरी किले के पर्यटक स्थल से संबंधित संपूर्ण जानकारी हमने यहां पर आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment