नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। इस बीच देश भर में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम बड़े पैमाने पर चल रहा है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि, मौजूदा समय में हमारा सारा ध्यान वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने पर हो और इससे होने वाली मौतों पर लगाम कसने में हो।
उन्होंने कहा कि, वायरस के सभी प्रकार के वैरियंट पर वैक्सीन प्रभावी है। घातक बीमारी के खिलाफ ये काफी प्रभावी है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि, पूरी तरह से ये इंफेक्शन को नहीं रोकता है।
दुनिया में COVID19 के हर प्रकार के मुकाबले अभी भी टीके बहुत प्रभावी हैं। यह गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने के खिलाफ बेहद प्रभावी है लेकिन संक्रमण को रोकने में पूरी तरह से प्रभावी नहीं है: डॉ। सौम्या स्वामीनाथन, डब्लूएचओ चीफ साइंटिस्ट टू एएनआई pic.twitter.com/A7PSm2pjGu
– एएनआई (@ANI) 10 मई, 2021
डबल म्यूटेंट अधिक खतरनाक है
शीर्ष वैज्ञानिक ने भारत में बढ़ रहे कोरोना मामलों को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, भारतीय डबल म्यूट्यूटेंट कोरोनावायरस अधिक संक्रामक है, लेकिन यह वैक्सीन के प्रति प्रतिरोधक नहीं है। उन्होंने कहा कि, भारतीय वायरस बेहद तेजी से फैलता है, जिसके कारण संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, वैक्सीन जरूर लें।
आज, वायरस के संचरण को नियंत्रित करने, मामलों और मौतों को नीचे लाने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। मामलों में लगभग 2-3 सप्ताह बी / डब्ल्यू चोटी और मौतों में चरम की अंतराल अवधि है। यह कहे बिना जाता है कि जब मामले कम होंगे, तो मौतें होंगी: डॉ। सौम्या स्वामीनाथन, डब्ल्यूएचओ के मुख्य वैज्ञानिक
– एएनआई (@ANI) 10 मई, 2021
देश में दूसरी लहर ने तबाही मचा दी
गौरतलब है कि भारत में दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है। देश भर के अस्पतालों में हालात भरावह बने हैं। मरीजों की संख्या इस कदर में वृद्धि हुई कि उन्हें बिस्तर भी नहीं मिल रहे हैं। कई रोगियों की हालत इतनी खराब हो गई है कि, उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है लेकिन इसकी भी कमी हो सकती है।
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