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विश्व स्वास्थ्य संगठन

Corona virus: डब्ल्यूएचओ ने कोविड के भारतीय स्वरूप को ‘चिंताजनक स्वरूप’ की श्रेणी में रखा

by Sneha Shukla

पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र

द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
नवीनीकृत मंगल, 11 मई 2021 12:07 AM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन
– फोटो: सोशल मीडिया

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड के भारतीय स्वरूप (बी -1617) को वैश्विक स्तर पर ‘चिंताजनक स्वरूप’ की श्रेणी में रखा है।

डब्ल्यूएचओ में कोविद -19 तकनीकी समूह से जुड़ीं डॉ। मारिया वैन के मालिकोव ने सोमवार को कहा कि सबसे पहले भारत में सामने आए वायरस के स्वरूप बी .1.617 को पहले डब्ल्यूएचओ द्वारा ‘निगरानी प्रारूप’ की श्रेणी में रखा गया था।

उन्होंने कहा कि वायरस के इस प्रारूप को लेकर डब्ल्यूएचओ के विभिन्न दलों के बीच भी चर्चा जारी है और उनकी नजर इस बात पर भी है कि हमारे पास इसकी संक्रमण के बारे में क्या क्या बदलाव हैं और भारत व अन्य देशों में इस वायरस के प्रसार के बारे में। के बारे में क्या अध्ययन हो रहा है।

केरखोव ने कहा कि कोविड -19 के भारतीय प्रारूप के बारे में उपलब्ध जानकारी और इसकी प्रसार क्षमता पर चर्चा करने के बाद हमने इसे वैश्विक स्तर पर चिंताजनक स्वरूप की श्रेणी में रखा है।

विस्तार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड के भारतीय स्वरूप (बी -1617) को वैश्विक स्तर पर ‘चिंताजनक स्वरूप’ की श्रेणी में रखा है।

डब्ल्यूएचओ में को -19 तकनीकी समूह से जुड़ीं डॉ। मारिया वैन के मालिकोव ने सोमवार को कहा कि सबसे पहले भारत में सामने आए वायरस के स्वरूप बी .1.617 को पहले डब्ल्यूएचओ द्वारा ‘निगरानी प्रारूप’ की श्रेणी में रखा गया था।

उन्होंने कहा कि वायरस के इस प्रारूप को लेकर डब्ल्यूएचओ के विभिन्न दलों के बीच भी चर्चा जारी है और उनकी नजर इस बात पर भी है कि हमारे पास इसकी संक्रमण के बारे में क्या क्या बदलाव हैं और भारत व अन्य देशों में इस वायरस के प्रसार के बारे में। के बारे में क्या अध्ययन हो रहा है।

केरखोव ने कहा कि कोविड -19 के भारतीय प्रारूप के बारे में उपलब्ध जानकारी और इसकी प्रसार क्षमता पर चर्चा करने के बाद हमने इसे वैश्विक स्तर पर चिंताजनक स्वरूप की श्रेणी में रखा है।

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