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असम चुनाव में बीजेपी को सपोर्ट करने पर समाज से बहिष्कृत हुए दो लोग, रमजान में मस्जिद तक की एंट्री बैन

by Sneha Shukla

असम के काचर जिले में बीजेपी को समर्थन देना दो लोगों को भारी पड़ गया। इन दोनों लोगों के खिलाफ खाप जैसी फरमान सुनाया गया और असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में दोनों को बहिष्कृत कर दिया गया है। वास्तव में, सोनेई के वाशिंगहरी पोलिंग बो पर फिर से तैयारी की गई। यहां पर राजोमणी लश्कर और नजमुल हक चौधरी के खिलाफ स्थानीय लोगों के समूह ने एक चिट्ठी जारी की। ” इस चिट्ठी में सभी स्थानीय लोगों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वे इन दोनों का बहिष्कार करे। इतना ही नहीं राजोमणी लश्कर पर 5 लाख रुपये और नजमुल हक चौधरी पर 2 लाख रुपये का सिरदर्द भी गया है।

बता देंकि सोनाई क्षेत्र के धोने बिहारी पोलिंग बूथ पर बीजेपी प्रत्याशी अमीनुल हक लश्कर और एआईयूडीएफ के समर्थकों के बीच झड़प के बाद गोली चलने की वजह से चुनाव आयोग ने यहां दोबारा मतदान कराए जाने की ऐलान किया था। इस बूथ पर 20 अप्रैल को दोबारा मतदान होने थे।

वाशिंग बिहारी इलाके के स्थानीय लोगों का आरोप है कि 1 अप्रैल को हुए चुनाव वाले दिन खुद अमीनुल हक ने ही फायरिंग की थी। पुनः मतदान कराए जाने की घोषणा के बाद स्थानीय लोगों के एक समूह ने अनौपचारिक बैठक की जिसमें फैसला लिया गया कि कोई भी चुनाव में बीजेपी का समर्थन नहीं करेगा।

यह भी चेतावनी दी गई थी कि यदि कोई इस फरमान का उल्लंघन करेगा तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी। राजोनमणि और नजमुल हकदार बीजेपी प्रत्याशी अमीनुल हकदार लश्कल के पोलिंग एजेंट थे। इसलिए उन दोनों ने फैसला किया कि वे देश के संविधान का पालन करेंगे न कि स्थानीय लोगों के समूह के फरमान का।

इलाके में फिर से चुनाव होने के बाद स्थानीय लोगों ने एक बार फिर बैठक की और इन दोनों के डाउनलोडजाकि बहिष्कार किए जाने का पारित किया गया। यह रमजान का पवित्र महीना है लेकिन ये दोनों को किसी भी मस्जिद तक में घुसने नहीं दिया जा रहा है।

फतवानुमा आदेश का पालन करते हुए कोई सब्जीवाला, मछलीवाला तक भी इन दोनों के घर नहीं जाता और न ही कोई दुकानदार इन किराने का सामान ही दे रहा है। इन सबसे परेशान होकर दोनों के परिवारवालों ने सोनाई पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।

राजोनमणि ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एआईयूडीएफ के कार्यकर्ता इन सबके पीछे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर जुर्माने के 5 लाख रुपये उन्होंने नहीं लिए थे तो उन्हें और उनके परिवार को जिंदा जला दिया जाएगा।

सोनेई पुलिस थाने के प्रभारी अकबर अली ने भी पुष्टि की है कि मामले में आईपीसी की धारा 147, 149, 448, 384, 427, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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