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कोरोना जांच

कोरोना का कहर : मुंबई में 70 दिनों में बढ़े 2.66 लाख कोरोना मरीज, सक्रिय मामलों में तेजी

by Sneha Shukla

अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई

द्वारा प्रकाशित: जीत कुमार
Updated Wed, 21 Apr 2021 03:32 AM IST

सार

कुछ दिनों से प्रतिदिन लगातार 47 हजार से ज्यादा कोरोना की जांच हो रही है।

ख़बर सुनना

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बीते 70 दिनों में 2.66 लाख लोग कोरोनाटे हुए हैं। लेकिन बृहन्मुद्र महानगरपालिका (बीएमसी) आयुक्त इकबाल सिंह चहल का दावा है कि दिल्ली की तुलना में मुंबई के हालात हैं। हालांकि सक्रिय रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी चिंता का विषय है। लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान मुंबई में मृत्युदर 0.03 प्रति रही है।

बीएमसी आयुक्त ने मंगलवार को कहा कि मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर आए 70 दिन हो गए हैं। इन 70 दिनों में 2.66 लाख लोग कोरोना से पॉजिटिव हुए। वहीं, दिल्ली की बात करें तो एक दिन में कोरोना से 240 लोगों की मौत हुई है। इसके मुकाबले मुंबई में अधिकतम 57 लोगों की मौत हुई थी।

कोरोना की प्रचंड लहर के बावजूद मुंबई में अभी भी स्थिति नियंत्रण में है। मुंबई में पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन लगातार 47 हजार से ज्यादा कोरोना की जांच हो रही है।

चहल ने कहा कि मुंबई में 10 फरवरी को कोरोना से मरनेवालों की संख्या 11400 थी, जो 18 अप्रैल को बढ़कर 12342 हो गई। यानी इस दौरान 953 लोगों की मौत हुई। इस तरह इस अवधि में मृत्युदर सिर्फ 0.03 (13.6 मृत्यु प्रतिदिन) प्रतिशत रही।

इसके बावजूद लक्षण रोगियों की संख्या 17083 है। जबकि गंभीर रूप से विकृत रोगियों की संख्या 1396 है। बिना लक्षण वाले रोगियों की संख्या 87 प्रति है। संक्रमण की दर में 1.08 प्रतिशत की वृद्धि होने से यह आंकड़ा 11.63 प्रतिशत हो गया है।

मुंबई में बचे हैं केवल 20 वेंटिलेटर और 43 आईसीयू बिस्तर
मुंबई में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए वर्तमान में सिर्फ 43 आईसीयू बिस्तर की खाली हैं। इसी तरह वेंटिलेटर की संख्या 1033 से बढ़ाकर 1410 की गई है जिसमें से सिर्फ 20 बिस्तर ही बचे हैं। जबकि 3685 सामान्य कोटि बिस्तर अब भी खाली हैं। मुंबई को 500 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है, इससे ऑक्सीजन की कमी जल्द ही दूर हो जाएगी।

विस्तार

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बीते 70 दिनों में 2.66 लाख लोग कोरोनाटे हुए हैं। लेकिन बृहन्मुद्र महानगरपालिका (बीएमसी) आयुक्त इकबाल सिंह चहल का दावा है कि दिल्ली की तुलना में मुंबई के हालात हैं। हालांकि सक्रिय रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी चिंता का विषय है। लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान मुंबई में मृत्युदर 0.03 प्रति रही है।

बीएमसी आयुक्त ने मंगलवार को कहा कि मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर आए 70 दिन हो गए हैं। इन 70 दिनों में 2.66 लाख लोग कोरोना से पॉजिटिव हुए। वहीं, दिल्ली की बात करें तो एक दिन में कोरोना से 240 लोगों की मौत हुई है। इसके मुकाबले मुंबई में अधिकतम 57 लोगों की मौत हुई थी।

कोरोना की प्रचंड लहर के बावजूद मुंबई में अभी भी स्थिति नियंत्रण में है। मुंबई में पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन लगातार 47 हजार से ज्यादा कोरोना की जांच हो रही है।

चहल ने कहा कि मुंबई में 10 फरवरी को कोरोना से मरनेवालों की संख्या 11400 थी, जो 18 अप्रैल को बढ़कर 12342 हो गई। यानी इस दौरान 953 लोगों की मौत हुई। इस तरह इस अवधि में मृत्युदर सिर्फ 0.03 (13.6 मृत्यु प्रतिदिन) प्रतिशत रही।

इसके बावजूद लक्षण रोगियों की संख्या 17083 है। जबकि गंभीर रूप से विकृत रोगियों की संख्या 1396 है। बिना लक्षण वाले रोगियों की संख्या 87 प्रति है। संक्रमण की दर में 1.08 प्रतिशत की वृद्धि होने से यह आंकड़ा 11.63 प्रतिशत हो गया है।

मुंबई में बचे हैं सिर्फ 20 वेंटिलेटर और 43 आईसीयू बिस्तर

मुंबई में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए वर्तमान में सिर्फ 43 आईसीयू बिस्तर की खाली हैं। इसी तरह वेंटिलेटर की संख्या 1033 से बढ़ाकर 1410 की गई है जिसमें से सिर्फ 20 बिस्तर ही बचे हैं। जबकि 3685 सामान्य कोटि बिस्तर अब भी खाली हैं। मुंबई को 500 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है, इससे ऑक्सीजन की कमी जल्द ही दूर हो जाएगी।

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