Home » कोरोना संकट : संक्रमण की नई लहर मई मध्य तक पहुंच सकती है अपने चरम पर
Chief Economic Adviser KV Subramanian

कोरोना संकट : संक्रमण की नई लहर मई मध्य तक पहुंच सकती है अपने चरम पर

by Sneha Shukla

पीटीआई, दिल्ली

द्वारा प्रकाशित: जीत कुमार
अपडेटेड मैट, 21 अप्रैल 2021 12:31 पूर्वाह्न IST

ख़बर सुनना

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के वी सुब्रमणियम ने मंगलवार को कहा कि को विभाजित -19 महामारी का मौजूदा अंतर अगले महीने के मध्य में चरम पर पहुंच सकता है। उन्हें उम्मीद है कि जताई कि इसका अर्थव्यवस्था पर प्रभाव उतना व्यापक नहीं होगा। देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच उन्होंने यह बात कही।

सुब्रमणियम ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चरम पर पहुंचने का उनका आंकलन आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) सहित विभिन्न संगठनों के शोध पर आधारित है।

ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट द्वारा आयोजित कार्यक्रम को ‘ऑफ़लाइन’ संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह महामारी के कोई विशेषज्ञ नहीं है, अत: उनके आकलन को उसी पैटर्नेक्ष में प्रतिवाद के साथ लिया जाना चाहिए।

अर्थव्यवस्था पर मौजूदा संक्रमण के प्रभाव के बारे में सु एल्बमानियम ने कहा कि यह कोई व्यापक नहीं होना चाहिए क्योंकि सरकार ने विशेष रूप से एसएमएमई (सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम) के उत्पादन नुकसान को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत ने संकट के इस समय को अवसर में बदलने की पहल की है और इस दौरान आपूर्ति पक्ष के अड़चनों को दूर करने के लिए कई सुधारवादी कदम उठाए हैं।

विस्तार

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के वी सुब्रमणियम ने मंगलवार को कहा कि को विभाजित -19 महामारी का मौजूदा अंतर अगले महीने के मध्य में चरम पर पहुंच सकता है। उन्हें उम्मीद है कि जताई कि इसका अर्थव्यवस्था पर प्रभाव उतना व्यापक नहीं होगा। देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच उन्होंने यह बात कही।

सुब्रमणियम ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चरम पर पहुंचने का उनका आंकलन आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) सहित विभिन्न संगठनों के शोध पर आधारित है।

ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट द्वारा आयोजित कार्यक्रम को ‘ऑफ़लाइन’ संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह महामारी के कोई विशेषज्ञ नहीं है, अत: उनके आकलन को उसी पैटर्नेक्ष में प्रतिवाद के साथ लिया जाना चाहिए।

अर्थव्यवस्था पर मौजूदा संक्रमण के प्रभाव के बारे में सु एल्बमानियम ने कहा कि यह कोई व्यापक नहीं होना चाहिए क्योंकि सरकार ने विशेष रूप से एसएमएमई (सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम) के उत्पादन नुकसान को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि भारत ने संकट के इस समय को अवसर में बदलने की पहल की है और इस दौरान आपूर्ति पक्ष के अड़चनों को दूर करने के लिए कई सुधारवादी कदम उठाए हैं।

HomepageClick Hear

Related Posts

Leave a Comment