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रोजा जलालपुर गांव के दीपक और पंकज

नोएडा : कोरोना की सुनामी से गांवों में तबाह हो रहे परिवार, एक ही दिन एक परिवार में उठीं दो अर्थियां

by Sneha Shukla

न्यू कुमार, ग्रेट वर्कआउट

द्वारा प्रकाशित: सत्यंत शर्मा
अपडेटेड शुक्र, 14 मई 2021 12:17 AM IST

जलालपुर गांव के दीपक और पंकज
– फोटो: अमर उजाला

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कोरोना की समस्या से निपटने के लिए परिवार में ये हैं। किसी ने अपने बेटों को तो किसी ने माता-पिता और पुलिस को खो दिया। परिवार के सदस्य भी बहुत अच्छे होते हैं। ग्रेनो वेस्ट के रोजा जलालपुर गांव में चार जिन पहले एक ही परिवार में एक दिन दो लोगों की मौत हो गई तो बुधवार को भी सादुल्लापुर गांव में एक परिवार में हुई तीसरी मौत ने सभी को तोड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर संक्रमण को रोका नहीं गया तो स्थिति और भी भयंकर होगी।

एक बेटे के अंतिम संस्कार के बाद दूसरे की मौत की खबर मिली
ग्रेनो वेस्ट के रोजा जलालपुर गांव की दलित बस्ती में अतर सिंह परिवार के साथ रहते हैं। कोरोनो से दो आकाश और पंकज की एक ही मौत हो जाती है। एकादश चिकित्सा। पिछली बार में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चार दिन पहले उनके एक बेटे की मौत हो गई। एरणेंस से शव लाया गया। पिता ने का अंतिम संस्कार, क्‍वाण क्‍लास की मौत की खबर। बेटों की मौत से अतर सिंह और उनका परिवार बुरी तरह टूट गया। ग्रामीणों ने हौसला तस्कर को किसी तरह दूसरे बेटे का अंतिम संस्कार कराया। अब अतर सिंह भी चिकित्सक हैं। बैटरी ने कहा कि विशेष रूप से तीव्र है। एक दिन में दो सगे लोगों की मौत से ग्रामीण काफी डर गए हैं।

बेटे की शादी के अगले दिन मौत हो गई
जलालपुर शहर में बाथरूम की प्रभावशीलता कम हो जाती है। मृत्यु से एक दिन पहले उनके बेटे की शादी थी। दांव लगाने वाले को ये कहा गया था. वहीं, लड़की के पिता भी स्वभाव थे, वो भी शादी से दूर रही। सीमित लोगों ने रस्मों को पूरा किया। उनकी मौत से परिवार काफी दुखी है।

दसवें दिन भाई की मृत्यु
प्राकृतिक रूप से खराब होने के परिणाम के रूप में खराब होने के बाद वे प्राकृतिक रूप से परिवर्तित हो जाते हैं जब प्राकृतिक रूप से परिवर्तित होने के बाद वे प्राकृतिक रूप से खराब हो जाते हैं। 14 दिन के अंदर दोनों पक्षों की मौत हुई। वेद नागर के एक भाई जय नागर की 20 अप्रैल को मृत्यु हुई थी। तीन मई उसी दिन दूसरे भाई की भी मौत हो गई। एक साथ दो सगे मुसलमानों की मौत से परिवार के साथ-साथ ग्रामीण भी प्रभावित होते हैं।

एक तीन की हत्या से टूटा परिवार
ग्रेनो वेस्ट के साउदीपुर गांव में एक परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। सबसे पहले जैविक धर्म परिवर्तन (38) कोरोना वायरस से होने वाला था। वाइप होने की 5 दिन पहले। एक के एक लड़के और एक लड़के को, जो छोटा किया गया है। बुधवार को धर्मेंद्र के बड़े भाई राजकुमार नागर की पत्नी ललिता की कोरोना से मौत हो गई। लता और प्रीति असंक्रमणों को देखते हैं।

एक सप्ताह के अंदर तीन लोगों की मौत से परिवार बुरी तरह टूट गया है। ललिता के भी तीन छोटे बच्चे हैं। जबकि, उनके पति राजकुमार लेखपाल हैं और बिसाहड़ा प्लांट पर ड्यूटी लगी थी। ऑक्सीजन सिलिंडर देकर कई लोगों की जान बचाई थी, लेकिन पत्नी, भाई और उसकी पत्नी को राहत नहीं मिली। गांव की गली में यह परिवार इस परिवार के लिए उपयुक्त है, क्योंकि यह एक ही 22 साल की बीमारी है जहां कोरोना से ही रोग होने की बीमारी भी होती है।’

कटि

कोरोना की सुनामी से गांवों में परिवार तबाह हो रहे हैं। किसी ने अपने बेटों को तो किसी ने माता-पिता और पुलिस को खो दिया। इतना ही नहीं, परिवार के बाकी सदस्य भी कोरोना से भिन्न हैं और संघर्ष कर रहे हैं। ग्रेनो वेस्ट के रोजा जलालपुर गांव में चार जिन पहले एक ही परिवार में एक दिन दो लोगों की मौत हो गई तो बुधवार को भी सादुल्लापुर गांव में एक परिवार में हुई तीसरी मौत ने सभी को तोड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर संक्रमण को रोका नहीं गया तो स्थिति और भी भयंकर होगी।

एक बेटे के अंतिम संस्कार के बाद दूसरे की मौत की खबर मिली

ग्रेनो वेस्ट के रोजा जलालपुर गांव की दलित बस्ती में अतर सिंह परिवार के साथ रहते हैं। कोरोनो से उनके दो बेटे दीपक और पंकज की एक ही दिन में मौत हो गई। दोनों बीमार थे। पिछले समय में दर्ज किया गया था। चार दिन पहले उनके एक बेटे की मौत हो गई। एंबुलेंस️️ एंबुलेंस️️️️ पिता ने का अंतिम संस्कार, क्‍वाण क्‍लास की मौत की खबर। बेटों की मौत से अतर सिंह और उनका परिवार बुरी तरह टूट गया। सही ढंग से कौन-सा अंतिम संस्कार किया जाता है। अब अतर सिंह भी चिकित्सक हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी हालत भी गंभीर है। एक दिन में दो सगे लोगों की मौत से ग्रामीण काफी डर गए हैं।

पिछले दिन की मृत्यु

जलालपुर शहर में बाथरूम की प्रभावशीलता कम हो जाती है। मृत्यु से एक दिन पहले उनके बेटे की शादी थी। दांव लगाने वाले को ये कहा गया था. वहीं, लड़की के पिता भी स्वभाव थे, वो भी शादी से दूर रही। आंखों के लिए आगे बढ़ें। उनकी मौत से परिवार काफी दुखी है।

तेहरवीं के दिन दूसरे भाई की मौत हो गई

गुडेजा गांव निवासी और गौरक्षा हिंदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर के दो छोटे शहरों की भी कोरोना से मौत हो गई है। 14 दिन के अंदर दोनों पक्षों की मौत हुई। वेद नागर के एक भाई जयजयकार 20 अप्रैल को उसकी मृत्यु हुई थी। तीन मई इस घटना में भाई की भी मौत हुई है। एक साथ दो सगे मुसलमानों की मौत से परिवार के साथ-साथ ग्रामीण भी प्रभावित होते हैं।

एक तीन की हत्या से टूटा परिवार

ग्रेनो वेस्ट के सादुल्लापुर गांव में एक सप्ताह के अंदर एक परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है। परिवार के सबसे छोटे बेटे धर्मेंद्र नागर (38) की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई थी। वाइप होने की 5 दिन पहले। दोनों के एक लड़की और एक लड़का है, जो छोटे हैं। बुधवार को धर्मेंद्र के बड़े भाई राजकुमार नागर की पत्नी ललिता की कोरोना से मौत हो गई। लता और प्रीति असंक्रमणों को देखते हैं।

एक सप्ताह के अंदर तीन लोगों की मौत से परिवार बुरी तरह टूट गया है। ललिता के भी तीन छोटे बच्चे हैं। जबकि, उनके पति राजकुमार लेखपाल हैं और बिसाहड़ा प्लांट पर ड्यूटी लगी थी। ️️ ऑक्सीजन️️️️️️️️️️️️️🙏 गांव की जिस गली में यह परिवार रहता है, वहां पर पांच दिन पहले ही एक 22 साल के युवक की भी कोरोना से मौत हो गई।)

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