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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
अपडेटेड मैट, 07 अप्रैल 2021 02:00 पूर्वाह्न IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
– फोटो: पीटीआई
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प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही एक वीडियो भी साझा किया जिसमें वह कह रहे हैं, ‘हम बीते एक साल से कोरोना के साये में रह रहे हैं और इसकी वजह से मुझे व्यक्तिगत रूप से आपको मिलने का मोह छोड़ना होगा और नए प्रारूप में’ परीक्षा पे ‘ चर्चा ‘के पहले डिजिटल संस्करण में आपके साथ रहेंगे।’ उन्होंने छात्रों से कहा कि वे परीक्षा को अवसर के तौर पर देखें, न कि जीवन के सपने के अंत के तौर पर।
वीडियो में यह भी बताया गया है कि प्रधानमंत्री बच्चों के साथ दोस्त के तौर पर बातचीत करेंगे और इसके साथ ही डिजिटल कार्यक्रम में शिक्षकों व अभिभावकों से भी संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री इस बात की भी चर्चा करते हैं कि लोग या माता-पिता क्या कहेंगे, इसका मूल्यांकन भी कई बार बोझ बन जाता है। वीडियो में वह यह भी कह रहे हैं कि यह ‘परीक्षा पे चर्चा’ है, लेकिन यहाँ चर्चा सिर्फ ‘परीक्षा’ तक सीमित नहीं होगी।
इस कार्यक्रम को अपने दिल के बेहद करीब बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके माध्यम से वह यह जानती हैं कि युवाओं के दिमाग में क्या चल रहा है।) उन्होंने कहा कि वह परिवार के सदस्य के रूप में छात्रों को परीक्षा संबंधी दबाव से उबरने में मदद करना चाहते हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन इस बार डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है। गत फरवरी महीने में शिक्षा मंत्रालय ने इसकी घोषणा की थी।
ऑफ़लाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता में 14 लाख लोग शामिल हुए
इस बीच, शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि इस साल 17 फरवरी से 14 मार्च के दौरान विभिन्न विषयों पर 9 वीं से 12 वीं कक्षा के बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बयान के मुताबिक, ‘लगभग 14 लाख प्रतिभागियों ने’ परीक्षा पे चर्चा ‘के चौथे संस्करण की प्रतियोगिता में भाग लिया। रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता में 10.5 लाख छात्र, 2.6 लाख शिक्षक और 92 हजार अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। भाग लेने वाले 60 प्रति से अधिक छात्र 9 वीं और 10 वीं कक्षा के हैं। पहली बार 81 विदेशी देशों के छात्रों ने ‘पूर्व परीक्षा पे चर्चा’ रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया है। ‘
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