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महाराष्ट्र में कोरोना: लॉकडाउन के मुद्दे पर सरकार में मतभेद, एनसीपी ने लगाया ठाकरे की मंशा पर अड़ंगा 

by Sneha Shukla

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई

द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
अद्यतित Tue, 30 Mar 2021 12:54 AM IST

सार

महाराष्ट्र में कोरोनावायरस की वजह से स्थिति काफी गंभीर हो गई है। यहां रोजाना संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है। इसके बारे में अब सरकार में केवल मतभेद नजर आने लगे हैं।

ख़बर सुनना

कोविड टास्क फोर्स ने कोरोना पर रोक लगाने के लिए राज्य में लॉकडाउन की सिफारिश की है। इसके बाद सीएम कोटव ठाकरे ने भी कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं इसलिए लॉकडाउन पर विचार करना पड़ सकता है। इसे लेकर अब सरकार में दो सुर सुनाई पड़ रहे हैं।

सीएम कोटव ठाकरे के इस विचार से सरकार का सहयोगी दल एनसीपी विपक्ष नहीं है। महाराष्ट्र में मंत्री और एनसीपी नेता ने लॉकडाउन के मामले में उद्धृतव ठाकरे से एक दम अलग राय दी है। उन्होंने कहा कि हमने फिर से लॉकडाउन को स्वीकार नहीं किया है।

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से अन्य विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से उन्होंने प्रशासन से लॉकडाउन को लेकर तैयार रहने को कहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लॉकडाउनिंग ही विकल्प है। अगर लोग नियमों का पालन करते हैं तो फिर इससे दूर भी किया जा सकता है।

बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को ऐसी योजना तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिससे अर्थव्यवस्था कम से कम प्रभावित हो। सीएम के साथ हुई बैठक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने कहा कि आने वाले दिनों में बिस्तरों की संख्या, ऑक्सीजन की आपूर्ति और वेंटिलेटर पर भारी दबाव होगा और अगर मामलों की संख्या बढ़ रही है तो इनकी कमी का सामना भी करना पड़ सकता है। है।

बयान में मुख्यमंत्री ठाकरे के हवाले से कहा गया था कि लॉकडाउन की घोषणा होने पर लोगों के बीच किसी तरह के असमंजस की स्थिति नहीं होनी चाहिए।

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले
कोरोना के चलते देशभर में सोमवार को 291 लोगों की मौत हुई है और देश में अब तक कुल 161,843 लोगों की जान जा चुकी है।) महाराष्ट्र में सोमवार को संक्रमण के 31, 643 नए मामले सामने आए जो सबसे ज्यादा थे। इस दिन 102 मरीजों की मौत हुई। बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र सरकार सख्त लॉकडाउन लगाए जाने पर विचार कर रही है। हालांकि सरकार ने राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाया हुआ है।

विस्तार

कोविड टास्क फोर्स ने कोरोना पर रोक लगाने के लिए राज्य में लॉकडाउन की सिफारिश की है। इसके बाद सीएम कोटव ठाकरे ने भी कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं इसलिए लॉकडाउन पर विचार करना पड़ सकता है। इसे लेकर अब सरकार में दो सुर सुनाई पड़ रहे हैं।

सीएम कोटव ठाकरे के इस विचार से सरकार का सहयोगी दल एनसीपी विपक्ष नहीं है। महाराष्ट्र में मंत्री और एनसीपी नेता ने लॉकडाउन के मामले में उद्धृतव ठाकरे से एक दम अलग राय दी है। उन्होंने कहा कि हमने फिर से लॉकडाउन को स्वीकार नहीं किया है।

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से अन्य विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से उन्होंने प्रशासन से लॉकडाउन को लेकर तैयार रहने को कहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लॉकडाउनिंग ही विकल्प है। अगर लोग नियमों का पालन करते हैं तो फिर इससे दूर भी किया जा सकता है।

बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को ऐसी योजना तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिससे अर्थव्यवस्था कम से कम प्रभावित हो। सीएम के साथ हुई बैठक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने कहा कि आने वाले दिनों में बिस्तरों की संख्या, ऑक्सीजन की आपूर्ति और वेंटिलेटर पर भारी दबाव होगा और अगर मामलों की संख्या बढ़ रही है तो इनकी कमी का सामना भी करना पड़ सकता है। है।

बयान में मुख्यमंत्री ठाकरे के हवाले से कहा गया था कि लॉकडाउन की घोषणा होने पर लोगों के बीच किसी तरह के असमंजस की स्थिति नहीं होनी चाहिए।

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले

कोरोना के चलते देशभर में सोमवार को 291 लोगों की मौत हुई है और देश में अब तक कुल 161,843 लोगों की जान जा चुकी है।) महाराष्ट्र में सोमवार को संक्रमण के 31, 643 नए मामले सामने आए जो सबसे ज्यादा थे। इस दिन 102 मरीजों की मौत हुई। बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र सरकार सख्त लॉकडाउन लगाए जाने पर विचार कर रही है। हालांकि सरकार ने राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाया हुआ है।



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