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चीकू को इंग्लिश में क्या कहते हैं | chiku ko english mein kya kahate hain

चीकू को इंग्लिश में क्या कहते हैं | chiku ko english mein kya kahate hain

by Pritam Yadav

Chiku ko english mein kya kahate hain:- दोस्तों आपने कभी ना कभी चीकू फल को तो खाया ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि चीकू को इंग्लिश में क्या कहते हैं? यदि नहीं जानते हैं तो आज के इस लेख में हम लोग यही जानेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं कि चीकू इन इंग्लिश क्या होता है और चीकू के फायेदे और नुकसान क्या है?


चीकू को इंग्लिश में क्या कहते हैं? (chiku ko english mein kya kahate hain)

चीकू को इंग्लिश में Sapodilla बोला जाता है। चीकू को इंग्लिश में Sapota, Naseberry के नामों से भी जाना जाता है। चीकू का वनस्पतिक नाम  manilkara zapota होता है। चीकू खाने में बहुत स्वादिष्ट सेहतमंद और मीठा होता है।


चीकू के पौधे को लगाने का तरीका

चीकू फल मुख्य तीन प्रकार से पाए जाते हैं जिनमें  लंबा, गोल और साधारण होता है। चीकू फल की तासीर काफी ठंडी होती है। चीकू को किसी भी समय खा सकते हैं जैसे कि सुबह उठकर शाम में, दिन में या रात को भी खा सकते हैं।

चीकू का पौधा लगाने के लिए मिट्टी की PH 6-8 होनी चाहिए। चीकू के पौधे को चिकनी मिट्टी और कैल्शियम की उच्च मात्रा वाली मिट्टी में नहीं लगाना चाहिए। चीकू के पौधे को तैयार करने के लिए शीर्ष कलम और भेट कलम की विधि को अपनाया जाता है। चीकू के पौधे को मार्च और अप्रैल के समय में ही लगाना सबसे सही समय होता है।


चीकू सेहत के लिए फायदेमंद (Chiku khane ke fayde) :-

चीकू एक स्वादिष्ट फल होने के साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद है। चीकू हमारी आंखों, त्वचा, बालों और शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद है। चीकू सर्दी खांसी, गैस से संबंधित समस्याओं, गठिया के उपचार और इंसुलिन, लेप्टिन, कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करता है। चीकू ब्लड ग्लूकोस लेवल को नियंत्रित करने में सहायक है। चीकू हमें एनर्जी भी प्रदान करता है। हम विस्तार से आपको इसके फायदों के बारे में बताते हैं:-

1.त्वचा के लिए फायदेमंद :

चीकू हमारी त्वचा के लिए बहुत अच्छा है।चीकू में विटामिन ई,विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है, जो त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए मदद करता है। रूखे पन से बचाव के लिए चीकू मे मॉइश्चराइजिंग गुण पाया जाता है। चीकू को खाने से झुर्रियां जो बढ़ती उम्र की निशानी होती है, उन झुर्रियों को दूर करने के लिए लोग एंटी एजिंग क्रीम का इस्तेमाल करते हैं पर चीकू मे एंटीऑक्सीडेंट होता है जो झुर्रियों को कम करने में मदद करता है।

 2.बालों के लिए फायदेमंद :

चीकू को हेयर ग्रोथ के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। चीकू में विटामिन ए होने से सिर की त्वचा के तैलीय पदार्थ को बनाने में मदद करती है, जिससे हेयर ग्रोथ बढ़ती है। विटामिन ए की कमी होने के कारण बालों के झड़ने की समस्या भी हो सकती हैl

चीकू के बीज का तेल बालों को मुलायम बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है।चीकू के बीजों  को कैस्टर ऑयल में मिलाकर हेयर मास्क तैयार किया जाता है। हेयर मास्क के प्रयोग से बालों में चमक और बालों का स्वस्थ बहुत अच्छा रहता है। चीकू खाने से बालों में डैंड्रफ और उससे होने वाली खुजली के लिए बहुत फायदेमंद है।

3.फाइबर युक्त:

चीकू में डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। चीकू को खाने से कब्ज जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है। चीकू से बना काढ़ा दस्त रोकने के बहुत काम आता है। चीकू के नियमित सेवन से बवासीर को कम किया जा सकता है। चीकू से इनफेक्शंस को भी दूर किया जा सकता है।

4.किडनी स्टोन:

चीकू का बीज भी बहुत फायदेमंद है, यदि चीकू के बीज को पीसकर खाया जाए किडनी या प्लॉडर में होने वाली पथरी यानी स्टोन की समस्या को काफी हद तक दूर कर सकती है। चीकू को खाने से किडनी की और भी काफी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

5.प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए लाभदायक :

प्रेगनेंसी में होने वाली घबराहट और चक्कर जैसी आने वाली समस्याओं का निवारण करने के लिए चीकू का सेवन करना चाहिए।चीकू को नियमित खाने से कमजोरी को भी दूर किया जा सकता है। प्रेगनेंसी में बालों का झड़ना और त्वचा में रूखापन आना एक आम समस्या है इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए चीकू को खाना चाहिए।


चीकू को खाने से होने वाले नुकसान :-

1.पेट की समस्या:

चीकू का सेवन वैसे तो फायदेमंद है, लेकिन चीकू के अत्यधिक सेवन से पेट के दर्द की समस्या हो सकती है। जितना हो सके चीकू को सीमित मात्रा में खाना चाहिए । चीकू में बहुत ज्यादा फाइबर पाया जाता है। अधिक फाइबर युक्त चीजें खाने से हमारी सेहत को खराब हो सकती है।

  1. एलर्जी:

चीकू में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं लेकिन फिर भी कुछ लोगों को इसे खाने से एलर्जी हो सकती है।चीकू को खाने से गले में सूजन, चेहरे पर  लाल चकते होने की संभावना पाई जाती है। चीकू टैनिन और लेटेस्ट जैसे केमिकल होते हैं, जो एलर्जी को ट्रिगर कर सकते हैं। अगर आपको चीकू खाने के तुरंत बाद ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है,तो आप को चीकू से एलर्जी है और आपको चीकू का सेवन नहीं करना चाहिए।

  1. छोटे बच्चों को समस्या:

चीकू खाने से शारीरिक कमजोरी को दूर किया जा सकता है।लेकिन अगर छोटे बच्चों को सर्दियों में चीकू खिलाया जाए,तो उनके गले में खराश की समस्या और सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है। इसीलिए सर्दियों के मौसम में बच्चों को चीकू का सेवन नहीं करवाना चाहिए।

  1. शुगर के रोगियों के लिए समस्या :

शुगर के मरीजों को चीकू का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।शुगर के मरीजों का शुगर स्तर अगर बढ़ा हुआ हो,तो उन्हें चीकू का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।शुगर के मरीजों को चीकू खाने से अत्यधिक परहेज रखना चाहिए।

  1. वजन बढ़ना :

अगर आप diet कर रहे हैं या अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आपको चीकू का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए या कम मात्रा में करना चाहिए। चीकू का अत्यधिक सेवन आपका वजन बढ़ाता है। चीकू को खाने से शरीर की कमजोरी तो दूर  होती है लेकिन वजन भी पड़ता है।


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[ chiku से जुड़ी FAQ,s ]

Q. चीकू को इंग्लिश में क्या बोलते हैं (chiku ko english mein kya bolate hain) 

Ans :- चीकू फल को इंग्लिश में Sapodilla बोलते है। इसके अलावा चीकू फल को ही इंग्लिश में Sapota, Sapodillo Plum और Naseberry भी बोलते हैं।

Q. चीकू की इंग्लिश में स्पेलिंग

Ans :- चीकू की इंग्लिश में स्पेलिंग Chiku होता है।

Q. चीकू की तासीर गर्म होती है या ठंडी

Ans :- चीकू फल की तासीर काफी ठंडी होती है. और चीकू स्वाद में काफी ज्यादा मीठे और रसीले लगते हैं.

Q. चीकू के अन्य नाम क्या है ?

Ans :- यदि हम चीकू फल के अन्य नाम की बात करें तो चीकू के अन्य नाम है कन्दुक-फल, गुदालू, सपोटा, चिकाली, नोजबेरी, अमेरिकन बुली, शिमाई-ऐलुप्पई आदि.

Q. चीकू कब खाना चाहिए?

Ans :- यदि हम चीकू खाने का सही समय की बात करें तो आप चीकू कभी भी खा सकते हैं जैसे कि सुबह उठकर, शाम को, दोपहर में अथवा रात को भी चीकू का सेवन कर सकते हैं।

Q. चीकू का पौधा कैसा होता है?

Ans :- चीकू का पौधा वास्तव में कुछ इस प्रकार से दिखता है :-

Q. चीकू का पौधा घर पर कैसे लगाएं?

Ans :- चीकू के पौधा लगाने के लिए मिट्टी की पी एच 6 – 8 होनी चाहिए। चिकनी मिट्टी और कैल्शियम की उच्च मात्रा वाली मिट्टी में चीकू के पौधा नही लगाना चाहिए। चीकू का पौधा तैयार करने के लिए शीर्ष कलम तथा भेंट कलम विधि का अपनाया जाता है। मार्च-अप्रैल का समय चीकू का पौधा तैयार करने के लिए सबसे सही समय होता है।

Q. प्रेगनेंसी में चीकू खाना चाहिए?

Ans :- बहुत सारे लोगों का सवाल होता है कि क्या प्रेगनेंसी में चीकू खाना चाहिए या नहीं  तो हम बता दें कि जी हां प्रेगनेंसी मे चीकू फल खाने के बहुत सारे फायदे हैं चीकू में भरपूर मात्रा में एनर्जी पाया जाता है जो की होने वाले शिशु के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद है।

Q. चीकू खाने से वजन बढ़ता है क्या?

Ans :- वैसे तो चीकू फल हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद है लेकिन इसके अत्याधिक सेवन करने से यह हमारे वजन को भी बढ़ा सकता है।


[ अपने क्या सिखा ]

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब हमें उम्मीद है कि आप जान चुके होंगे कि चीकू को इंग्लिश में क्या कहते हैं (chiku ko english mein kya kahate hain)और चीकू के फायेदे और नुकसान क्या है?. तो इसी के साथ इस आर्टिकल को यहीं पर समाप्त करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा.. धन्यवाद


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