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sharirik shiksha se aapka kya abhipray hai

शारीरिक शिक्षा क्या है? शारीरिक शिक्षा का अर्थ एवं परिभाषा

sharirik shiksha ki paribhasha dete hue unke uddeshy ko likhiye

by Sonal Shukla

नमस्कार पाठकों, आज के समय शारीरिक शिक्षा को  एक आम व्यक्ति इतना महत्व नहीं देता है, जितना इसे मिलना चाहिए।  शारीरिक शिक्षा  किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में  परिवर्तन करने की क्षमता रखती है।

किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व  बिना बोले उस व्यक्ति के बारे में बताने का काम करता है। इसलिए हम सभी का शारीरिक शिक्षा को समझना तथा  शारीरिक शिक्षा की परिभाषा को जानना जरूरी हो जाता है।

इसीलिए आज हम आपको बताएंगे कि शारीरिक शिक्षा का अर्थ एवं परिभाषा क्या है, शारीरिक शिक्षा की परिभाषा किस प्रकार परिभाषित की जाती है, शारीरिक शिक्षा का महत्व क्या है और ऐसे ही शारीरिक शिक्षा से जुड़े कुछ अन्य तथ्यों के बारे में भी हम आपको जानकारी प्रदान करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते है।

शारीरिक शिक्षा का अर्थ | meaning of physical education

शारीरिक शिक्षा मूल रूप से शरीर के बारे में शिक्षा को प्राप्त करना या प्रदान करने से संबंधित है। शरीर के बारे में हमें विभिन्न मार्गो से शिक्षा प्राप्त होती है जैसे कि व्यायाम के द्वारा योग के द्वारा शरीर से संबंधित साफ-सफाई के बारे में जानकारी, जिमनास्टिक के द्वारा और हमारी पाठ्यक्रम की गतिविधियों के द्वारा भी हमें शारीरिक शिक्षा से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है।

शारीरिक शिक्षा का मूल उद्देश्य केवल शरीर को स्वस्थ रखना नहीं होता है, अपितु किसी भी व्यक्ति के मनोविज्ञान बाल मनोविज्ञान तथा किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में  परिवर्तन करने का काम शारीरिक शिक्षा का ही होता है।

आज के समय हम जिन महान मनोवैज्ञानिकों के बारे में सुनते हैं वह सभी मनोवैज्ञानिक शारीरिक शिक्षा को एक उच्च स्तर पर प्राप्त करके ही मनोवैज्ञानिक बन पाए हैं।

अब आप समझ चुके होंगे कि शिक्षा की महत्वपूर्ण होती है। यह शिक्षा न केवल आपके शरीर को  बल्कि हमारे व्यक्तित्व को भी परिवर्तित करके रख देती है। अब हम आपको बताते हैं कि शारीरिक शिक्षा की परिभाषा क्या होती है

शारीरिक शिक्षा की परिभाषा | definition of physical education

जैसा कि हमने आपको बताया कि शारीरिक शिक्षा का अर्थ केवल शरीर को स्वस्थ रखने से ही नहीं होता है, बल्कि पूरे व्यक्तित्व में निखार लाना शारीरिक शिक्षा का महत्व दर्शाता है। शारीरिक शिक्षा का सारा महत्व इसकी परिभाषा में छुपा है:-

sharirik shiksha se aapka kya abhipray hai

“शरीर को स्वस्थ रखने और सबल रखने के लिए तथा मन को अपने वश में रखते हुए अपने व्यक्तित्व को सकारात्मक रूप से परिवर्तित करने के लिए जो शिक्षा प्राप्त की जाती है उसे शिक्षा को शारीरिक शिक्षा कहा जाता है।“

प्राचीन काल में मनुष्य  जब अपने व्यक्तित्व के तौर पर ज्यादा  सबल  नहीं था।  उस समय जानवरों से प्रचार बचाव  के लिए अपने शरीर को स्वस्थ रखने की कोशिश करता था। तब से ही व्यक्ति  को अपनी शारीरिक शक्ति की आवश्यकता और इसके महत्व  के बारे में ज्ञान हुआ।

शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता | need for physical education

हमारा मानव जीवन में जब तक चलता रहता है हमें सक्रिय रूप से काम करना होता है, और काम करने के लिए हमारे शरीर  का  स्वस्थ रहना आवश्यक होता है।

इसके लिए हम हर संभव प्रयास करते हैं कि हमारा शरीर हर प्रकार से स्वस्थ और सुदृढ़ हो ताकि मानव जीवन में आने वाली सभी उतार-चढ़ाव से हम हमारे शरीर के साथ बखूबी  टकरा सके, और उनका सामना कर सके।

आज के समय हम हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग व्यायाम प्राणायाम खेलकूद डांस यह सब करते हैं। यह सब कुछ हम इसलिए करते हैं ताकि हमारा शरीर स्वस्थ रह सकें।

हमारे शरीर की स्वच्छता के लिए भी हम शरीर की साफ-सफाई का ध्यान रखते हैं। यह हमें बताता है कि हमारे शरीर का स्वस्थ रहना हमारी यह कितना आवश्यक है।

इसी के साथ यह भी देखा जा रहा है कि शारीरिक शिक्षा को समझने के लिए हमारे पास अध्यात्मिक ज्ञान होना आवश्यक है, जिसके लिए हम आध्यात्मिक कार्यों में अपना समय व्यतीत करते हैं जैसे कि योग, ध्यान, तपस्या, इत्यादि।

यह सभी कार्य हमें हमारे शरीर के स्वास्थ्य की  आवश्यकता को संदर्भित  करते है।

शरीर के स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हमें यह भी पता होना चाहिए कि शरीर को स्वस्थ रखने हेतु कौन-कौन से तरीके हमारे लिए उपयुक्त होते हैं। इसी कारण शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता हमें पड़ती है।

शारीरिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं, अन्यथा हमें पता ही नहीं रहता कि शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कौन कौन से कदम उठाना आवश्यक है, हमें क्या करना चाहिए और  हमें क्या नहीं करना चाहिए। इन सभी बातों को अच्छे से समझने के लिए हमें हरिरिक शिक्षा का ज्ञान होना आवश्यक है।

अब आप समझ चुके होंगे कि   शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता हमें क्यों महसूस होती है।

शारीरिक शिक्षा का महत्व | importance of physical education

शारीरिक शिक्षा हमें हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए वह तरीके बताती हैं, जिससे हम हमारे  शरीर को तंदुरुस्त रख सकते हैं। इसके लिए आवश्यक शारिक शिक्षा का दायरा बढ़ाने की आवश्यकता होती है जो कि शारीरिक शिक्षा के महत्व को बतलाता है।

हमारा स्कूली पाठ्यक्रम हमारे आसपास का वातावरण, हमारे पड़ोसी, हमारे मित्र, हमारे माता-पिता सभी, हमें शारीरिक शिक्षा प्रदान करते हैं।

हम तब भी समझ सकते हैं जब हमारे बीमार होने पर हमारे माता-पिता बताते हैं कि हमें क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए, हमें किस प्रकार रहना चाहिए, स्नान करना चाहिए या नहीं करना चाहिए, किसी विशेष परिस्थिति में किस प्रकार का रहन-सहन रखना चाहिए।

यह ज्ञान भी शारीरिक शिक्षा के अंतर्गत ही आता है। अब आप समझ गए होंगे कि शारीरिक शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। शारीरिक शिक्षा हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए तथा हमें जीवित रखने के लिए आवश्यक है।

निष्कर्ष

आज के लेख में हमने आपको बताया कि शारीरिक शिक्षा का अर्थ परिभाषा क्या है साथ ही साथ हमने आपको शारीरिक शिक्षा की आवश्यकता और इसके महत्व के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी है।

हम आशा करते हैं कि आज का लेख पढ़ने के पश्चात शारीरिक शिक्षा के बारे में कोई अन्य लेख पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के पूछ सकते हैं।

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