नमस्कार दोस्तो, आपने अपने जीवन के अंतर्गत टिप्पणी शब्द के बारे में तो जरूर सुना होगा, अनेक लोगों के द्वारा इसका उपयोग किया जाता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि टिप्पणी किसे कहते हैं, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि टिप्पणी किसे कहते हैं, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
टिप्पणी किसे कहते हैं?
दोस्तों यदि आपको इसके बारे में पता नहीं है कि टिप्पणी किसे कहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि टिप्पणी का प्रयोग मुख्य रूप से किसी भी विषय वस्तु के बारे में आवश्यक जानकारी को देने के संदर्भ में किया जाता है।
अगर इसको एक आसान भाषा में बताया जाए तो किसी भी एक विषय के बारे में कुछ लाइनों के अंतर्गत विस्तार से उसकी जानकारी देना ही टिप्पणी कहलाता है। जिसके अंतर्गत हम किसी भी विषय का सार कुछ लाइनों के अंतर्गत दूसरे के सामने व्यक्त करते हैं।
टिप्पण का अर्थ
नोट का सामान्य अर्थ संबंधित सहायक या अधिकारी द्वारा पत्र के बारे में आवश्यक जानकारी देना, उस मामले में कार्यालय के कानून और विनियमों के आलोक में अपना सुझाव या राय देना है। यह नोट वरिष्ठ अधिकारी के पास जाता है और वह अधिकारी नोट में प्रस्तुत तथ्यों और नियमों के आलोक में अपनी राय या आदेश देता है।
टिप्पणी क्यों लिखी की है?
दोस्तों किसी भी टिप्पणी को लिखे जाने के मुख्य कारण निम्न है :-
1. टिप्पणी के माध्यम से किसी भी विषय के बारे में एक सार दिया जा सकता है। इसके अंतर्गत किसी भी विषय के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी जाती है, बल्कि उसकी जो महत्वपूर्ण जानकारी होती है, उन्हीं को व्यक्त किया जाता है, जैसे मैं सामने वाले व्यक्ति को कम समय में समझने में काफी आसानी हो जाती है।
2. टिप्पणी किसी भी विषय को बहुत ही आसान बना देती है, इसके अलावा उसको काफी स्पष्ट बना देती है, जिसे किसी भी व्यक्ति को हर एक चीज को समझने में काफी आसानी हो जाती है।
टिप्पणी लिखने का तरीका
दोस्तों कोई भी टिप्पणी लिखने का तरीका निम्न होता है
1. टिप्पणी को लिखते समय आपको किसी भी विषय के बारे में सटीक तथा स्पष्ट जानकारी देनी होती है, इसके अलावा आपको उस जानकारी को कम से कम लाइनों में व्यक्त करने का प्रयास करना होता है।
2. इसके अंतर्गत आपको कभी भी शब्दों की पुनरावृति नहीं करनी होती है, इसके अलावा लगभग आसान शब्दों का प्रयोग करने का प्रयास करना होता है।
3. टिप्पणी लिख के समय आपको सरल भाषा का प्रयोग करना होता है इसके अलावा आपके द्वारा लिखी गई भाषा एकदम साफ होनी चाहिए, तथा उसका एक स्पष्ट अर्थ निकलना चाहिए।
4. इसके अंतर्गत आपको कम से कम गलतियां करनी होती है, तथा इसमें आपको किसी भी चीज को पक्षधर होकर नहीं लिखना होता है, जाने कि आप किसी भी चीज के पक्ष में अपनी बात नहीं रख सकते हैं आपको जो जानकारी होती है उसको सही तरीके से देना होता है। शादी में आपको अलग-अलग तथ्यों को तोड़ मरोड़ के वहां पर प्रस्तुत नहीं करना होता है।
5. वैसे तो आपको इसके अंतर्गत आसान भाषा का प्रयोग करना होता है, जिसमें आपको अनेक मुहावरों तथा लोकोक्तियों का प्रयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है, यदि आप यह प्रयोग करते हैं तो यह एक अच्छी टिप्पणी के लिए सही नहीं होता है।
तो दोस्तों यदि कोई भी टिप्पणी लिखता है, तो उसको हमारे द्वारा बताए गए इन कुछ प्वाइंटों के बारे में जानकारी होने का भी जरूरी है।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि टिप्पणी किसे कहते हैं, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत टिप्पणी से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर की है, जैसे कि टिप्पणी किसे कहते हैं, टिप्पणी क्यों की जाती है तथा टिप्पणी को लिखने का सही तरीका क्या होता है।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
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