शरीर को healthy रखने के लिए vitamin D बहुत ही जरूरी है। आजकल mostly लोगों का व्यस्त life style हो गया है। लोगों ने घरों में AC लगवा लिया है और दफ्तरों में भी AC में रहने की वजह से धूप में कम निकलते है, जिसकी वजह से विटामिन डी की कमी बढ़ रही है।
इसीलिए आज इस लेख में हम जानेंगे कि vitamin d ki kami se kaun se rog hote hai. तो आइए विटामिन डी के बारे में विस्तार पूर्वक जाने:-
विटामिन डी क्या है?
विटामिन डी शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन डी sect-steroids का एक समूह होता है, जो वसा में आसानी से घुल जाते हैं। विटामिन D के अंतर्गत d1, d2 और d3 आते हैं। विटामिन डी के द्वारा मैग्निशियम, फास्फेट, कैल्शियम जैसे अन्य पोषक तत्वों को आंतों मे अवशोषित होने में मदद करता है।
विटामिन डी शरीर में कैसे बनता है?
इसे sunshine विटामिन भी कहा जाता है, क्योंकि यह सूर्य की रोशनी के माध्यम से त्वचा में बनता है। जब सूरज की रोशनी हमारे शरीर पर पड़ती है तो यह रोशनी हमारे शरीर में उपस्थित कोलेस्ट्रॉल के माध्यम से विटामिन डी बनाती हैं।
सूर्य से निकलने वाली ultraviolet B और UVB किरणें शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल पदार्थ टकराती है, जिससे संश्लेषण की प्रक्रिया होती है और विटामिन डी का formation होता है।
सूर्य की रोशनी से जो विटामिन डी बनता है, वह निष्क्रिय रूप में होता है। किडनी इस निष्क्रिय विटामिन को सक्रिय विटामिन डी में परिवर्तित करती है।
विटामिन डी की कमी से कौन से रोग होता है? (vitamin d ki kami se kaun se rog hote hai)
यदि शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो निम्नलिखित बीमारियां हमारे शरीर को घेर लेती है:-
- हृदय से संबंधित रोग होना
- डिप्रेशन और तनाव होना
- बच्चों में रिकेट्स रोग का होना
- हड्डियों का मुलायम होना
- स्तन कैंसर कोलन कैंसर जैसी कैंसर रोग का जोखिम बढ़ना
- शरीर में झुर्रियां पड़ना
- गर्भावस्था में जटिलताएं होना
- ऑटोइम्यून समस्याएं बढ़ जाना
- शरीर में अन्य तरह के संक्रमण होना
- सुस्ती और थकान महसूस होना
- पीठ और हड्डियों में दर्द होना
- बालों का झड़ना
- यदि कोई चोट लग जाए तो उस जख्म का जल्दी ठीक ना होना
- मन उदास रहना
- मांसपेशियों में दर्द रहना
विटामिन डी की कमी का खतरा किन लोगों को अधिक रहता है?
- ऐसे बच्चे जिनकी उम्र 5 साल से कम हो, उन्हें विटामिन डी की कमी होने का खतरा अधिक रहता है।
- ऐसे लोग जिनकी बाईपास सर्जरी हुई हो, उन्हें विटामिन डी की कमी हो सकती है।
- मोटापे से ग्रसित लोगों को खतरा अधिक रहता है।
- ऐसे लोग जो अधिक धूम्रपान करते हैं उन्हें अधिक खतरा रहता है।
- बुजुर्गों में विटामिन डी की कमी होने का खतरा बना रहता है।
- कैंसर के मरीजों को अधिक खतरा रहता है।
- ऐसे लोग जो टीवी के मरीज हो, उन्हें विटामिन डी की कमी होने का खतरा रहता है।
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विटामिन डी की कमी क्यों हो जाती है?
विटामिन डी का मुख्य सोर्स सूर्य है। आजकल सबकी लाइफ व्यस्त हो चुकी है। लोग ac लगे हुए घरों में रहना पसंद करते हैं। ऑफिस जाने वाले लोगों के पास सूर्य की रोशनी में बैठने का पर्याप्त समय नहीं होता, इसीलिए शरीर को सूर्य की रोशनी ना मिलने की वजह से विटामिन डी की कमी हो जाती है।
विटामिन डी की कमी होने का एक कारण हमारा खानपान भी है। हम संतुलित भोजन की बजाय जंक फूड ज्यादा prefer करते हैं, जिसकी वजह से जरूरी पोषक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते।
विटामिन डी के source
आईये अब ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जान लेते हैं, जो शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति करते हैं:-
- दूध
दूध में कैल्शियम और विटामिन डी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। भैंस की दूध की बजाए गाय का दूध ज्यादा पौष्टिक होता है।
- अंडा
अंडे के सफेद भाग मे विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, इसीलिए रोज एक अंडे का सेवन करना चाहिए।
- दही
दही में विटामिन डी के साथ-साथ कैल्शियम भी होता है। दही का सेवन रोज करना चाहिए इससे पाचन तंत्र भी ठीक रहता है।
- मछली
मछली में विटामिन ए, विटामिन 12 और विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होते हैं, इसीलिए मांसाहारी लोगों को अपने खाने में मछली को शामिल करना चाहिए।
- मशरूम
हमें मशरूम को अपने भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए। यह विटामिन b1, विटामिन B2, विटामिन B5, विटामिन सी और विटामिन डी का एक अच्छा source है।
- साबुत अनाज
अपने आहार में साबुत अनाज के गेहूं आदि को भी शामिल करना ही चाहिए। मूंग, चना इत्यादि में भी विटामिन डी मौजूद होता है।
- मीट
मीट में विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- संतरा
संतरा विटामिन सी और विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है।
- धूप ले
सुबह-सुबह की धूप हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती है। सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा और प्राकृतिक स्त्रोत है। हमें रोज लगभग आधे घंटे धूप में बैठना चाहिए, ताकि हमारे शरीर को विटामिन डी भरपूर मात्रा में मिल सके।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के लेख में हमने जाना कि vitamin d ki kami se kaun se rog hote hai. आशा करते है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं।
FAQ
दूध और अनाज अक्सर विटामिन डी के समृद्ध स्रोत होते हैं। वसा युक्त मछली, जैसे सैल्मन, विटामिन डी के प्राकृतिक स्रोतों में से एक हैं। धूप सेंकना विटामिन डी का एक प्रमुख प्राकृतिक स्रोत है।
विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होने से फ्रैक्चर होने का खतरा रहता है। शरीर में विटामिन डी की कमी होने से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। जिससे उच्च रक्तचाप, मधुमेह जैसी बीमारियों का भी खतरा बना रहता है।
विटामिन डी हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को मजबूत और स्वस्थ रखता है। लेकिन अब वैज्ञानिकों को लगता है कि यह शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है और इसी वजह से यह कोविड-19 जैसे वायरस से लड़ने में भी कारगर साबित हो सकता है.
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