Home » Chasht ki Namaz ka Tarika – चाश्त की नमाज़ का तरीका

Chasht ki Namaz ka Tarika – चाश्त की नमाज़ का तरीका

by Pritam Yadav

Chasht ki Namaz ka Tarika :- अस्लामालैकुम मेरे प्यारे दोस्तों भाइयों और बहनो आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं, Chasht ki Namaz के बारे में जैसा कि आप जानते हैं, कि हमारे इस्लाम मे 5 वख्तो की नमाज होती है, लेकिन ये Chasht ki Namaz क्या आप सोच रहे होंगे

लेकिन अगर आप ये सर्च कर इस पोस्ट पर आए हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए, तो आज की इस पोस्ट में हम यही Chasht ki Namaz ka Tarika, वक़्त, नियत और रकत इस पर बात करने वाले हैं।


Chasht ki Namaz क्या होता है ?

Chasht ki Namaz ये एक नफिल नमाज़ है, नफिल का अर्थ होता है, कि अगर आप उस नमाज़ को नहीं पढ़ते हो तो आपको कोई गुनाह नही होगा अगर पढ़ते हैं तो उसका आपको सवाब मिलेगा ।

वैसे तो हर नमाज की फ़ज़ीलत होती है, लेकिन Chasht ki Namaz की अपनी एक अलग ही फ़ज़ीलत है।

Chasht ki Namaz को Tirmizi Hadees No 473 और Sunan e Ibne Maja Hadees No 1380 में फरमाया गया है कि

हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने इस नमाज़ की फ़ज़ीलत को हदीस में बयान करते हुए फरमाते है कि जो कोई सख्स चास्त की 12 रकत नमाजों को पढ़ लेता है अल्लाह ता’अला उस सख्स के लिए जन्नत में एक सोने का महल तैयार करेगा.

इसका अर्थ ये हुआ, कि अल्लाह ताला इस नमाज़ को बहुत ज्यादा पसदं करते हैं ।


Chasht ki Namaz ka Waqt

Chasht ki Namaz ka Waqt की बात करें तो इसे आप फ़ज़र की नमाज़ के बाद 12pm से पहले तक पढ़ सकते हैं यही इसका सही टाइम है।


Chasht ki Namaz ki Rakat

दोस्तों जैसा कि ऊपर आप ने ये तो जान ही लिया है, कि Chasht ki Namaz ka Waqt क्या होता है चलिये अब जानते हैं कि इस नमाज की रकत के बारे में तो ध्यान से पढिये

इसकी रकत की बात करें तो इस नमाज में दो रकत से शुरू होती है और 12 रकत पर खत्म होता है। जैसा कि आप जानते हैं कि ये एक नफिल नमाज है और जरूरी नहीं है, कि आपको 12 रकत ही पढ़नी है आप apne हीसाब और टाइम के अनुसार 2रकत, 4 रकत 6 रकत जीतनी मर्ज़ी हो पढ़ सकते हैं।

Muslim Shareef Hadees No 719 के अनुसार बेहतर और अफ़ज़ल रकत 4 रकत और 8रकत है।


Chasht ki Namaz ki Niyat

नियत की बात करें तो आपको दिल से नियत करना होता है, कि मैं 2 रकत इस नमाज को पढूंगा या पढ़ूंगी आप इस तरह से भी नियत कर सकते हैं।

नियत करता हूं मैं 2 रकात नमाज चास्त की नफल वास्ते अल्लाह ताला के मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ”

ये तो रही रकत और नियत की बात चलिये अब जान लेते हैं, कि इस नमाज को पढ़ने के तरीकों के बारे में।


Chasht ki Namaz Padhne ka Tarika

जैसे कि आप को मालूम है कि बिनापाक साफ के कोई भी नमाज नहीं होती है इसके लिए वजू करना वाजिब है तो जब आप नमाज पढ़ने जाए वजू जरूर करें ।

दोस्तों कई सारे लोगो के मन मे ये सवाल जरूर आता होगा कि इस नमाज के लिए हमे मस्जिद में जाना होगा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नही आपको शिर्फ साफ जहग पर नमाज पढ़ने है, साफ जगह कोई भी हो सकता है आपका घर आपका दुकान जिस जगह आप रह रहे हो वो बस शर्त इतनी है कि वह जगह साफ होना चाहिये।

दोस्तों इस नमाज को पढ़ने का कोइ अलग तरीका नहीं जैसे आप नमाज पढ़ते हो वैसे ही आपको इस नमाज को भी पढ़ना है।


Chasht ki Namaz ki Fazilat

दोस्तों आज रोज 5 वक़्त की नमाज अदा करते हैं, उसकी फ़ज़ीलत तो आप सभी लोगो को बखूबी मालूम होगा, लेकिन इन नमाज की अपनी ही एक अलग फ़ज़ीलत है जो कि आपको नीचे जानने को मिल जाएंगे।

  • जो सख्स इस नमाज को 2 रकत नमाज अदा करता रहेगा अल्लाह ताला उसके गुनाहों को माफ कर देता है, चाहे गुनाह समुन्दर की झाग के बराबर क्यों न हो।
  • और जो शख्स 2 रकत इस नमाज को अदा करता है तो उसकी गिनती गफलत करने वालो में नहीं होती है
  •  और जो सख्स इस नमाज को 12 रकत पढ़ लेता है अल्लाह ताला उसके लिए जन्नत में सोने का महल बनाता है।

निष्कर्ष – Conclusion

तो दोस्तों आज आप ने सीखा की Chasht ki Namaz ka Tarika, Chasht ki Namaz ki Fazilat, Chasht ki Namaz Padhne ka Tarika

तो आपको हमारा ये आर्टिकल कैसी लगी अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें, अगर आपके मन मे इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल हो तो जरूर पुछे।

इसी तरह की जानकारी पाने के लिए हमे फॉलो करना न भूलें इसे अपने दोस्तों, रिस्तेदार के साथ शेयर जरूर करें ।


Also Read :-

Related Posts

Leave a Comment