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Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai

खरगोश को संस्कृत में क्या कहते हैं ? – Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai 

by Pritam Yadav

Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai :- आज हम जानने वाले हैं, कि खरगोश को संस्कृत में क्या कहते हैं ? आप सभी को यह तो अवश्य मालूम होगा कि खरगोश को अंग्रेजी में क्या कहते हैं।

मगर जब बात संस्कृत की आती है, तो लोग इसमें अपना रुचि नहीं दिखाते हैं, ज्यादा लोग इंग्लिश को पढ़ना पसंद करते हैं, वैसे आजकल कोई संस्कृत पर ध्यान भी नहीं दे रहा है, मगर यही सभी छोटे-छोटे प्रश्न महत्वपूर्ण परीक्षाओं में पूछ दिए जाते हैं।

जो कि लोगों को मालूम नहीं रहता है, अगर आप भी उन सभी व्यक्तियों में से एक हैं और जानना चाहते हैं, कि खरगोश को संस्कृत में क्या कहते हैं तो इस लेख के साथ अंत तक बने रहे तो चलिए शुरू करते हैं।


खरगोश को संस्कृत में क्या कहते हैं ? ( Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai )

खरगोश को संस्कृत में शशक: कहते हैं। खरगोश को लोग अलग अलग भाषाओं में अलग अलग नाम से बुलाते है।

आइए, अब जान लेते हैं कि खरगोश को विभिन्न भाषाओं मे किन नामों से जाना जाता है:-

  • खरगोश को इंग्लिश में rabbit या hare कहा जाता है।
  • खरगोश को खरहा नाम से भी जाना जाता है।

खरगोश –  एक स्तनपायी प्राणी

खरगोश एक लुभावना जानवर है। इसकी सुंदरता को हर कोई देखता ही रह जाता है। यह आकार में बहुत छोटा होता है। खरगोश लेपोरिडि परिवार के स्तनपायी प्राणी में से एक है।

यह देखने में बहुत ही सुंदर लगता है। इनका दिमाग बहुत तेज होता है। यह किसी जगह का नक्शा बनाने में माहिर होते हैं।

इनकी लंबाई 40 से 50 सेंटीमीटर होती है और इनका weight लगभग 2 किलोग्राम के आस पास होता है।

खरगोश की आठ प्रकार की प्रजातियां इस धरती पर मौजूद है। यह पूरे विश्व में अलग-अलग जगह पर पाया जाता है। जिसमें से सबसे अधिक युरोपियान खरगोश की प्रजातियां है और जो खरगोश हमें आसपास दिखाई देता है वह भी अधिकतर यूरोपियन खरगोश ही होते हैं।

यह अधिकतर जंगल, मरुस्थल और घास के मैदान में रहते हैं। इनसे अंगोरा उन की प्राप्ति होती है।


खरगोश की बनावट

खरगोश की सुंदरता के पीछे उसके शरीर की बनावट ही है, जिसके आधार पर वह सुंदर दिखाई देता है। खरगोश के लगभग 28 दांत होते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि खरगोश के दांत हमेशा बढ़ते रहते हैं।

खरगोश के कान लगभग 10 सेंटीमीटर लंबे होते हैं। इनकी आंखें बड़ी और गोल होती है। इन्हें अलग-अलग रंगों जैसे सफेद, काला और भूरे रंग में देखा जाता है।

जब मादा खरगोश बच्चे देती है, तब इनके शरीर पर बाल नहीं होते और यह एक बार में 9 से अधिक बच्चों को जन्म दे सकती है।


खरगोश की उम्र प्रजनन प्रक्रिया

खरगोश की उम्र लगभग 8 से 12 वर्ष की ही होती है, परंतु आज के समय में इनकी आबादी कम हो गई है। यह किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाते हैं इसीलिए इनका शिकार करने के लिए इन्हें चारों तरफ ढूंढा जाता है।

मादा खरगोश लगभग 35 दिनों तक गर्भवती रहकर बच्चों को जन्म दे देती है अर्थात इन का गर्भकाल लगभग 35 दिन का होता है। यह एक बार में 9 बच्चों को जन्म दे सकती है। जन्म के समय मादा खरगोश के शरीर के ऊपर एक भी बाल नहीं होता है। इसके बच्चों की आंखें लगभग 15 दिनों के बाद खुलती है।


खरगोश का दैनिक जीवन

खरगोश एक शाकाहारी प्राणी है। यह अधिकतर घास, गाजर, फल, अनाज आदि ग्रहण करते हैं। अधिकतर समय मादा और नर खरगोश को एक साथ देखा जाता है।

खरगोश झुंड में रहना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं, अपितु जब यह भोजन के लिए भी जाते हैं, तब यह अकसर झुंड में ही दिखाई देते हैं।

खरगोश खाना खाने में लगभग 7 घंटे ले लेते हैं। यह अपना भोजन हमेशा सूंघ कर ही खाते हैं। खरगोश की आंखें 360 डिग्री तक देख सकती है, इसीलिए यह सभी दिशाओं में देखने में सक्षम होते हैं। खरगोश लगभग 7 से 9 घंटे तक सोते हैं।


खरगोश से जुड़े रोचक तथ्य

ऊपर हमने Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai के बारे में जाना , अब हम खरगोश से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में जानते है।

  • खरहा को खरगोश के मुख्य प्रजाति के रूप में देखा जाता है।
  • नर खरगोश को बक्स और मादा खरगोश को डॉक्स कहा जाता है।
  • चीन में अधिकतर खरगोशों की अंगोरा प्रजाति को पाला जाता है।
  • खरगोश ऐसा जीव है जिसे झुंड में रहना पसंद होता है।
  • खरगोश मे स्वाद को अनुभव करने वाले कणिकाएं लगभग 14000 के आसपास होती है।
  • इनकी लंबाई 40 से 50 सेंटीमीटर और वजन 2 किलोग्राम के आसपास होता है।
  • खरगोशों को बिल्ली, कुत्ता, लोमड़ी, भेड़िया आदि से सबसे अधिक खतरा होता है, क्योंकि इन जानवरों के द्वारा खरगोशों को अधिक शिकार बनाया जाता है।
  • अमेरिका ऐसा देश है जहां पर खरगोशों की संख्या सबसे अधिक है।
  • खरगोश का दिल 1 मिनट में लगभग 135 से 140 बार beat करता है।
  • खरगोश के भागने की गति लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटा से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की होती है।
  • यह अधिकतर सफेद काले और गोरे रंग में दिखाई देते हैं।

खरगोश पालन का बिजनेस

यदि आप खरगोश से प्यार करते हैं या उन्हें पालना चाहते हैं, तो इसके लिए आप खरगोश पालन का बिजनेस भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आप अपने शौक को पूरा करने के साथ-साथ लाखों रुपए की कमाई भी आसानी से कर सकेंगे।

वर्तमान भारत में किसानों का खरगोश पालन के प्रति रुझान तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस बिजनेस में ज्यादा मेहनत की आवश्यकता भी नहीं होती। Rabbit farming खरगोश के बालों से बनने वाली ऊन के लिए की जाती है।

Rabbit farming की शुरुआत ₹400000 इससे भी की जा सकती है साल भर में ही आप अपने द्वारा लगाए गए पैसों से दोगुना मुनाफा कमा सकते हैं।

रैबिट फार्मिंग में यूनिट के हिसाब से खरगोश पाले जाते हैं, जिसमें एक यूनिट के तहत तीन नर खरगोश होते हैं और 7 मादा खरगोश होते हैं।

खरगोश पालन के लिए आप खरगोश ब्रिडिंग से लेकर मार्केटिंग तक की भी ट्रेनिंग ले सकते हैं और काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।


FAQ,S :

Q1. खरगोश को अंग्रेजी में क्या कहते हैं ? – Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai

Ans. खरगोश को अंग्रेजी में " Rabbit " कहते हैं।

Q2. कछुआ ( Kachhua ) को संस्कृत में क्या कहते हैं ?

Ans. कछुआ ( Kachhua ) को संस्कृत में "कच्छप:" कहा जाता है।

Q3. मछली को संस्कृत में क्या कहा जाता है ?

Ans. मछली को संस्कृत में " मत्स्य, मीन " कहा जाता है।

[ Conclusion, निष्कर्ष ]

उम्मीद करता हूं, कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Khargosh ko Sanskrit mein kya kahte hai  के बारे में चुके होंगे और खरगोश से जुड़े रोचक तथ्य भी जान चुके होंगे।

अगर आपके मन में इस लेख से जुड़ी कोई भी सवाल है या आपको कुछ समझ नही आया है, तो आप हमारे दिए गए comment box में मैसेज करके पूछ सकते हैं हमारी समूह आपके पूछे गए सवालों का जवाब अवश्य देगी। धन्यवाद !


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