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Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain

अंगूर को संस्कृत में क्या कहते हैं ? – Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain

by Pritam Yadav

Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain :- आज हम जानेंगे, कि अंगूर को संस्कृत में क्या कहते हैं।

अंगूर फल लोगों का बहुत ही पसंदीदा फल होता है यह हमें बाजार में काफी आसानी से मिल जाता है। हो सकता है कि आपने भी अंगूर खाया होगा मगर क्या आपको मालूम है, कि अंगूर को संस्कृत में किस नाम से जाना जाता है।

अगर आप का जवाब ना है तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहें क्योंकि इस लेख में हम इन्हीं सभी टॉपिको पर चर्चा करने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।


अंगूर को संस्कृत में क्या कहते हैं ? ( Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain )

अंगुर को संस्कृत में ” द्राक्षाफलम ” कहते हैं। यह एक फल है जिसको लोग बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं बाकी अन्य अन्य जगहों पर इसे अन्य अन्य नाम से भी जाना जाता है।

आइए जानते हैं, कि अंगूर को अन्य भाषाओं में किस नाम से जाना जाता है :-

  • अंगुर को हिंदी में अंगूर ही कहते हैं।
  • अंगूर का वैज्ञानिक नाम Vitis vinifera है।
  • अंगूर को तेलुगु में द्रखा पांडू कहा जाता है।
  • इसे मलयालम में मूंथिरी के नाम से जाना जाता है।
  • कन्नड़ भाषा में अंगूर को द्रवशि के नाम से जाना जाता है।
  • अंगूर को तमिल में द्रखा पजम के नाम से जाना जाता है।
  • गुजराती में अंगूर को धरक्ष कहा जाता है।
  • मराठी में इसे द्रखा कहते हैं।
  • अंगूर को इंग्लिश में grapes कहते है।

अंगूर से जुड़ा कुछ जानकारी

अंगुर कोमलता और मिठास की वजह से लोगों को बहुत पसंद होता है। यह गुच्छेदार फल है। अंगूर का दाना बहुत रस भरा और मीठा होता है। अंगूर स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।

अंगूर के पोषक तत्व इसे स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभकारी बना देते हैं।

अंगुर गहरे नीले, काले, लाल, बैंगनी, पीले, नारंगी, हरे और गुलाबी रंग में बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। इनका सेवन साबुत भी किया जा सकता है या फिर अंगुर से बनी हुई सिरका, वाइन , जैली , जूस , जैम और किशमिश आदि का भी सेवन कर सकते हैं।

अंगूर की तासीर ठंडी होने की वजह से इस फल को गर्मियों के मौसम में खाया जाता है।


अंगूर मे मौजूद पोषक तत्व

अंगुर स्वाद में ही नहीं बल्कि आपकी सेहत में भी बहुत फायदेमंद होता है। यह पोषक तत्वों का घर कहलाता है। इसमें बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो निम्न प्रकार से हैं :-

  • फाइबर
  • प्रोटीन
  • पोटेशियम
  • तांबा
  • लौह
  • फोलेट
  • विटामिन ए
  • विटामिन सी
  • विटामिन k
  • विटामिन b2

अंगुर में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी, रोगाणुओ को नष्ट करने के गुणों के साथ साथ, पॉलिफिनॉल्स और फिनोल की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसमें पानी की अधिक मात्रा होती है इसलिए यह शरीर को हाइड्रेट रखने में सहायक होता है।


अंगूर का इतिहास

ऐसा कहा जाता है, कि अंगूर की खेती सबसे पहले मध्य पूर्व में की गई थी। शिराज़ शहर ने सबसे पहले अंगुर का उपयोग शराब बनाने के लिए किया था, जो काफी कम समय में अत्यधिक प्रसिद्ध हो गई थी।

इसके बाद ही अन्य देशों ने भी अंगूर की खेती करना आरंभ किया और शराब बनाने की शुरुआत की। धीरे धीरे इसका उत्पादन बढ़ता गया।


अंगूर के फायदे

ऊपर हमने Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain के बारे में जाना,  अब हम अंगूर के फायदे के बारे में जानते है।

  • अंगूर कैंसर सुरक्षा प्रदान करने में सहायक है क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं।
  • अंगूर के बीज का अर्क स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए एक सफल उपचार है।
  • अंगूर का जूस कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बेहतर बनाने में मददगार है।
  • बैंगनी रंग के अंगूर का जूस नियमित रूप से लेने पर दिल की बीमारियों से पीड़ित रोगियों में कोलेस्ट्रॉल की संवेदनशीलता कम होती है।
  • अंगुर से बनी रेड वाइन का उपयोग नियमित रूप से करने से ब्लड क्लोट का खतरा कम होता है अर्थात आप heart स्वास्थ्य से संबंधित लाभ उठा सकते हैं।
  • अंगूर का जूस थकावट को कम करने में मदद करता है।
  • यह आंखों से संबंधित रोगों को रोकने में मदद करता है।
  • अंगूर का रस और साबुत अंगूर दोनों ही कब्ज के उपचार में सहयोगी होते हैं।
  • अंगूर हमारी इम्यूनिटी सिस्टम को strong करने में मदद करता है।
  • अंगूर के बीज शरीर को हानिकारक विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाते हैं।
  • अंगूर खाने से हड्डियों में मजबूती आती है।
  • अंगूर का सेवन करना त्वचा पर हल्के निशान, असमान रंगत तथा सन बर्न आदि मे बहुत फायदेमंद होता है।
  • अंगूर के सेवन से बालों का झड़ना बंद होता है और यह बालों से रूसी हटाता है तथा बालों को घना बनाने में सहायता करता है।

अंगुर के नुकसान

ऊपर हमने Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain के बारे में जाना,  अब हम अंगुर के नुकसान के बारे में जानते है।

  • इसका बहुत अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ सकता है।
  • अंगुर का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से अपच की समस्या हो सकती है। यह दस्त का कारण भी बन सकता है।
  • इसके अधिक सेवन से गैस की शिकायत हो सकती है।
  • यदि आपका शरीर फ्रुक्टोज से संवेदनशील है, तो अंगूर के सेवन से आपके किडनी और लीवर के कार्य करने की क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है।

अंगूर कैसा दिखता है ? – Grapes photo

Grapes Photo


अंगूर खाने का सही तरीका

कोई भी चीज यदि वह पोषक तत्वों से भरपूर भी है, किंतु यदि आपको उसके खाने का सही तरीका मालूम नहीं है, तो यह नुकसानदेह भी साबित हो सकता है या फिर जितना फायदा उस चीज से ले सकते हैं, गलत तरीके से खाने की वजह से वह आपके शरीर को नहीं मिल पाता, तो आइए जानते हैं कि अंगूर खाने का सही तरीका क्या है :-

  • अंगुर को सुबह सवेरे खाना चाहिए।
  • साबुत अंगूर या फिर इसका रस बहुत लाभदायक होता है।
  • गर्मियों में अंगूर का सेवन करने से एक रात पहले उसे फ्रीजर में रख दें और अगले दिन उसका सेवन करें। यह आपके शरीर को अधिक ठंडक प्रदान करेगा।
  • फ्रूट चाट में अंगूर शामिल करें।
  • अंगूर की ice cream भी बनाकर खाई जा सकती है।
  • केक बनाते समय भी अंगूर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

 अंगूर खाने का सही समय

अंगूर खाने का सबसे उत्तम समय सुबह का होता है। अंगूर में मौजूद शुगर आप को उर्जा प्रदान करती है और इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है जिससे आप पूरा दिन भर तरोताजा और हाइड्रेट रहते है। इससे आपका पाचन तंत्र भी ठीक रहता है।


FAQ,S :

Q1. पपीता और अंगूर को संस्कृत में क्या कहते है ?

Ans. पपीता को संस्कृत में " मधुकर्कटी " कहते हैं और अंगूर को संस्कृत में " द्राक्षाफलम " कहते हैं।

Q2. टमाटर को संस्कृत में क्या कहा जाता है ?

Ans. टमाटर को संस्कृत भाषा में हिण्डीरः कहते हैं।

Q3. अमरूद का संस्कृत नाम क्या होगा ?

Ans. अमरूद को संस्कृत में बीजपूरम् कहते है।

Q4. संतरा को संस्कृत भाषा में क्या कहते हैं ?

Ans. संस्कृत में संतरे को नारङ्गः कहते हैं।

[ Conclusion, निष्कर्ष ]

उम्मीद करता हूं, कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Angoor Ko Sanskrit Mein Kya Kehte Hain के बारे में चुके होंगे और अंगूर के फायदे भी जान चुके होंगे।

अगर आपके मन में इस लेख से जुड़ी कोई भी सवाल है या आपको कुछ समझ नही आया है, तो आप हमारे दिए गए comment box में मैसेज करके पूछ सकते हैं हमारी समूह आपके पूछे गए सवालों का जवाब अवश्य देगी। धन्यवाद !


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