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Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय कहां स्थित है ? – Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai

by Pritam Yadav

Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai :- क्या आप जानते हैं ,अंतरराष्ट्रीय न्यायालय कहां स्थित है ? यदि नहीं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े, क्योंकि हम यहाँ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से जुड़ी लगभग हर तरह की जानकारी यहां पर बताने वाले हैं।

यह एक ऐसा विषय है, जिसके बारे में अधिकतर कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स में प्रश्न पूछे जाते हैं, इसके बारे में हर किसी को जानकारी होना बहुत जरूरी है। तो चलिए बिना समय बर्बाद किए इसलिए कुछ शुरू करते हैं और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के बारे में जाते हैं।


अंतरराष्ट्रीय न्यायालय कहां स्थित है ? ( Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai )

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय जिसे इंग्लिश में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ( International Court of Justice ) कहा जाता है, उसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र ( UN ) के द्वारा 1945 में की गई थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने अप्रैल 1946 से काम करना शुरू किया।

यह संयुक्त राष्ट्र का सबसे महत्वपूर्ण न्यायिक अंग है, जो नीदरलैंड के हेंग सिटी ( Hague city ) के पीस पैलेस में स्थित है।

आपको बता दें, कि संयुक्त राष्ट्र के  सबसे प्रमुख अंग या संस्थान हैं, जिनमें से यह एकमात्र ऐसा अंग है, जोकि संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित नहीं है, जी हां संयुक्त राज्य के बाकी पांच महत्वपूर्ण अंग न्यूयॉर्क में स्थित है।


अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का क्या कार्य होता है ?

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का काम अन्य राष्ट्रों के बीच हो रहे कानूनी विवादों को समझाना है सरल शब्दों में कहें तो जिस तरह देश में अलग-अलग स्तर पर न्यायालय होते हैं, उसी तरह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय विश्व स्तर का न्यायालय होता है, जिसमें दो देशों के बीच चल रहे विवादों को समझाने का काम किया जाता है।

इसके अतिरिक्त यदि कोई अंतरराष्ट्रीय स्तर का मुद्दा होता है, तो उसकी कार्यवाही भी इसी न्यायालय के अंतर्गत की जाती है।

यदि 2 देशों के बीच किसी व्यापार या लेनदेन से संबंधित विवाद हो तो उन्हें भी अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अंतर्गत ही सुलझाए जाते हैं, यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय स्तर के कानून भी बनाए जाते हैं, जिसे सभी देश पालन करते हैं।

जैसे कि पर्यावरण बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कई अलग-अलग तरह के कानून बनाए हैं, जिन्हें सभी देश फॉलो करते हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुल 193 देश शामिल है, जो अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा बनाए गए कानूनों का पालन करते हैं तथा अपने विवादों से संबंधित मामला यह समझाते हैं।


अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की संरचना ( Antarrashtriya Nyayalaya Ka Structure )

ऊपर हमने Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai के बारे में जाना , अब हम अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की संरचना के बारे में जानते है।

क्या आप जानते हैं अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की संरचना कैसी है यानी कि इस में कितने न्यायाधीश होते हैं और उनका चुनाव कैसे होता है यदि नहीं तो चलिए जानते हैं। दरअसल अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुल 15 न्यायाधीश होते हैं जिन्हें कुल 9 वर्षों के लिए चुना जाता है।

आपको बता दें, कि इन 15 न्यायाधीशों का चुनाव संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद द्वारा किया जाता है। 15 न्यायाधीशों का चुनाव करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद मतदान करते हैं, लेकिन दोनों एक ही समय पर अलग-अलग मतदान करते हैं।

न्यायाधीश बनने के लिए उम्मीदवारों को दोनों ही निकायों में यानी कि संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद द्वारा पूर्ण बहुमत प्राप्त होना चाहिए।

इसके अलावा आपको बता दें, कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को रजिस्ट्री द्वारा मदद दी जाती है यह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का स्थाई प्रशासनिक सचिवालय है, जिसकी आधिकारिक भाषा इंग्लिश और फ्रेंच है। वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष अमेरिका के रहने वाले जोआन डोनोग है।


अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश किन क्षेत्रों से लिए जाते हैं ?

जैसा कि हमने आपको बताया अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुल 15 न्यायाधीश होते हैं, जिन का चुनाव संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद द्वारा किया जाता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं, इन 15 न्यायाधीशों को किन क्षेत्रों से लिया जाता है। यदि नहीं तो चलिए जानते है। दरसल पूर्वी यूरोप से दो न्यायाधीशों का चुनाव किया जाता है, इसके अलावा एशिया से तीन,  लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों से दो न्यायाधीशों का चुनाव होता है, साथ ही अमरीका से तीन न्यायधीश और पश्चिमी यूरोप तथा अन्य राज्यों से पांच न्यायाधीशों का चुनाव किया जाता है।

इसके अतिरिक्त आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के सदस्य या न्यायाधीश पूर्ण रूप से स्वतंत्र होते हैं,  जिन्हें न्यायधीश का स्थान ग्रहण करने से पहले शपथ लेनी होती है, कि वे अपनी शक्तियों का निष्पक्षता और शुद्ध अंतःकरण से इस्तेमाल करेंगे।

इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश न्यायालय के किसी भी मेंबर को बर्खास्त नहीं कर सकते हैं तब तक जब तक कि न्यायालय के अन्य सदस्य एक मत ना हो जानकारी के लिए आपको बता दें, कि आज तक अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के किसी भी न्यायधीश को उसके पद से कभी भी विस्थापित नहीं किया गया है।


अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भारतीय न्यायाधीश

ऊपर हमने Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai के बारे में जाना , अब हम अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भारतीय न्यायाधीश के बारे में जानते है।

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मतदान के जरिए न्यायाधीशों और सदस्यों का चुनाव किया जाता है,  जिनमें भारतीय नागरिकों को भी अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का न्यायाधीश और सदस्य बनने का अवसर प्राप्त हुआ है।

हम यहां उन भारतीय नागरिकों के नाम बता रहे हैं,  जो भारतीय न्यायालय में न्यायधीश और सदस्य रह चुके है।

  • सर बेनेगल राव 1952 से 1953
  • नागेंद्र सिंह 1973 से 1988
  • रघुनंदन स्वरूप पाठक 1989 से 1991
  • दलवीर भंडारी 27 अप्रैल 2012 से न्यायालय के सदस्य है।

FAQ’S :

Q1. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना कब की गई थी ?

Ans - अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना 1945 में की गई थी, लेकिन इसने 1946 में अपना कार्यभार संभाला।

Q2. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना कहाँ की गई थी ?

Ans - अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना सन फ्रांसिस्को केलिफोर्निया यूनाइटेड स्टेट में की गई थी।

Q3. वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष कौन है ?

Ans - वर्तमान में दलबीर भंडारी जी अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष हैं।

Q4. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कितने न्यायाधीश होते हैं ?

Ans - अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुल 15 न्यायाधीश होते हैं।

Q5. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश को कौन और कितने वर्षों के लिए चुना जाता है ?

Ans - अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीशों को संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद द्वारा 
कुल 9 वर्षों के लिए चुना जाता है।

निष्कर्ष :

यह लेख ‘अंतरराष्ट्रीय न्यायालय कहां स्थित है ? ( Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai ) यहीं पर समाप्त होता है।

उम्मीद करते हैं, आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई होगी। या एक ऐसा विषय है, जिसके बारे में अधिकतर कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स में प्रश्न पूछे जाते हैं, खासतौर पर यूपीएससी रेलवे या एसएससी जैसी परीक्षाओं में।

हमने ऊपर आपको अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की संरचना कैसी है, यहां की न्यायाधीश का चुनाव कैसे होता है तथा अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का कार्य क्या है आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है।

उम्मीद करते हैं, यह जानकारी Antarrashtriya Nyayalaya Kaha Sthit Hai आपको अच्छी तरह से समझ आई होगी इसी के साथ यदि आपको इस विषय से संबंधित और अधिक जानकारी चाहिए या कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो आप निसंकोच होकर नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं।


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