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Beti Padhao Desh Badhao Yojana

बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ – Beti Padhao Desh Badhao

by Pritam Yadav

Beti Padhao Desh Badhao :- शिक्षा हमेशा से ही सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो बेटियों को पढ़ने से रोकते हैं।

इसलिए सरकार द्वारा Beti Padhao Desh Badhao की योजना शुरू की गई, ताकि बेटियों को भी पढ़ने का समान अधिकार मिल सके।

कई लोग इस योजना के बारे में जानने का प्रयास कर रहे है और बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ पर निबंध की तलाश कर रहे है।

तो आज के इस लेख के माध्यम से हम बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ ( Beti Padhao Desh Badhao ) के बारे में विस्तारपूवक जानकारी प्राप्त करेंगे।


बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना क्या है ? ( Beti Padhao Desh Badhao )

बेटी पढ़ाओ देश बचाओ योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू की गई एक ऐसी योजना है, जिसके अंतर्गत महिलाओं को भी शिक्षा तक पहुंचने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।

वह महिलाएं जो शिक्षा पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं उन्हें भी शिक्षा मिल पाए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने यह अभियान शुरू किया है।

22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया गया था। जिसके अंतर्गत बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ का भी नारा दिया गया।

इसका अर्थ यह है कि कन्या शिशु को बचाओ और उन्हें शिक्षा दो। सरकार द्वारा यह योजना इसलिए शुरू की गई ताकि इस पुरुष प्रधान देश में भी बेटियों को समान अधिकार मिल पाए, और बेटियां भी पूरी तरह से शिक्षित हो पाए।


बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ का उद्देश्य क्या है ?

हालांकि बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का ही एक भाग है। और इसके कुछ उद्देश्य इस प्रकार हैं-

  • पुलिंग और स्त्रीलिंग के अनुपात को सामान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
  • सभी बेटियों के सुरक्षा और जीविका को सुनिश्चित करना
  • बालिकाओं की शिक्षा में सुधार करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य बताया गया है।
  • बेटियों के लिए एक सुरक्षित वातावरण निर्माण करना भी बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ का मुख्य उद्देश्य है।
  • इसके साथ बेटियों के पोषण स्थिति में सुधार करना भी इस योजना का मुख्य उद्देश्य बताया गया है।

बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ क्यों शुरू किया गया ?

जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार यह पाया गया कि लड़कियों की संख्या लड़कों से काफी कम है। यानी कि लड़की और लड़कियों का अनुपात 10:1 के करीब था। जिसके कारण सरकार द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई ताकि इस लिंग अनुपात को कम किया जा सके।

साथ ही यह पाया गया कि लड़कियों का शिक्षा में अनुपात भी कम था। जिसके कारण बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ का नारा भी दिया गया ताकि लड़कियों को भी समान शिक्षा प्राप्त हो सके।

एक आदर्श वाक्य जो कि बहुत लोकप्रिय है कि जब एक आदमी को शिक्षित किया जाता है तो केवल एक व्यक्ति शिक्षित होता है। वहीं अगर एक महिला को शिक्षित किया जाता है तो एक राष्ट्र शिक्षित होता है। क्योंकि जब एक लड़की शिक्षित होती है तो वह अपनी अगली पीढ़ी को भी शिक्षित करती है। जिससे कि देश आगे बढ़ता है


बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना का कार्यान्वयन – Beti Padhao Desh Badhao Yojana

बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देना केवल सरकार का ही नहीं बल्कि हमारा भी कर्तव्य है। क्योंकि यदि हम भी इस योजना के भागीदारी बनेंगे तो इस योजना को और भी ज्यादा बढ़ावा मिलेगा।

सरकार ने कई Non-Government Organization ( NGO ) को बेटियों की शिक्षा से संबंधित कार्य सौंपा है।

भारत में उपलब्ध NGO जो शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं उन्होंने बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई अच्छे कदम उठाए हैं, जिसका असर हमें देखने को मिल रहा है।

इसके अलावा सरकार भी इस योजना को पूरा करने के लिए बेटियों के लिए कुछ नई योजनाएं भी शामिल कर रही है ताकि लोग उन योजनाओं का फायदा उठाने के लिए लड़कियों को जन्म दें और उन्हें शिक्षा भी प्रदान करें।

सरकार द्वारा बेटियों के लिए कई योजनाएं जैसे – कन्या आशीर्वाद योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, छात्रवृत्ति योजना, इत्यादि कई योजनाएं चलाई गई हैं।

इसके साथ ही भारत के कई राज्य सरकारों ने भी अपने राज्य में बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना को पूरा करने के लिए कई योजनाएं शुरू की है।


बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना की सफलता

जैसा कि हमने आपको बताया बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना बेटी बचाओ देश बचाओ योजना से संबंधित है जिससे 2015 में हरियाणा राज्य में शुरू किया गया था। 2015 से 2022 तक के बीच में इस योजना का काफी अच्छा असर देखने को मिल रहा है।

सरकार द्वारा शुरू किया गया यह अभियान एक सकारात्मक प्रभाव दिखा रहा है 80% से भी ज्यादा लोग बेटियों को पैदा कर रहे हैं और उन्हें शिक्षा दे रहे हैं।

महिलाओं के शिक्षा में काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसके साथ ही लिंग अनुपात भी काफी हद तक समान हो चुके हैं और अभी भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से बेटियों के जन्म दर में काफी बढ़ोतरी हुई है।

बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना का असर एक जगह और देखने को मिला है और वह है लोगों की सोच में परिवर्तन। इस अभियान के कारण लोगों की सोच में भी काफी परिवर्तन हुआ है, जिसके कारण जो लोग अभी तक बेटियों को शिक्षा नहीं दे रहे थे वह भी अपनी बेटियों को स्कूल भेज रहे हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 2022 का ब्रांड अंबेसडर कौन है ?

उत्तर - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 2022 का ब्रांड मिस्टर तनिष्का कोटिया और रिद्धि का कोटिया को बनाया गया है।

प्रश्न 2बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत कहां से हुई ?

उत्तर - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत राज्य में शुरू की गई।

प्रश्न 3क्या बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सफल रहा ?

उत्तर - जी हां, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की सफलता काफी अच्छे से देखने को मिली है जिसकी जानकारी हमने इस लेख में दी है।

अंतिम विचार

आज के इस लेख में हमने आपको Beti Padhao Desh Badhao से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान की।

उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको बेटी पढ़ाओ देश बढ़ाओ योजना के बारे में पता चल पाया होगा। यदि आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई प्रश्न है तो आप हमें कमेंट करें।


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