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Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain

अभाज्य संख्या किसे कहते हैं | Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain

by Pritam Yadav

Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain :- आपने बचपन में अक्सर गणित विषय में अभाज्य संख्या पड़ी होगी। जिसे हम प्राकृतिक संख्या भी कहते हैं।

भले ही हमने कई बार अभाज्य संख्या के बारे मैं पढ़ा है परंतु आज भी कई विद्यार्थी इस प्रश्न में उलझ जाते हैं, कि Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain ?

इसलिए इस प्रश्न का उत्तर अलग-अलग तरीके से समझने की कोशिश करते हैं। अक्सर अभाज्य संख्या के बारे में कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछा जाता है।

चलिए आज हम इस लेख के माध्यम से समझते हैं, कि अभाज्य संख्या क्या है ? साथ ही हम अभाज्य संख्या के गुण और पहचान करना भी सीखेंगे।


अभाज्य संख्या किसे कहते हैं ? ( Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain )

अभाज्य संख्या प्राकृतिक संख्या को कहा जाता है, और इसे इंग्लिश में Prime Numbers कहते हैं। इसके अलावा अभाज्य संख्या को रूढ संख्या भी कहते है। अभाज्य संख्या वह होती है जो केवल 1 से और स्वयं के संख्या से विभाजित हो सकती है। आसान शब्दों में कहें तो अभाज्य संख्या एक ऐसा पूर्णांक है जिसके केवल 2 गुणनखंड होते हैं।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए एक P प्राकृतिक संख्या है तो इसके केवल दो गुणनखंड 1 और P होंगे। कई बार यह लोग यह भी समझने लगते हैं कि एक एक अभाज्य संख्या है परंतु यह गलत है। 1 को छोड़कर अन्य संख्याएं अभाज्य संख्या में शामिल की जाती हैं।

एक नाही भाज्य संख्या है और ना ही अभाज्य संख्या है फुलकुछ अभाज्य संख्या के उदाहरण दिए हैं। 2, 3, 5, 7, 11, 13 , इसी हम प्रथम अभाज्य संख्या भी कहते हैं। इन उदाहरणों में दो सबसे छोटी अभाज्य संख्या कहलाती है।


अभाज्य संख्या को कैसे पहचाने ?

अभाज्य संख्या को पहचानने के लिए कोई निश्चित नियम नहीं बनाया गया है। यदि आप किसी अभ्यास संख्या को पहचानना चाहते हैं तो आपको उस अभाज्य संख्या को अलग-अलग संख्याओं से भाग देकर काटना होगा। यदि वह संख्या किसी से भी नहीं करती है तो आप समझ सकते हैं कि वह संख्या अभाज्य है।


अभाज्य संख्याओं के गुण

ऊपर हमने Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain के बारे में जाना , अब हम अभाज्य संख्याओं के गुण के बारे में जानते है।

कुछ अभाज्य संख्याओं के गुण निम्न है –

  • अभाज्य संख्या के गुण यही है कि वह केवल एक और स्वयं की संख्या से विभाजित होता है।
  • अभाज्य संख्याओं के हमेशा दो गुणनखंड होते हैं।
  • जो संख्या एक से बड़ी होती है उसे कम से कम 1 अभाज्य संख्या से जरूर विभाजित होती है।
  • 2 को छोड़कर लगभग सभी अभाज्य संख्याएं विषम है। क्योंकि केवल 2 एक समय भाज्य संख्या है।
  • दो अभाज्य संख्याएं हमेशा एक दूसरे की आवाज होती है।
  • हम जितने भी भाज्य संख्याओं का गुणनखंड करते हैं उन सभी गुणनखंड ओं को अभाज्य गुणनखंड ओं में विभाजित किया जा सकता है।

अभाज्य संख्या 1 से 100 तक

Prime Numbers between 1 and 100
1 से 10 के बीच अभाज्य संख्या 2, 3, 5, 7
10 से 20 के बीच अभाज्य संख्या 11, 13, 17, 19
20 से 30 के बीच अभाज्य संख्या 23, 29
30 से 40 के बीच अभाज्य संख्या 31, 37
40 से 50 के बीच अभाज्य संख्या 41, 43, 47
50 से 60 के बीच अभाज्य संख्या 53, 59
60 से 70 के बीच अभाज्य संख्या 61, 67
70 से 80 के बीच अभाज्य संख्या 71, 73, 79
80 से 90 के बीच अभाज्य संख्या 83, 89
90 से 100 के बीच अभाज्य संख्या 97

अभाज्य संख्या निकालने का फार्मूला क्या है ?

अभाज्य संख्या को निकालने का दो फार्मूला है, जिसकी मदद से आप आसानी से किसी भी अभाज्य संख्या को पहचान पाने में सक्षम होंगे। हम आपको यह भी बता दें कि अभाज्य संख्या ज्ञात करने की विधि को गुणनखंड विधि कहा जाता है।

  1. पहला तरीका

जैसा कि हम जानते हैं दो एक समय भाज्य संख्या है। और दो क्रमागत प्राकृतिक संख्याएं जो अभाज्य हैं वह दो और तीन है। इसके अलावा हम प्रत्येक अभाज्य संख्या को 6n+1 या 6n -1 के रूप में लिख सकते हैं। यहां अनेक प्राकृतिक संख्या है।

यदि आपको 1 से 40 के बीच में किसी भी अभाज्य संख्या को पहचानना है तो आप इस विधि का प्रयोग कर सकते हैं।

6(1) – 1 = 5

6(1) + 1 = 7

6(2) – 1 = 11

6(2) + 1 = 13

6(3) – 1 = 17

6(3) + 1 = 19

6(4) – 1 = 23

6(4) + 1 = 25 (5 से भाज्य)

इस तरह आप पता कर सकते हैं, कि कौन सी संख्या भाज्य है और कौन सी संख्या अभाज्य है।

  1. दूसरा तरीका

यदि आप 40 से बड़ी अभाज्य संख्या निकालना चाहते हैं तो आप इस फार्मूला का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां n के स्थान पर जीरो से 39 तक की संख्या लिखी जा सकती है।

उदाहरण,

(0)2 + 0 + 0 = 41

(1)2 + 1 + 41 = 43

(2)2 + 2 + 41 = 47


1 अभाज्य संख्या है क्या ?

अभाज्य संख्या के कुछ गुण हैं जिसमें 1 गुण यह भी है कि अभाज्य संख्या के केवल दो गुणनखंड होने चाहिए। जो संख्याओं के दो गुणनखंड से अधिक गुणनखंड होते हैं या दो गुणनखंड ओ से कम गुणनखंड होते हैं तो वह संख्या अभाज्य नहीं कहलाती है।

इस तरह हम समझ सकते हैं कि एक संख्या का केवल एक ही गुणनखंड है। इसलिए यह संख्या अभाज्य नहीं होगी। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि संख्या 1 नाही भाज्य संख्या है और ना ही अभाज्य संख्या है।


अभाज्य संख्या से संबंधित कुछ तथ्य

ऊपर हमने Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain के बारे में जाना , अब हम अभाज्य संख्या से संबंधित कुछ तथ्य के बारे में जानते है।

  • सबसे छोटी अभाज्य संख्या 2 है। और सम अभाज्य संख्या भी 2 को ही कहा जाता है।
  • सबसे बड़ी अभाज्य संख्या 2^(82,589,933) – 1 है जो 24,862,048 संख्या के साथ है। इसकी गणना 2020 में की गई थी।
  • सबसे पहली जुड़वा अभाज्य संख्या 3 और 5 को कहा जाता है। क्योंकि 5 – 3 = 2। जुड़वा अभाज्य संख्या उसे कहा जाता है जो केवल दो से भिन्न होती हैं।
  • कई लोग यह जानना चाहते हैं कि अभाज्य संख्या इसे कहते हैं तो हम आपको बता दें कि दो संख्याएं एक दूसरे के सह अभाज्य कहलाती हैं। जैसे 6 और 13 सह अभाज्य हैं, क्योंकि इनका सामान्य गुणनखंड केवल एक है।

FAQ’S

प्रश्न 11 से 100 तक की अभाज्य संख्या कितनी होती है ?

उत्तर - इस लेख में हमने आपको एक से सौ तक की पूरी अभाज्य संख्याओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है।

प्रश्न 2दो अभाज्य संख्या क्यों नहीं है ?

उत्तर - दो एक सम अभाज्य संख्या है।

प्रश्न 3क्या तीन अभाज्य संख्या है ?

उत्तर - हातिम एक अभाज्य संख्या है।

अंतिम विचार

आज के इस लेख में हमने आपको बताया, कि Abhajya Sankhya Kise Kahate Hain ? उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आप अभाज्य संख्या के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे।

यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने अन्य दोस्तों के साथ भी अवश्य साझा करें। इस लेख से संबंधित अगर आपके मन मे कोई सवाल है तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं।


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