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Shahjahan Ke Bete Ka Naam

शाहजहाँ के बेटे का नाम क्या था ? | Shahjahan Ke Bete Ka Naam

by Pritam Yadav

Shahjahan Ke Bete Ka Naam :- भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना 1526 ई में बाबर द्वारा की गयी थी, करीब 200 वर्षो तक चलने वाले इस मुग़लवंश में कई शासकों के नाम आज भी इतिहास में याद किये जाते है, और इनमें से एक शासक शाहजहाँ भी है।

आपने कई बार इनके बारे में पढ़ा होगा, लेकिन दोस्तों क्या आप जानते है, कि Shahjahan Ke Bete Ka Naam Kya Tha ?

अगर नहीं, तो आपने बिल्कुल सही आर्टिकल चुना है, क्योंकि यहाँ आपको शाहजहाँ की सभी पत्नियों और इनसे होने वाली सन्तानों की पूरी जानकारी दी जाएगी तो चलिए इस खास जानकारी को विस्तार से पढ़ते है।


मुग़ल साम्राज्य का उद्गम OR Shahjahan Ke Bete Ka Naam

1526 ई में बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की, इसके बाद बाबर ने करीब 4 वर्षो तक दिल्ली की सल्तनत पर राज किया, बाबर की मृत्यु के बाद इनके पुत्र हुमायूँ ने सन 1530-40 और 1555-56 तक इस गद्दी पर शासन किया।

इसके बाद इस सल्तनत की बागडोर पिता से पुत्र के हाथ में जाती रही, जिसमें हुमायूँ के पुत्र अकबर, अकबर के पुत्र जहाँगीर, और जहाँगीर के पुत्र शाहजहां ने इस अपना कब्ज़ा जमाया, शाहजहाँ ने अपने शासन काल में दिल्ली और आगरें कई इमारतों का निर्माण करवाया जिनके नाम इस प्रकार है :-

  • दिल्ली का लाल किला
  • दिल्ली की जामा मस्जिद
  • आगरा का किला
  • आगरा में मोती मस्जिद

शाहजहां की बीवियों के नाम

शाहजहाँ अपने जीवन में रिश्तो को काफी अहमियत देते थे, इसका जीताजागता उदाहरण ताजमहल है जिसे शाहजहाँ ने अपनी सबसे प्रिय पत्नी मुमताज महल के लिए बनवाया था लेकिन इतिहास की ज्यादातर किताबों में शाहजहाँ की 8 पत्नियों का वर्णन किया गया है और इनके नाम कुछ इस प्रकार है :-

  • कंधारी बेगम
  • अकबराबादी बेगम
  • मुमताज महल
  • हसीना बेगम
  • मूर्ति बेगम
  • क़ुदसियां बेगम
  • फतेहपुरी बेगम
  • सरहिदी बेगम

शाहजहाँ अपनी सभी पत्नियों के इतना करीब नहीं थी जितना मुमताज महल के, इसलिए शाहजहाँ और मुमताज के 14 संताने हुई, 14वीं संतान को जन्म देने के दौरान इनकी मृत्यु हो गयी, केवल मुमताज ही नहीं बल्कि शाहजहाँ के 14 सन्तानो में सिर्फ 8 ही जीवित रहे बाकि 6 संताने बालयवस्था में खत्म हो गए थे, तो आइये जानते है इन 8 सन्तानों के काम क्या थे ?


Shahjahan Ke Bete aur Betiyo ke naam

ऊपर हमने शाहजहां की बीवियों के नाम के बारे में जाना , अब हम Shahjahan Ke Bete Ka Naam के बारे में जानते है। शाहजहाँ के कुल 8 संताने में 4 बेटे और 4 बेटियाँ थी, इनके नाम कुछ इस प्रकार है : –

  1. जहाँ आरा बेगम जहाँ आरा बेगम शाहजहाँ और मुमताज की सबसे बड़ी बेटी थी, अपनी माँ मुमताज महल की तरह ये काफी सुंदर और बुद्धिमान थी, इसलिए शाहजहाँ को अपनी इस बेटी पर सबसे ज्यादा फक्र था।
  2. दाराशिकोहदारा शिकोह शाहजहां के सभी पुत्रो में सबसे बड़ा पुत्र था, शाहजहां ने शिकोह को पंजाब का सूबेदार बना रखा था। शिकोह ने अध्यात्म क्षेत्र में काफी अच्छे कार्य किये, इसने अपने कार्यकाल में लेखकों से अलग – अलग धर्मो के ग्रंथो को फ़ारसी भाषा में अनुवाद करवाया ताकि लोगो को प्रत्येक धर्म की विशेषताओं के बारे में जानकारी हो सके। शाहजहाँ के बीमार पड़ने पर शासन के सभी फैसलों में दारा शिकोह की सहमति अनिवार्य थी ।
  3. शाह शुजा – Shahjahan Ke Bete शाह शुजा को बंगाल की सूबेदारी सौपी गयी थी, जिसे इसने काफी अच्छी तरह से चलाया इसी कारण इसे वीर, साहसी और कुशल प्रशासक के रूप में पहचान मिली।
  4. रोशनआरा बेगमरोशन आरा का जन्म 3 सितम्बर 1617 को हुआ, शाहजहां और मुमताज की बेटियों में रोशन आरा दूसरे नंबर पर थी, इन्हें कविताये लिखने का काफी शौक था।
  5. औरंगजेबऔरंगजेब का जन्म 3 नवंबर 1618 को गुजरात प्रान्त में हुआ था, शाहजहाँ और मुमताज का यह बेटा तीसरे नंबर पर था, इतिहास में औरंगजेब का नाम काफी प्रसिद्ध है, और यह प्रसिद्धि है इसकी क्रूरता, यह एक कट्टर मुस्लिम शासक था जिसके चलते इसने अन्य धर्मो के कई धार्मिक स्थलों को ध्वस्त किया, यह अपने अन्य भाई- बहनों से विपरीत स्वभाव था जिसके चलते इसने सपत्ति के लिए अपने भाइयों से युद्ध किया था।
  6. मुराद बक्श – Shahjahan ke sabse chote bete मुरादबख्श को गुजरात की सूबेदारी प्राप्त थी, लेकिन नशे की लत में पड़कर इसने अपना साम्राज्य खो दिया।
  7. गौहर आरा बेगम गौहर आरा बेगम को दहर आरा बेगम के नाम से जाना जाता है, यह शहजादी शाहजहाँ और मुमताज की 14वी और आखिरी संतान थी, गौहर के जन्म देने के दौरान मुमताज की मृत्यु लम्बी प्रसव पीड़ा के कारण हो हुयी थी ।
  8. पुरहुनार बेगमइतिहास में पुरहुनार बेगम के बारे में ज्यादा विस्तार से वर्णन नहीं किया गया है, लेकिन माना जाता है ये अपने भाई जहाँगीर के काफी करीब थी।

शाहजहाँ के बेटों में उत्तराधिकारी बनने के लिए विवाद

मुमताज की मृत्यु 17 जून 1631 को बुरहानपुर में हुई, जिसके बाद शाहजहाँ उनकी याद में काफी बीमार पड़ गए थे, अस्वस्था के कारण वे शासन करने में असमर्थ थे, इसलिए उन्होंने दारा शिकोह को अपना उत्तराधिकारी बनाने के निर्णय किया।

उधर जब यह बाद औरंगजेब को पता चली तो उसे लगा की उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है और उनका भाई दारा शिकोह संपत्ति हड़पने के लिए उत्तराधिकारी बनना चाहता है, औरंगजेब ने अपने सभी भाइयों को दारा शिकोह के खिलाफ भड़काया जिसको लेकर सभी भाइयो में काफी विवाद हुआ और इसी बात का फायदा उठाते हुए औरंगजेब ने सन 1658 में दिल्ली की गद्दी पर अपना कब्ज़ा स्थापित किया।


औरंगजेब ने शाहजहाँ को बनाया बंदी

ऊपर हमने Shahjahan Ke Bete Ka Naam के बारे में जाना , अब हम औरंगजेब ने शाहजहाँ को बंदी क्यों बनाया ? के बारे में जानते है।

Shahjahan Ke Bete औरंगजेब ने दिल्ली के सल्तनत को हासिल करते हुए अपनी क्रूरता प्रारम्भ कर दी, उसने अपने पिता शाहजहाँ को कैदखाने में डलवा दिया, दरअसल शाहजहाँ अपनी बेगम मुमताज महल की याद में यमुना तट पर एक संगमरमर का ताजमहल बनवाना चाहते थे, जिसके लिए वे सरकारी खजाने से काफी अधिक धन खर्च कर चुके थे यह बात इसके बेटे को रास नहीं आयी और उसने अपने पिता को कैद करके ताजमहल के करीब कैदखाने में डलवा दिया।


निष्कर्ष :

इस आर्टिकल को लिखने का मुख्य उद्देश्य आप सभी को इतिहास की सही और सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करना है, आप यहां Shahjahan Ke Bete Ka Naam पता करने आये थे, लेकिन बातों ही बातों में आपको इतिहास की बहुत से जानकारी मिल गयी होगी जो आपने कही और नहीं पढ़ी होंगी , हमारा यह प्रयास भविष्य में भी जारी रहेगा, और अगर आप ऐसी ही रोचक जानकारियों से रूबरू होना चाहते है तो आगे भी हमारे साथ बने रहिएगा।


FAQ

प्रश्न 1शाहजहाँ की कुल कितनी बीवियां थी ?

उत्तर - शाहजहाँ की कुल आठ बीवियां बीवियां थी।

प्रश्न 2शाहजहाँ और मुमताज के सबसे बड़े पुत्र का नाम क्या था ?

उत्तर - शाहजहाँ और मुमताज सबसे बड़े पुत्र का नाम दारा शिकोह था, यह पुत्र शाहजहाँ के 
सबसे करीबी था , और पिता के बीमार होने पर दारा ही शासन के सभी फैसलों को लेता था।

प्रश्न 3मुमताज महल की मृत्यु कब और किस कारण हुई थी ?

उत्तर - मुमताज महल की मृत्यु 17 जून को 14 वी संतान गौहर आरा को जन्म देने के दौरान हुई थी।

प्रश्न 4 –  ताजमहल बनवाने में कितना खर्चा आया था ?

उत्तर - इस खूबसूरत इमारत को बनवाने के लिए उस समय 32 करोड़ रुपए खर्च किये गए थे, 
इस इमारत को बनाने के लिए 20 हजार मजदूरों से दिन रात मेहनत की तब जाकर इसे 22 वर्षो 
में बनाकर तैयार किया गया, इसमें उपयोग किये गए रत्नो को अरब के देशो से मंगवाया गया था।

प्रश्न 5शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने अपने पिता को क्यों कैद खाने में डलवा दिया ?

उत्तर - औरंगजेब नहीं चाहता था, कि उनके पिता शाहजहाँ ताजमहल बनवाने के लिए सरकारी खजाने 
का प्रयोग करे।

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